रीवा के विवि मार्ग स्थित आजाद बुक हाउस पर शिक्षा विभाग और प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई में भारी मात्रा में संदिग्ध एनसीईआरटी किताबें जब्त की गईं। किताबों के प्रिंट अलग पाए गए, और दुकानदार बिल प्रस्तुत नहीं कर सका। जांच जारी है।
By: Yogesh Patel
Jul 24, 202511:03 PM
हाइलाइट्स
रीवा, स्टार समाचार वेब
आपने नकली खोवा, नकली पनीर, नकली सामान की बिकी तो सुनी होगी लेकिन अब नकली किताब की बिक्री भी शुरू हो गई है। विवि मार्ग में संचालित एक बुक स्टोर में बुधवार को प्रशासन और शिक्षा विभाग की टीम ने दबिश दी। दुकान से भारी मात्रा में एनसीईआरटी की किताबें जब्त की गई हैं। इन किताबों के नकली होने की आशंका जताई गई है। इन किताबों मे प्रिंट अलग है। दुकानदार ने मौके पर बिल आदि भी उपलब्ध नहीं कराया है। इससे आशंका बढ़ गई है। दुकानदार को नोटिस जारी किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार स्कूल शिक्षा विभाग और प्रशासन को विवि मार्ग में संचालित आजाद बुक हाउस में एनसीईआरटी की किताबें अधिक दर पर बेचे जाने की शिकायत मिली थी। शिकायत मिलने के बाद दुकान पर दबिश देने की योजना प्रशासन ने बनाई। पहले ग्राहक बनकर परीक्षा प्रभारी द्रोनाचार्य पाण्डेय मौके पर पहुंचे। इसके बाद प्रशासन और शिक्षा विभाग की टीम ने दबिश दे दी। मौके पर 9वीं की एनसीईआरटी की किताबें जब्त की गई हैं। इन किताबों मे प्रिंट अलग है। यह किताबें अन्य एनसीईआरटी से अलग दिख रहीं थी। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने एनसीईआरटी की किबातें खरीदने और बेचने की जानकारी चाही और बिल प्रस्तुत करने को कहा लेकिन दुकानदार ने सहयोग नहीं किया। उन्होंने कहा कि बिल उनके सीए के पास है। प्रशासन ने किबात जब्त कर लिया है। स्कूल शिक्षा विभाग के सहायक संचालक राजेश मिश्रा ने संचालक को नोटिस जारी किया है। 3 दिन में जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। कार्रवाई के दौरान मौके पर सहायक संचालक स्कूल शिक्षा राजेश पाण्डेय, परीक्षा प्रभारी द्रोणाचार्य पाण्डेय, नायब तहसीलदार यतीश शुक्ला मौजूद रहे।
बिल देने को तैयार नहीं था दुकानदार
पहले शिकायत को पुख्ता करने के लिए मौके पर द्रोणाचार्य पाण्डेय ने दबिश दी। उन्होंने 9वीं की एनसीईआरटी की किताबें खरीदी। इसके बाद दुकानदार से बिल देने की बात कही। इस पर दुकानदार ने बिल देने से इंकार कर दिया। दुकानदार ने कहा कि आपको लेना है तो ले जाइए बिल नहीं दिया जाएगा। खरीदी गई किताब पर रेट प्रिंट भी अधिक का मिला है। अब किताबों को जब्त कर मामले की जांच की जा रही है। किताब असली है या नकली इसकी जांच जारी है।
नकली किताब होने की आशंका जताई जा रही है
आजाद बुक हाउस में मिली शिकायत के बाद ऐसा अंदेशा जताया जा रहा है कि अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में दुकानदार नकली बुक ला रहे हैं। इसके प्रिंटिंग आदि की जांच कराई जाएगी। ऐसा भी संभव है कि दुकानदार एनसीईआरटी की बाहर से किताबें खरीद कर ला रहे हों जो वास्तिक न हो। यही वजह है कि इनमें प्रिंट रेट भी अधिक है और महंगी कीमतों पर बेची भी जा रही हैं।
3 दिन में मांगा गया है जवाब
सहायक संचालक ने आजाद बुक हाउस को नोटिस जारी किया है। नोटिस में स्पष्ट किया गय ाहै कि जांच के दौरान संचालक ने किसी तरह का सहयोग नहीं किया। संचालक भी निरीक्ष्ण के दौरान मौजूद नहीं हुए। एनसीईआरटी की पुस्तक क्रय करने का बिल बाउचर नहीं दिखाया गया। दुकान में एनसीईआरटी की किताबो की रेट लिस्ट, गोसवारा भी संधारित नहीं पाया गया। दुकान संचालक को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा गया है।