रीवा के अखाड़ घाट में अधेड़ व्यक्ति की आत्महत्या के मामले में चौंकाने वाला सायबर ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस की वर्दी पहनकर वीडियो कॉलिंग के जरिए ठगों ने बुजुर्ग को ब्लैकमेल किया और हजारों रुपये ऐंठे। आत्महत्या से पहले उन्होंने कई लोगों से कर्ज लेकर ठगों को पैसे ट्रांसफर किए थे। अब पुलिस IT सेल के माध्यम से पूरे मामले की जांच कर रही है।
By: Yogesh Patel
Jul 06, 2025just now
बुजुर्ग के आत्महत्या मामले में सायबर ठगी का सामने आया एंगल
रीवा, स्टार समाचार वेब
कोतवाली थाना क्षेत्र के अखाड़ घाट निवासी एक अधेड़ के आत्महत्या मामले में सायबर ठगी का मामला सामने आया है। जालसाज पुलिस की वर्दी में वीडियो कॉलिंग के जरिये बुजुर्ग को ब्लैकमेल कर रहे थे। उनसे हजारों रुपये ऐंठ चुके थे। इस एंगल के सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच आईटी सेल को सौंप दिया है। वहीं शनिवार को शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
घटना के संबंध में मृतक के दामाद उमेश उर्फ गुड्डू ने बताया कि उनके ससुर सरोज विगत कई दिनों से पैसे को लेकर परेशान चल रहे थे। उन्होंने नगर निगम के सामने रहने वाले अपने मित्र सहित कई रिश्तेदारों से लगभग 37 हजार 770 उधार लेकर अपने मोबाइल क्रमांक 9039984609 से ठगों के मोबाइल क्रमांक 8955504415 में ट्रांसफर किए थे। इसके बाद भी लगातार गिरोह के सदस्य कभी वर्दी पहन कर तो कभी बड़ा अधिकारी बनकर लगातार उन्हें परेशान कर रहे थे। जिसकी जानकारी होने पर मैंने उन्हें ठगों के विरुद्ध कोतवाली में शिकायत दर्ज करने की भी सलाह दी थी। इससे पहले कि कोतवाली पहुंचकर शिकायत दर्ज कर पाते ठगों ने ब्लैकमेलिंग का इतना दबाव बनाया की बुजुर्ग ने खुद को गोली मार कर खुदकुशी कर ली। फिलहाल अब पूरे मामले की जांच कोतवाली पुलिस आईटी सेल की मदद से कर रही है। वहीं शनिवार की दोपहर शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।
स्टोर में मिला था शव
मृतक आखाड़ घाट स्थित अपने पुस्तैनी घर में रहते थे। देर शाम उनका शव घर के स्टोर रूम में बरामद हुआ था। पास ही लाइसेंसी बंदूक भी पड़ी मिली थी। लिहाजा पुलिस ने घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण कर सील कर दिया है। वहीं लाइसेंसी बंदूक को कब्जे में लेकर फोरेंसिक जांच कराने की कवायद कर रही है।
पिता की थी बंदूक
बताया जा रहा है कि मृतक के पिता मुन्नीलाल दुबे तहसीलदार के पद से रिटायर हुए थे। जिनके निधन के बाद मृतक सरोज दुबे ने उनकी लाइसेंसी 12 बोर की बंदूक का लाइसेंस अपने नाम ट्रांसफर करा लिया था। इसके बाद से बंदूक उन्हीं के पास रहती थी।
परिजनों से सायबर ठगी की जानकारी मिली है। जिसकी जांच पुलिस के आईटी सेल को सौंपी गई है। मृतक का मोबाइल जब्त कर जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।
-विवेक सिंह, एसपी रीवा