सतना में एक कांट्रेक्टर युवक ने महिला मित्र की ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। मर्ग जांच के बाद आरोपी महिला के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज कर उसे जेल भेजा गया।
By: Star News
Jul 05, 2025just now
सतना, स्टार समाचार वेब
मास्टर प्लान निवासी पेशे से कांटेÑक्टर युवक ने महिला मित्र के द्वारा की जा रही ब्लैक मेलिंग से तंग आकर घर में फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। मर्ग जांच में मिले साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का प्रकरण दर्ज कर आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी महिला को न्यायालय में पेश किया गया जहां से न्यायिक अभिरक्षा में केन्द्रीय जेल भेज दिया गया। उल्लेखनीय है कि 16 जून की दोपहर सिविल लाइन थानान्तर्गत मास्टर प्लान निवासी दुष्यंत सिंह उर्फ शानू पिता स्व. अनिल सिंह 35 वर्ष ने घर में रखे जिम के सामान में फंदा बनाकर फांसी लगा ली थी। पंचनामा व पीएम कार्रवाई के उपरांत मर्ग कायम कर सिविल लाइन पुलिस ने जांच शुरू की।
पत्नी व बच्चों को छोड़ने का बना रही थी दबाव
सिविल लाइन पुलिस ने बताया कि मृतक दुष्यंत उर्फ शानू के रिश्ते वैशाली मिश्रा से थे। दोनों के रिश्ते एक साल से हैं। वैशाली के द्वारा दुष्यंत उर्फ शानू पर दबाव बनाया जा रहा था कि वह अपनी पत्नी व बच्चों को छोड़कर उसके साथ रहे। महिला मित्र वैशाली की बात मानने से दुष्यंत उर्फ शानू कई बार असमर्थता जता चुका था लेकिन वैशाली के द्वारा अलग-अलग हथकंडे अपनाकर दुष्यंत उर्फ शानू को परेशान किया जा रहा था।
बैंक में है कार्यरत
विवाहित प्रेमी को साथ रहने के लिए मजबूर करने और पैसों के लिए ब्लैकमेल करने वाली वैशाली मिश्रा शहर के निजी बैंक में काम करती है और वह मृतक दुष्यंत उर्फ शानू के मास्टर प्लान स्थित किराए के मकान से कुछ दूरी पर ही किराए से रहती है। जन चर्चा रही कि जिस वक्त शानू ने फांसी लगाई उस वक्त वैशाली शानू के घर पर थी। सूत्रों का कहना है कि शानू के द्वारा फांसी लगा लिए जाने पर वैशाली के द्वारा शानू के फोन के कई महत्वपूर्ण डाटा डिलीट कर दिए थे ताकि उसके बारे में कोई तकनीकी साक्ष्य मृतक के परिजनों और पुलिस को न मिलने पाए। मोबाइल का डाटा डिलीट किए जाने के संबंध में पुलिस ने विवेचना का हवाला देकर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
कई बार लिए पैसे
मृतक के परिजनों के बयान व जांच में तथ्य मिले कि दुष्यंत उर्फ शानू विवाहित है यह जानने के बावजूद वैशाली ने उसके साथ निजी रिश्ते बनाए। दुष्यंत उर्फ शानू से रिश्ते बनाकर वैशाली के द्वारा कई बार जरूरतों का हवाला देकर रुपए लिए गए। वह अपने हर निजी कार्य के लिए दुष्यंत उर्फ शानू से रुपए लिया करती थी। पुलिस ने बताया कि पत्नी और बच्चों को छोड़कर दुष्यंत उर्फ शानू ने वैशाली के साथ रहने से इंकार कर दिया तो वैशाली ने अपने रिश्तों को सार्वजनिक करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। जांच में आए तथ्य के आधार पर प्रकरण में धारा 108 बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज कर आरोपिया वैशाली मिश्रा पिता अशोक र्मिश्रा निवासी मास्टर प्लान को शुक्रवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। कार्रवाई में टीआई सिविल लाइन योगेन्द्र सिंह परिहार, एसआई राजेन्द्र प्रसाद मिश्रा, अम्बिका प्रसाद द्विवेदी, एएसआई अमर सिंह, प्रधान आरक्षक विवेक दुबे, प्रिंयका पटेल, आरक्षक अंकित सिंह शामिल रहीं।