सिवनी के हायर सेकेंडरी स्कूल में बच्चों से कथित रूप से ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगवाने पर विवाद भड़का। अभिभावकों के विरोध के बाद प्रिंसिपल प्रतीक्षा मानगढ़े को हटाया गया और जिला शिक्षा अधिकारी ने मामले की जांच के निर्देश दिए।
By: Ajay Tiwari
Dec 04, 20253:08 PM
सिवनी. स्टार समाचार वेब
सिवनी जिले के अरी थाना क्षेत्र स्थित सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल में छात्रों से कथित तौर पर ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगवाने का मामला गरमा गया है। छात्रों का कहना है कि 1 दिसंबर को प्रार्थना सभा में गीता पाठ के बाद उनसे करीब 16 बार यह नारा लगवाया गया। बच्चों ने आरोप लगाया कि स्कूल की प्रभारी प्रिंसिपल प्रतीक्षा मानगढ़े ने सभी छात्रों पर इन नारे लगाने के लिए दबाव भी बनाया।
बच्चे जब घर पहुंचे तो उन्होंने यह घटना अभिभावकों को बताई, जिसके बाद गांव में आक्रोश फैल गया। 3 दिसंबर को अभिभावक और हिंदूवादी संगठन स्कूल पहुंचे और प्रिंसिपल के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने प्रिंसिपल को तुरंत स्कूल से हटाने और निलंबित करने की मांग उठाई।
विवाद बढ़ने पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। इसके कुछ समय बाद जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) एसएस कुमरे भी स्कूल पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने डीईओ के सामने भी नाराजगी जताई। प्रिंसिपल से बातचीत के बाद डीईओ ने उन्हें स्कूल से हटाकर अपने कार्यालय में अटैच करने का आदेश जारी किया।
छात्रों ने आरोप लगाया कि उनसे 16 बार ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगवाए गए।
अभिभावकों और हिंदूवादी संगठन के विरोध के बाद प्रिंसिपल को स्कूल से हटाया गया।
जिला शिक्षा अधिकारी ने मौके पर ही जांच टीम गठित की।
प्रिंसिपल ने गलती स्वीकारते हुए कहा कि उनका उद्देश्य सर्वधर्म सद्भाव का संदेश देना था।
स्थानीय लोग इससे भी संतुष्ट नहीं हुए और प्रिंसिपल के निलंबन की मांग पर अड़े रहे। बढ़ते दबाव के बीच डीईओ ने मौके पर ही एक जांच समिति गठित करने की घोषणा की और भरोसा दिलाया कि रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद स्थिति शांत हुई।
" शिकायत मिलने पर उन्होंने स्वयं स्कूल पहुंचकर जांच की। उनके अनुसार, प्रिंसिपल प्रतीक्षा मानगढ़े ने मामले में अपनी गलती स्वीकार की और कहा कि उनका उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था, बल्कि सर्वधर्म सद्भाव का संदेश देना था। उन्होंने अभिभावकों और छात्रों से माफी भी मांगी। वर्तमान में प्रिंसिपल को स्कूल से हटा दिया गया है और जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।"
एसएस कुमरे, जिला शिक्षा अधिकारी