रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने निजी अस्पतालों की बैठक में निर्देश दिए कि सड़क दुर्घटना पीड़ितों को कैशलेश उपचार प्रदान किया जाए। पीड़ित को अस्पताल पहुँचाने वाले को ₹25 हजार का इनाम मिलेगा। ईडार पोर्टल में समय पर जानकारी दर्ज करने के निर्देश भी दिए गए।
By: Yogesh Patel
Aug 03, 2025just now
हाइलाइट्स
रीवा, स्टार समाचार वेब
निजी अस्पताल प्रबंधनों की बैठक शुक्रवार को कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में ली। इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि सड़क दुर्घटना के पीड़ितों को कैशलेश उपचार की सुविधा उपलब्ध करायें। अस्पताल पोर्टल में 5 अगस्त तक पंजीबद्ध हों तथा पीड़ितों को कैशलेश उपचार सुनिश्चित करायें। पीड़ित को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति को राहगीर योजनान्तर्गत 25 हजार रुपए का पुरस्कार भी दिया जायेगा।
कलेक्टर ने बताया कि कैशलेश उपचार उपलब्ध कराने के उपरांत संबंधित अस्पताल को शासन द्वारा राशि का भुगतान किया जायेगा। उन्होंने अपेक्षा की कि सभी अस्पताल दुर्घटना पीड़ितों को तत्काल चिकित्सा उपचार देंगे ताकि संबंधित मरीज की जान बच सके। साथ ही इसकी सूचना पुलिस को दें और दुर्घटना पीड़ित को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति का विवरण रजिस्टर में दर्ज करें। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव शुक्ल ने अस्पताल प्रबंधकों से अपेक्षा की कि नियत समय तक पोर्टल में आवश्यक जानकारी दर्ज करायें तथा अन्य औपचारिकताओं की पूर्ति सुनिश्चित करें ताकि कैशलेश योजना के तहत राशि संबंधित अस्पताल को मिल सके।
ईडार पोर्टल में समस्त जानकारी दर्ज करें
कलेक्टर प्रतिभा पाल की अध्यक्षता में जिले में सड़क दुर्घटना होने पर ईडार पोर्टल के माध्यम से विभिन्न विभागों द्वारा किये जाने वाली कार्यवाही की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि संबंधित थाना से ईडार में समस्त जानकारी व डाटा इंट्री अपलोड करने के उपरांत संबंधित सड़क निर्माण एजेंसी कार्यवाही सुनिश्चित करें। बैठक में कलेक्टर ने ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों तथा मुख्य सड़कों में दुर्घटनाओं के अधिक प्रकरण सामने आते हैं। संबंधित सड़क निर्माण एजेंसी थानों द्वारा दर्ज किये एफआईआर के उपरांत संपूर्ण विवरण अनुसार कार्यवाही करें।
संभावित स्थानों में लगाएं संकेतक
दुर्घटना संभावित स्थानों में सड़क सुधार, प्लेटफार्म निर्माण तथा संकेतक आदि लगाकर दुर्घटना से बचाव की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने पुलिस विभाग के साथ ही सड़क निर्माण एजेंसियों के प्रमुखों को शामिल कर वाट्सअप ग्रुप बनाने के निर्देश बैठक में दिये। सड़क निर्माण विभाग यूजर आईडी पासवर्ड का उपयोग करें। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि प्रति सप्ताह यह बैठक आयोजित करें। बैठक में अपर कलेक्टर सपना त्रिपाठी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।