रीवा मेडिकल कॉलेज में नए स्पेशलिस्ट और पीजी कोर्स के लिए जबलपुर विवि की टीम ने चार विभागों का निरीक्षण किया। डीएम मेडिकल गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी कोर्स के शुरू होने की संभावना बढ़ी।
By: Yogesh Patel
Dec 09, 20259:17 PM
हाइलाइट्स:
रीवा, स्टार समाचार वेब
श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के तीन विभागों में नए स्पेशलिस्ट और पीजी कोर्स शुरू होंगे। एक विभाग की पीजी सीटें बढ़ेंगी। नए कोर्स को शुरू करने की मान्यता का निरीक्षण करने जबलपुर विवि की टीम ने सोमवार को निरीक्षण किया। 5 सदस्यीय टीम ने दिन भी विभागों का निरीक्षण किया। अस्पताल में आईपीडी, ओपीडी देखी। अस्पताल की व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया। इसके बाद शाम को रिपोर्ट तैयार कर वापस लौट गए।
आपको बता दे कि सरकार सभी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सीटों से ज्यादा पीजी की सीटें बढ़ाने पर जोर दे रही है। जहां भी सीटें बढ़ाने की गुंजाइश है, वह कमियों को पूरा कर निरीक्षण कराया ज रहा है। रीवा मेडिकल कॉलेज में जहां पीजी की सीटें नाममात्र की थी, अब यह बढ़ कर 132 पहुंच गई है। फिलहाल यह संख्या यहीं पर रुकने वाली नहीं है। कई ऐसे विभाग भी हैं जहां डीएम का भी कोर्स शुरू करने की कवायद शुरू हो गई है। इसमें मेडिकल गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी विभाग भी शामिल है। डीएम मेडिकल गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी का कोर्स शुरू किया जाना है। प्रारंभिक निरीक्षण हो चुका है। एसेंटिअलिटी सर्टीफिकेट मिल चुका है। अब आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर से मान्यता मिलनी है। इसी का निरीक्षण करने टीम जबलपुर से रीवा पहुंची थी। सोमवार को 5 सदस्यीय टीम ने चार विभागों में पहुंच कर निरीक्षण किया। निरीक्षण करने के बाद टीम वापस लौट गई है।
इन चार विभागों का किया गया निरीक्षण
जबलपुर आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय की टीम ने चार विभागों का निरीक्षण किया। इसमें रेस्पिरेटरी मेडिसिन, मेडिसिन गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी विभाग, बर्न प्लास्टिक सर्जरी और फार्मेकोलॉजी विभाग में निरीक्षण किया गया। तीन विभाग में स्पेशलिस्ट कोर्स शुरू करने के लिए निरीक्षण हुआ। वहीं एक विभाग में पीजी की सीटें बढ़ाने के लिए निरीक्षण किया गया।
प्रदेश का तीसरा कॉलेज बन जाएगा
मप्र में गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी विभाग में डीएम का कोर्स सिर्फ दो मेडिकल कॉलेजों में ही संचालित है। भोपाल और इंदौर को मिलाकर सिर्फ 5 सीटें ही हैं। ऐसे में यदि एनएमसी से रीवा मेडिकल कॉलेज को डीएम की मान्यता मिल जाती है तो यहां भी तीन सीटें शुरू हो जाएंगी। डीएम मेडिकल गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी की शुरूआत हो जाएगी। यहीं से स्पेशलिस्ट तैयार होंगे। रीवा मप्र में तीसरा ऐसा करने वाला कॉलेज बन जाएगा।
विभागों की सुविधाओं का किया टीम ने निरीक्षण
टीम के सदस्यों ने डिपार्टमेंट की व्यवस्थाएं, लाइब्रेरी और ओपीडी, आईपीडी का भी निरीक्षण किया। सुबह टीम 10.30 बजे पहुंच गई थी। इसके बाद टीम ने निरीक्षण शुरू कर दी थी। दो टीमें पहुंची थी। टीम ने रेस्पिरेटरी मेडिसिन से शुरूआत की। शाम 5 बजे तक टीम ने निरीक्षण किया। विभागों और ओपीडी का निरीक्षण करने के बाद स्टाफ और फैकल्टी के दस्तावेजों का भी परीक्षण किया गया। शाम को रिपोर्ट तैयार कर टीम वापस लौट गई।