RBI ने बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट (BSBD) अकाउंट में बड़े बदलाव किए हैं। जानें अनलिमिटेड डिपॉजिट, 4 फ्री विड्रॉल, 25 पन्नों की चेकबुक, और डिजिटल ट्रांजैक्शन पर कोई शुल्क नहीं लगने जैसे नए नियम।
By: Ajay Tiwari
Dec 06, 20254:34 PM
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट (BSBD) अकाउंट धारकों को बड़ी राहत देते हुए इसके नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इन नए बदलावों के तहत, ग्राहकों को अब हर महीने अनलिमिटेड डिपॉजिट, बिना किसी रिन्यूअल फीस के फ्री ATM/डेबिट कार्ड का इस्तेमाल, हर साल कम से कम 25 पन्नों की फ्री चेकबुक, साथ ही फ्री इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग, और फ्री पासबुक या मंथली स्टेटमेंट जैसी सुविधाएं मिलेंगी।
RBI के नए दिशानिर्देशों के अनुसार, बैंकों को हर महीने कम से कम चार फ्री विड्रॉल की अनुमति देनी होगी। इन चार ट्रांजैक्शन्स में बैंक के अपने और दूसरे बैंकों के ATM से किए गए ट्रांजैक्शन शामिल होंगे। सबसे बड़ी राहत यह है कि UPI, IMPS, NEFT, और RTGS जैसे सभी डिजिटल पेमेंट ट्रांजैक्शन को अब विड्रॉल की सीमा में नहीं गिना जाएगा, जिसका अर्थ है कि ग्राहकों से इन डिजिटल लेनदेन के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा।
फ्री विड्रॉल की लिमिट: हर महीने कम से कम चार फ्री विड्रॉल (ATM सहित)।
डिजिटल ट्रांजैक्शन फ्री: UPI, NEFT, RTGS, IMPS जैसे डिजिटल लेनदेन विड्रॉल लिमिट में शामिल नहीं होंगे और वे फ्री रहेंगे।
अनलिमिटेड डिपॉजिट: ग्राहक अब हर महीने कितनी भी बार पैसा जमा कर सकते हैं।
फ्री सर्विसेज: फ्री ATM/डेबिट कार्ड (बिना सालाना फीस), 25 पेज की फ्री चेकबुक, और फ्री इंटरनेट/मोबाइल बैंकिंग की सुविधा मिलेगी।
ये नए नियम 1 अप्रैल, 2026 से लागू होंगे, हालांकि बैंकों को 7 दिनों के भीतर BSBD में आवश्यक बदलाव करने होंगे और वे चाहें तो इसे पहले भी अपना सकते हैं। इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य BSBD अकाउंट्स की उपयोगिता को बढ़ाकर लोगों तक इसकी पहुँच को सुनिश्चित करना है। ये अपडेटेड गाइडलाइन्स सभी कमर्शियल बैंक, स्मॉल फाइनेंस बैंक, पेमेंट बैंक, लोकल एरिया बैंक, रूरल और अर्बन कोऑपरेटिव बैंकों पर लागू होंगे। मौजूदा BSBD अकाउंट होल्डर इन नई सुविधाओं के लिए रिक्वेस्ट कर सकते हैं, जबकि रेगुलर सेविंग्स अकाउंट होल्डर भी अपना खाता BSBD अकाउंट में बदल सकते हैं, बशर्ते उनका किसी अन्य बैंक में पहले से BSBD अकाउंट न हो।