सतना जिले के बिरसिंहपुर तहसीलदार डॉ. शैलेन्द्र बिहारी शर्मा ने पूर्व कटनी एसपी आईपीएस अविजीत रंजन पर जान से मारने की धमकी और आपराधिक गैंग लगाने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कलेक्टर और एसपी को पत्र लिखकर सशस्त्र सुरक्षा की मांग की है। पुलिस विभाग ने सुरक्षा देने के लिए भुगतान का नियम बताया है।
By: Yogesh Patel
Sep 07, 202510:00 PM
हाइलाइट्स
सतना, स्टार समाचार वेब
जिले में पदस्थ तहसीलदार को आईपीएस अफसर से जान का खतरा है। तहसीलदार के द्वारा कलेक्टर, एसपी के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर सशस्त्र सुरक्षा कर्मी मुहैया कराने की मांग की है। तहसीलदार के पत्र पर पुलिस विभाग के द्वारा नियम के तहत भुगतान करने पर पुलिस कर्मी उपलब्ध कराने की बात सामने आई है।
कलेक्टर- एसपी को लिखा पत्र
बिरसिंहपुर तहसीलदार एवं कार्यपालिक मजिस्ट्रेट डा. शैलेन्द्र बिहारी शर्मा ने पिछले दिनों कलेक्टर सतीश कुमार एस और पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता को पत्र लिखकर बताया कि उनको कटनी में पदस्थ रहे पूर्व एसपी अविजीत रंजन के द्वारा जान से मारने की धमकी व आपराधिक गैंगों को पीछे लगाया गया है। अपने पत्र में तहसीलदार डा. शर्मा ने उल्लेख किया है कि पिछले दस माह से कटनी के पूर्व एसपी के द्वारा लगातार जान से मारने की धमकी दी जा रही है तथा पूर्व में भी कई बार हमले की कोशिश करवाई गई। आईपीएस रंजन के द्वारा आपराधिक गैंगों को पीछे लगातार लगाया जा रहा है। तहसीलदार डा. शर्मा ने पत्र में लिखा है कि उन्होंने सुरक्षा को लेकर कई पत्र शासन स्तर पर पूर्व में भेजे हैं। वर्तमान में दस्यु प्रभावित क्षेत्र में पदस्थापना है, लिहाजा सुरक्षा प्रदाय करने के लिए सशस्त्र सुरक्षा कर्मी प्रदान किया जाए।
विवाद के कारण हटाए गए थे एसपी
बिरसिंहपुर तहसीलदार डा. शर्मा की पत्नी ख्याति मिश्रा बतौर सीएसपी कटनी में पदस्थ हैं तब कटनी एसपी के तौर पर आईपीएस अविजीत कुमार रंजन तैनात थे। डीएसपी स्तर के अधिकारी ख्याति मिश्रा का अपने पति व परिवार के बीच विवाद शुरू हुआ। पारिवारिक विवाद में कटनी पुलिस भी मैदान में उतर आई। तत्कालीन कटनी सीएसपी रही ख्याति मिश्रा पर स्थानीय पुलिस के जरिए अपने पिता, पुत्र व पति के अलावा अन्य लोगों के साथ मारपीट किए जाने के आरोप लगे, तब तहसीलदार डा. शर्मा ने खुला आरोप लगाया था कि यह सब कटनी एसपी अविजीत रंजन के इशारे पर हुआ। आईपीएस रंजन के द्वारा उनका परिवार तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इस विवाद के बाद स्वयं मुख्यमंत्री ने एक्स पर पोस्ट कर आईपीएस अविजीत कुमार रंजन को कटनी एसपी के पद से हटाने का बयान जारी किया था। तहसीलदार डा. शर्मा के द्वारा आईपीएस रंजन के विरुद्ध शासन स्तर पर कई जगह शिकायतें की गर्इं हैं। इन शिकायतों को संज्ञान में लेकर पुलिस मुख्यालय भोपाल ने आईपीएस श्री रंजन के खिलाफ विभागीय जांच की मंजूरी दे दी है।
सुरक्षा के लिए करना होगा भुगतान
बिरसिंहपुर के तहसीलदार डा. शर्मा के द्वारा कटनी के पूर्व एसपी आईपीएस अविजीत कु मार रंजन से जान से खतरे का अंदेशा जताते हुए सशस्त्र सुरक्षा कर्मी संबंधी आवेदन पत्र मिलने पर पुलिस विभाग ने एसडीएम मझगवां और तहसीलदार को पत्र लिखकर बताया कि सशस्त्र पुलिस कर्मी चाहने के लिए हर दिन के हिसाब से विभाग में भुगतान करना होगा। पुलिस कर्मी उपलब्ध कराने के लिए नियमों का हवाला देते हुए बताया गया कि आरक्षक स्तर के पुलिस कर्मी से लेकर उप निरीक्षक स्तर तक के पुलिस अधिकारी को सुरक्षा व्यवस्था में तैनात करने के लिए हर दिन के हिसाब से इतना भुगतान करना होगा। इस मामले में पुलिस विभाग का कहना है कि अतिरिक्त सुरक्षा के लिए निजी संस्था या व्यक्ति को विभाग ने पुलिस कर्मी के पद अनुसार पैसा जमा कराना होता है। पैसा जमा होने के बाद ही पुलिस कर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था में भेजा जाता है।