सतना की कृषि उपज मंडी में एक व्यापारी को एक बार गेहूं खरीदी के बावजूद दो अलग-अलग तौल पर्चियां और अनुबंध थमाए गए। यह चूक है या सुनियोजित साजिश? जांच की मांग उठी, व्यापारी संघ में आक्रोश।
By: Star News
Jul 23, 20256 hours ago
हाइलाइट्स
सतना, स्टार समाचार वेब
कृषि उपज मंडी परिसर में अव्यवस्था का बोलबाला है, जहां कभी किसान या व्यापारी का अनाज चोरी हो जाता है तो कहीं व्यापारी मंडी कर्मियों की मनमानी का शिकार हो जाता है। मंडी कर्मियों की एक ऐसी ही मनमानी सामने आई है जिसमें एक व्यापारी ने अनाज की खरीदी तो एक बार ही की लेकिन कर्मचारियों ने उसके दो अनुबंध पत्र व तौल पर्चियां तैयार कर दी। यह चूक है या फिर व्यापारी को ठगने की साजिश , यह तो जांच होने पर ही सामने आ सकेगा लेकिन इस घटना ने एक बार पुन: कृषि उपज मंडी में व्याप्त भर्रेशाही की पोल खोल दी है। मामला अनाज करोबार करने वाली सरस्वती ट्रेडिंग कंपनी का है। बताया गया कि सरस्वती ट्रेडिंग कंपनी के बृजेंद्र गुप्ता ने विगत दिवस मंडी पहुंचे अमरपाटन के बाबूपुर निवासी सतीश गुप्ता से गेंहूं की खरीदी की। खरीदी के बाद तौल पर्ची क्र. 70 लेकर आए सतीश को तकरीबन 1 लाख का भुगतान बृजेंद्र गुप्ता ने कर दिया। थोडी देर बाद बृजेंद्र तब हैरान रह गए जब एक और तौल पर्ची क्र. 75 लेकर ललनिया नामक महिला पहुंच गई और उसी अनाज का भुगतान मागने लगी जिसका भुगतान बृजेंद्र द्वारा किया जा चुका था। बृजेंद्र इस बात पर हैरान थे कि जब उन्होने खरीदी एक बार की है तो अनुबंध पत्र व तौल पर्चियां कैसे काटी गर्इं? बहरहाल इसकी शिकायत मंडी सचिव को की गई है। देखना दिलचस्प होगा कि मंडी सचिव इस मामले की जांच करा गफलत करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई करते हैं, या फिर एक बार पुन: व्यापारियों की आवाज दबा दी जाएगी?
गफलत या साजिश!
सरस्वती ट्रेडिंग कंपनी द्वारा की गई एक खरीदी की दो पर्चियां व अनुबंध कटना व्यापारियों को आक्रोशित कर रहा है। कृषि उपज व्यापारी संघ के अध्यक्ष विनोद गुप्ता सवाल उठाते हैं कि जब इतने चेक प्वाइंट से गुजरकर मंडी परिसर में अनाज पहुंचता है तो दो तौल पर्चियां याअनुबंध पत्र कैसे कट गए? परिसर का अनाज चोरी कैसे हो जाता है? गौरतलब है कि मंडी परिसर में प्रवेश करते ही गेट में कंप्यूटराइज्ड पर्ची काटकर इंट्री की जाती है। तत्पश्चात नीलामी के बाद तौल पर्ची व अनुबंध पत्र काटा जाता है जिसमें इस बात का जिक्र होता है कि कौन सी जिंस किस किसान द्वारा किस व्यापारी को कितने दर में बेचा गया है? इतने चेक प्वाइंटस के बाद भी दो-दो तौल पर्चियां व अनुबंध पत्र कटना मंडी परिसर में कर्मचारियों की मनमानी को प्रदर्शित करता है।