सतना के पर्वतारोही रत्नेश पांडेय ने लद्दाख की 20,000 फीट ऊंची 4 चोटियों को फतह कर भारत और सतना का नाम रोशन किया। हिम तूफान और बर्फबारी के बीच भी उन्होंने ‘आई लव सतना’ और ‘जय हिंद’ का जयघोष करते हुए पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
By: Yogesh Patel
Jul 21, 20251 hour ago
सतना, स्टार समाचार वेब
यह खबर पर्वतारोहण के प्रेमियों को प्रसन्नचित्त कर सकती है कि सतना के पर्वतारोही विक्रम अवार्डी रत्नेश पांडेय ने एक बार पुन: पर्वतारोहण में सतना का डंका बजाया है। दरअसल रत्नेश पाण्डेय ने लद्दाख की 20,000 फीट से ऊची चार पर्वत चोटियों पर सफलतापूर्वक चढ़ाई करते हुए भारत और सतना का ध्वज फहराकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
तीन दिनों में रत्नेश ने जिन चार चोटियों को फतह किया है। उनमें से 6,108 मी. ग्यामा कांगरी ईस्ट, 6,100 मी. कीगर री, 6,050 मी. यालुंग नोंग 1 और 6,080 मी. ऊंची यालुंग नोंग 2 नामक चोटियां हैं।
हिम तूफान ने रोकी राह पर सहयोगियों ने आसान की
पर्वतारोहण के दौरान अत्यधिक बारिश , भारी बर्फ़बारी और हिम तूफान ने आरोहण को कठिन बना दिया था लेकिन सहयोगी स्टेंजिन लापु, दावा शेर्पा और अब्दुल कयूम के साथ ने कठिन परिस्थितियों को आसान बना दिया। रत्नेश ने स्आर समाचार को जानकारी देते हुए बताया कि पूरी टीम ने संयम बनाए रखा, जीपीएस की मदद से एक निचले गाव तक टीम सुरक्षित पहुँची और मौसम साफ होने के बाद पुन: चढ़ाई शुरू की। यह अभियान पूरी तरह आत्मनिर्भर अल्पाइन शैली में पूरा किया गया । रत्नेश ने हर चोटी पर भारतीय ध्वज और सतना ध्वज को फहराते हुए 20000 फीट से आई लव सतना और जय हिन्द का जयघोष किया। सफल चढ़ाई के बाद रत्नेश ने कहा कि पर्वतारोहण मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बनाए रखने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है।
सांसद ने दी बधाई
पर्वतारोही रत्नेश पांडेय ने एक बार फिर कीर्तिमान हासिल किया है। सांसद गणेश सिंह ने पर्वतारोही रत्नेश पांडेय को उनके इस साहशी कार्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ये सतना के लिए गौरव का क्षण है। सांसद ने कहा कि इन दिनों कहीं भी ट्रैकिंग करना आसान नहीं है ये बेहद चुनौतीपूर्ण होने के बाद भी रत्नेश ने हर चोटी को फतह किया और सभी चोटी पर भारतीय तिरंगे को फहराकर देश प्रेम का उदाहरण दिया है।