रीवा शहर में ट्रैफिक सिग्नलों की अनदेखी आम बात हो गई है। ढेकहा, सिरमौर, मार्तण्ड और कॉलेज चौराहे पर लगे सिग्नलों को करीब 80 प्रतिशत वाहन चालक जंप कर रहे हैं। ऑनलाइन चालानी कार्रवाई बंद होने से ट्रैफिक पुलिस की कार्यप्रणाली और सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
By: Star News
Dec 28, 20253:18 PM
हाइलाइट्स:
रीवा, स्टार समाचार वेब
शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिये ट्रैफिक पुलिस ने महानगरों की तर्ज पर आॅन लाइन चालानी कार्रवाई शुरू किया था, लेकिन यह कवायद कुछ ही दिन तक चली। अब यह व्यवस्था केवल अधिकारियों के दावों तक सीमित रह गई है। आलम यह है कि शहर में लगे ट्रैफिक सिग्नल का पालन नहीं हो रहा है। करीब 80 प्रतिशत वाहन चालक इसे जंप कर रहे हैं। ऐसे में हर दम एक्सीडेंट का खतरा बना रहता है।
उल्लेखनीय है कि शहर के चार चौराहों में ट्रैफिक सिग्नल लगाया गया है। इसमें ढेकहा, मार्तण्ड तिराहा, कॉलेज चौराहा और सिरमौर चौराहा शामिल हैं। यह सिग्नल यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिये लगाये गये हैं।
यहां पर सीसीटीव्ही कैमरे भी लगाये गये हैं, जिसकी मदद से यातायात व्यवस्था की निगरानी की जा रही है। इसका सर्वर रूम पुलिस कंट्रोल रूम में स्थापित किया गया है। कुछ माह पूर्व इन कैमरों की मदद से ट्रैफिक नियम को दरकिनार कर वाहन चलाने वालों पर आॅन लाइन चालानी कार्रवाई भी शुरू की गई थी। ट्रैफिक पुलिस ने इसका काफी प्रचार-प्रसार भी किया था। कुछ दिन तक व्यवस्था ठीक रही, लेकिन अब फिर से शहर का यातायात पुराने ढर्रे पर लौट आया है। आॅन लाइन चालानी कार्रवाई बंद हो गई। वाहन चालकों में इसका खौफ समाप्त हो गया। मसलन अब ज्यादातर वाहन चालक ट्रैफिक सिग्नल को जंप कर रहे हैं। रेड, ग्रीन और यलो लाइन का पालन नहीं हो रहा है। किसी भी चौराहों में यह अव्यवस्था देखी जा सकती है। ऐसे में हर वक्त एक्सीडेंट का खतरा बना रहता है।
ट्रैफिक पुलिस नहीं देती ध्यान
शहर के ढेकहा और सिरमौर चौराहा में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की तैनाती है। इनकी जबावदारी होती है कि यह वाहन चालकों को नियम का पालन करायें और उलंघन करने पर कार्रवाई करें। लेकिन यहां तैनात पुलिसकर्मी आराम फर्माते खड़े रहते हैं। जब कोई अधिकारी गुजरता है तो हरकत करते नजर आते हैं। यही वजह है कि वाहन चालक भी अपने मनमुताबिक सड़कों पर चलते हैं और सिग्नल को जंप करते हैं।
लेफ्ट साइड को भी नहीं छोड़ते
खास बात यह है कि वाहन चालक लेफ्ट साइड को भी नहीं छोड़ते हैं। यहां भी कब्जा जमाये खड़े रहते हैं या फिर इसी लाइन से सीधा गुजर जाते हैं। ऐसे में लेफ्ट की तरफ जाने वाले राहगीरों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। इसकी वजह से कई बार वाहनों में टक्कर हो जाती है और विवाद की स्थिति निर्मित हो जाती है।
हम लोगों ने आॅन लाइन चालानी कार्रवाई करने की कवायद शुरू की थी। लेकिन कई बार व्हीकल रजिस्ट्रेशन नंबर में दिये गये पते दूसरे के निकलते हैं ऐसे में चालान जमा नहीं हो पा रहे थे। इसके लिये आईटीएमएस सिस्टम होना आवश्यक है, लेकिन यह रीवा शहर में अभी है नहीं। इस वजह से इसे प्रभावी रूप से लागू नहीं कर पाये।
- अनीमा शर्मा, थाना प्रभारी, यातायात रीवा