सतना जिले के नयागांव-सुहौला में दो साल पहले हुई युवक राममिलन चौधरी की हत्या की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई। जांच में खुलासा हुआ कि उसकी पत्नी फूलाबाई ने ही कुल्हाड़ी से हत्या कर शव को घर के बाहर फेंक दिया था। पुलिस की लापरवाही के चलते मामला लगभग 21 माह तक ठंडे बस्ते में रहा।
By: Star News
Jul 05, 20253:16 PM
नयागांव- सुहौला में घर के बाहर ऑटो के पास पड़ी मिली थी लाश
सतना, स्टार समाचार वेब
तकरीबन 21 माह पहले युवक का शव रक्तरंजित हालत में घर के बाहर पड़ा मिला। सूचना पर पुलिस पहुंची। पुलिस के अलावा फोरेंसिक टीम, डाग स्क्वायड ने घटना स्थल का निरीक्षण का साक्ष्य संकलन किया। शुरुआती साक्ष्य संकलन में तथ्य मिले कि युवक की हत्या कहीं और की गई है। हत्या के बाद शव को घर के बाहर फेंका गया है। जांच में यह भी मिला कि युवक के घर में कुछ साक्ष्यो को नष्ट किया गया है। पुलिस डॉग ने भी इनपुट दिया। बावजूद इसके थाना पुलिस कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। लिहाजा डायरी धूल खाती रही। 21 माह बाद डायरी से धूल हटी, जांच शुरू हुई तो पहली नजर में मृतक की पत्नी मुख्य संदेही नजर आई, जब उसे थाने लाकर पूछताछ की गई तो उसने पति की हत्या कर लाश को बाहर फेंकने का जुर्म स्वीकार कर लिया।
भतीजे ने पुलिस को दी थी सूचना
4 अक्टूबर 2023 को अमदरा थानान्तर्गत नयागांव- सोहौला निवासी राममिलन चौधरी पिता स्व. दुर्जन चौधरी 44 वर्ष की रक्तरंजित लाश घर से कुछ दूर चचेरे भाई रामजी चौधरी के घर के पास खराब पड़े आॅटो के पास चित्त अवस्था में पड़ी मिली। राममिलन की रक्तरंजित लाश देख परिवार के सदस्य व गांव के लोग एकत्र हो गए। मृतक राममिलन के भतीजे राजू चौधरी के द्वारा घटना की सूचना अमदरा पुलिस को दी गई थी।
पुलिस को बताया था कि 9 बजे निकला था घर से
पूछताछ के दौरान मृतक राममिलन चौधरी की पत्नी फूलाबाई ने पुलिस को बताया था कि बुधवार को चचेरा देवर रामजी चौधरी मछली लेकर आया था, घर में मछली बनी, मछली खाने के उपरांत पति राममिलन रात 9 बजे के करीब धान के खेत की रखवाली करने के लिए घर से निकला था। फूलाबाई ने बताया कि उसका और उसके पति का किसी से कोई विवाद नहीं चल रहा। गुरुवार की सुबह भतीजे के जरिए पति की लाश मिलने की जानकारी मिली।
सही सलामत मिली थी शर्ट
मृतक राममिलन के ऊपर धारदार हथियार से गर्दन और पीठ में हमला किया गया था, जांच में शरीर में धारदार हथियार के गहरे निशान मिले थे लेकिन मृतक की सही सलामत मिली थी, शर्ट सही सलामत मिलने पर फोरेंसिक टीम ने पहले दिन ही अंदेशा जताया था कि मृतक की हत्या कहीं और की गई है। हत्या के बाद शर्ट पहनाया गया क्योंकि शर्ट की बटन खुली हुई थी और बांह भी खुली हुई थी। हत्या के बाद शव को लाकर यहां पर फेंका गया है। इतने महत्वपूर्ण साक्ष्य मिलने के बाद पुलिस को गुत्थी सुलझाने में दो साल का वक्त लग गया।
तड़पा- तड़पा कर मारता था पति
आरोपिया फूलाबाई चौधरी ने पुलिस को बताया कि उसका पति राममिलन शराब पीने का आदी था और वह अक्सर उसके साथ बेरहमीपूर्वक मारपीट करता था। वह बच्चों के सामने भी गाली-गलौज कर पीटता था। फूलाबाई ने बताया कि जिस रात घटना हुई उस दिन पति शराब पीकर घर आया। पति राममिलन ने मारपीट की, तड़पा- तड़पा कर पति राममिलन ने लाल मिर्च का पावडर तैयार कर रख लिया वह पहले भी मारपीट कर शरीर पर लाल मिर्च का पावडर डालकर तड़पाता था। पति के द्वारा तड़पा- तड़पाकर मारपीट किए जाने से डरी हुई थी। शराब के नशे की वजह से पति राममिलन सो गया तब उसके ऊपर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया जब उसकी मौत हो गई तो लाश को बाहर घसीटकर घर के बाहर रख दिया। घर के अंदर पोंछा कर खून के दाग मिटा दिए। अमदरा पुलिस ने बताया कि आरोपिया फूलाबाई की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी बरामद की गई है।
यूं खुली फाइल
राममिलन की हत्या की डायरी एक तरह से बंद हो गई थी परन्तु हत्या व अन्य संगीन प्रकरणों की समीक्षा थानावार एसडीओपी से लेकर एसपी के द्वारा की जाती है। थानावार समीक्षा में हत्या क ा यह प्रकरण भी सामने आया। डायरी वरिष्ठ अधिकारियों ने तलब की। डायरी का अवलोकन करने पर पाया गया कि पहले दिन मिले साक्ष्य के आधार पर संबंधित विवेचक और थाना प्रभारी के द्वारा सही तरीके से अनुसंधान नहीं किया गया। प्रथम दिन मिले साक्ष्य संकलन का सही उपयोग नहीं किया गया। लिहाजा अमदरा थाना प्रभारी रेनू मिश्रा को इस मामले को गंभीरता से देखने के निर्देश दिए गए। थाना प्रभारी ने केश डायरी का अवलोकन करने के पश्चात मुख्य संदेही मृतक की पत्नी फूलाबाई को थाना में तलब कर पूछताछ की। पूछताछ में फूलाबाई टूट गई और उसने अपने पति की हत्या का जुर्म स्वीकार कर लिया। कार्रवाई में सुशील अहिरवार, शिवनंदन साकेत, रणजीत सिंह, राजकुमार तिवारी, अनिल सिंह, राघवेन्द्र सिंह, सचिन बागरी, सुशीला अहिरवार, महिला आरक्षक इंदू सिंह, साधना सिंह शामिल रहीं।