रीवा जिले के मऊगंज में स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली सामने आई, जब एम्बुलेंस न मिलने पर परिजनों ने 75 वर्षीय मरीज को ठेले में लादकर अस्पताल पहुंचाया। घटना ने स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की लापरवाही उजागर कर दी है।
By: Star News
Sep 06, 2025just now
हाइलाइट्स
रीवा, स्टार समाचार वेब
मऊगंज में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था का चेहरा सामने आया है। यहां एक मरीज को परिजन ठेले पर अस्पताल ले जाने को मजबूर हुये। यह तस्वीर तब सामने आई, जब 7 सितंबर को प्रदेश के मुखिया डॉ. मोहन यादव का मऊगंज जिले में दौरा संभावित है। बहरहाल इस वाकये ने बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का दावा करने वाले तमाम जन प्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों की पोल खोल दिया है।
दरअसल यह मामला नईगढ़ी के वार्ड क्रमांक 14 का है। यहां रहने वाले रामसुमेर कोल 75 वर्ष गुरुवार को अपने घर में गिरकर घायल हो गए थे। इस घटना में वृद्ध को गंभीर चोट आई थी। परिजनों ने एम्बुलेंस को फोन लगाया, लेकिन काफी इंतजार के बाद भी एम्बुलेंस नहीं पहुंची। इस बीच वृद्ध का दर्द बढ़ता ही जा रहा था। ऐसे में परिजनों को खुद की व्यवस्था से वृद्ध को अस्पताल ले जाना था। परिजन निजी वाहन का किराया वहन करने की स्थिति में नहीं थे। ऐसे में उन्होंने एक ठेले की व्यवस्था की और वृद्ध मरीज को उसमें लाद कर अस्पताल ले गये। इस दौरान किसी ने इस वाकये का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया में वायरल कर दिया है। जिससे स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं की पोल खुल गई है।
7 को आ रहे हैं मुख्यमंत्री
गौरतलब है कि 7 सितंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का मऊगंज जिले में संभावित दौरा है। मुख्यमंत्री देवतालाब समेत बहुती जल प्रपात में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे और भ्रमण करेंगे। ऐसे में पूरा प्रशासनिक अमला तैयारी में जुटा हुआ है। लेकिन स्वास्थ्य सुविधाओं की ओर किसी का ध्यान नहीं गया। यही वजह है कि मुख्यमंत्री के आगमन के दो दिन पहले इस तरह की तस्वीर सामने आई है।
सिर्फ एक डॉक्टर के भरोसे 3 लाख आबादी
बताया गया कि नईगढ़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तीन लाख की आबादी है। लेकिन यहां सिर्फ एक डॉक्टर पदस्थ है। वर्तमान में मौसमी बीमारी तेजी से बढ़ रही है। वायरल फीवर, मलेरिया, टायफाइड, डेंगू के बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं। ऐसी स्थिति में एक डॉक्टर के भरोसे मरीज को समय पर उपचार मिल पाना संभव नहीं है।