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सांसद गणेश सिंह ने स्मार्ट सिटी कार्यों की खोली पोल, तस्वीरों और तर्कों से बताई सतना शहर की बदहाल स्थिति

सतना में स्मार्ट सिटी परियोजना की समीक्षा के दौरान सांसद गणेश सिंह ने विकास कार्यों पर गंभीर सवाल उठाए। 415 करोड़ खर्च के बावजूद शहर की दुर्दशा को लेकर नाराज़गी जताई गई। बैठक में सीवर, सड़क निर्माण, जल जीवन मिशन और नर्मदा जल आपूर्ति पर भी हुई खुली चर्चा।

By: Star News

Aug 03, 20253:54 PM

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सांसद गणेश सिंह ने स्मार्ट सिटी कार्यों की खोली पोल, तस्वीरों और तर्कों से बताई सतना शहर की बदहाल स्थिति

हाइलाइट्स

  • सांसद ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर उठाए सवाल, कहा - 415 करोड़ खर्च हुए फिर भी शहर की दुर्दशा झेलनी पड़ रही है।
  • बैठक में लाए गड्ढों और सीवर की तस्वीरें, नगर निगम कमिश्नर से मांगा जवाब - "काम हुआ क्या?"
  • महापौर ने कहा - सभी कार्य खराब नहीं, कुछ अच्छे भी हुए; तीन महीने में दिखेगा सतना का नया स्वरूप।

सतना, स्टार समाचार वेब

जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में स्मार्ट सिटी के  कार्यों को लेकर सांसद गणेश सिंह एवं महापौर योगेश ताम्रकार आमने -सामने हो गए। दरअसल, स्मार्ट सिटी के कार्यों की समीक्षा करते हुए सांसद गणेश सिंह ने विकास कार्यों पर सवाल उठाए।  सड़क व  सीवर लाइन के कार्य उनके निशाने पर रहे। सांसद ने नगर निगम कमिश्नर को निशाने पर लेते हुए इन सभी कार्यों में कमी निकाली और इनका जवाब जानना चाहा। सांसद ने समाचार पत्रों में छप रही खबरों और लोगों के तानों का उल्लेख करते हुए कहा कि शहर के विकास के नाम पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के 415 करोड़ रुपए खर्च हो गए बावजूद इसके विकास कार्यों को लेकर लोगों की बातें मुझे सुननी पड़ रहीं हैं। इस पर बैठक में मौजूद महापौर ने दखल देते हुए कहा कि ऐसा नहीं है कि सब कुछ खराब ही खराब है कुछ अच्छे कार्य भी हुए हैं, अगले तीन महीनों में शहर एक नए स्वरूप में होगा। कुछ बातों को आवश्यक तूल दिया जा रहा है। 

सबूतों के साथ दिखाई गड्ढे व सीवर की हालत 

दिशा की बैठक में शामिल होने आए सांसद पूरी तैयारी के साथ आए थे।  शहर के अन्दर की सड़कों के गड्ढों की फोटो भी लाए थे जिसे उन्होंने बैठक में दिखाया।  उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी के नाम पर सतना की जनता के साथ मजाक किया जा रहा है। उन्होंने नगर निगम आयुक्त से तल्ख अंदाज में पूछा, हर दिन सभी समाचार पत्रों में नगर निगम के खिलाफ और घटिया निर्माण कार्यों की खबरें छप रही हैं, फिर भी आप शिकायतों का इंतजार क्यों कर रहे हैं...? बरसात में लोगों के घरों में पानी घुस रहा है, सीवर लाइन के काम के बाद सडकें धंस गई हैं, ऐसी स्थिति में आपको और कौन सी शिकायत चाहिए...? सांसद ने स्मार्ट सिटी के बजट के दुरुपयोग पर भी गंभीर सवाल उठाए और पूछा, ऐसी जगहों पर पैसा खर्च किया गया, जहां जरूरत ही नहीं थी। यह फैसला किसने लिया...? सडकों पर केवल गड्ढे नजर आते हैं, एक भी सडक ऐसी नहीं जो गुणवत्तापूर्ण हो। सारा पैसा खत्म हो गया, फिर काम क्या हुआ...? सांसद श्री सिंह ने इस दौरान कहा कि स्मार्ट सिटी के काम क्वालिटी के साथ समय पर पूरे होने चाहिये। इसके लिये संबंधित विभाग और एजेंसी पर जिम्मेदारी निर्धारित करें। 

आरसीसी रोड पर कमिश्नर का अजब-गजब तर्क 

शहर की सड़कों की दुर्दशा को लेकर सांसद ने सवाल उठाते हुए कहा कि एक तरफ सड़क बनती है तो दूसरी तरफ सड़क उखड़ने लगती है, ऐसा क्यों? इस पर नगर निगम कमिश्नर शेर सिंह मीना ने एक ऐसा तर्क दिया जिस पर सभी एक-दूसरे का मुंह ताकने लगे। सांसद ने उनके जवाब पर कहा कि यह तो कोई तर्क नहीं हुआ। दरअसल, कमिश्नर ने कहा कि मेरी टेक्निकल टीम ने मुझे बताया है कि आरसीसी रोड के बनने के बाद उसमें एक माह तक वाहनों का आवागमन नहीं होना चाहिए, पर यहां रोड बनते ही गाड़ियां चलने लगती है जिससे रोड की चिकनाहट खत्म हो जाती है और सड़क उखड़ने लगती है। 

बेला से सतना तक गड्ढे ही गड्ढे 

एनएचएआई, एनएच पीडब्ल्यूडी बमीठा से सतना राष्ट्रीय राजमार्ग तथा एमपीआरडीसी की सड़कों के निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान सांसद ने कहा कि बेला से सतना तक सड़क में गड्ढे ही गड्ढे हैं, एनएचएआई के अधिकारियों से सांसद ने सवाल करते हुए कहा कि आप लोग कुछ काम क्यों नहीं करते हो? सर्विस लाइन पूरी तरह उखड़ गई है। बरसात के समय सभी सडकों के गडढे इत्यादि भरकर सड़कों को मोटरेवल बनाये रखा जाये।

फिर क्यों ले रहे टोल, मैं बात कर रहा हूं 

इस बीच चित्रकूट विधायक सुरेन्द्र सिंह गहरवार ने कहा कि जब सड़क में गडढे हैं, सर्विस लाइन ठीक नहीं है तो फिर लोगों से टोल क्यों लिया जा रहा है? इस पर सांसद ने विधायक की ओर इशारा करते हुए कहा कि........ मैं बात कर रहा हंू। 

जिपं अध्यक्ष ने खोली जल जीवन मिशन के आंकड़ों की पोल

जल जीवन की समीक्षा में बताया गया कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा रेट्रोफिटिंग और नवीन नलजल योजनाओं में से तीन विकासखंडों में कुल स्वीकृत 228 योजनाओं में 183 योजनायें पूर्ण कर ली गई हैं। जबकि 45 प्रगति पर है। इनमें 162 पूर्ण परियोजनाओं को पंचायत को हस्तांरित कर दिया गया है। इन आंकड़ों के सामने आते ही जिला पंचायत अध्यक्ष रामखेलावन कोल ने कहा कि हमारे यहां तो पानी नहीं पहुंचा है, लाइन तक नहीं बिछाई गई है जबकि विभाग के आंकड़ों में घर-घर नल-जल योजना के तहत पानी पहुंचाने का दावा किया जा रहा है। 

जनवरी 2026 तक हर हाल में सतना लाना है नर्मदा का पानी

बरगी बांध के दाई तट नहर के कार्यो के समीक्षा के दौरान सांसद श्री सिंह ने कहा कि दिसंबर 2025 तक स्लीमनाबाद टनल से सतना की ओर पानी लाने में सक्षम होंगे, तब तक नागौद तक की मुख्य कैनाल को दुरूस्त रखने की कार्यवाही प्राथमिकता के रूप में करें। बारिश के दौरान निर्माण कार्यों के अतिरिक्त जो भी अड़चने हों उन्हें दूर कर लिया जाये। सांसद ने कहा कि जनवरी 2026 तक हर हाल में सतना पानी लाना है। 

स्वदेश दर्शन: 25 करोड़ में संवरेंगे चित्रकूट के घाट 

चित्रकूट के समग्र विकास के तहत मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा मां मंदाकिनी के राघव घाट, भरत घाट और विश्राम घाट पर आध्यात्मिक अनुभव का हेरीटेज प्रोजेक्ट क्रियान्वित किया जा रहा है। स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत इन घाटों पर जनसुविधाओं एवं घाटों के आकर्षण के लिए 25 करोड़ के कार्य किये जायेंगे। मध्यप्रदेश पर्यटन निगम के इस कार्य हेतु कार्यकारी एजेंसी सवानी ग्रुप द्वारा दिशा की बैठक में पावर प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया गया। 

ये रहे मौजूद 

इस अवसर पर नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, विधायक नागौद नागेन्द्र सिंह, चित्रकूट सुरेंद्र सिंह गहरवार, कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस, कलेक्टर मैहर रानी बाटड, सीईओ जिला पंचायत संजना जैन, डीएफओ मयंक चांदीवाल, नगर पंचायत अध्यक्ष साधना पटेल, सुखवंती बाई बुनकर, नगर निगम के कार्यपालन यंत्री आरपी सिंह, एई रोजल प्रताप सिंह, सुभाष शर्मा सहित विभाग प्रमुख जिला अधिकारी उपस्थित थे।

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