भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश में अपने नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर दिया है। बैतूल से विधायक हेमंत खंडेलवाल को पार्टी ने निर्विरोध अपना नया प्रदेश अध्यक्ष चुन लिया है। केंद्रीय मंत्री और संगठन के प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को उनके अध्यक्ष बनने की घोषणा की।
By: Star News
Jul 02, 202518 hours ago
भोपाल. स्टार समाचार वेब
भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश में अपने नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर दिया है। बैतूल से विधायक हेमंत खंडेलवाल को पार्टी ने निर्विरोध अपना नया प्रदेश अध्यक्ष चुन लिया है। केंद्रीय मंत्री और संगठन के प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को उनके अध्यक्ष बनने की घोषणा की।
नए प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने अपनी नियुक्ति को "पद नहीं, बल्कि दायित्व" बताया। उन्होंने कहा कि कुशाभाऊ ठाकरे ने भाजपा के संगठन को एक आदर्श रूप दिया है और उनकी प्राथमिकता पार्टी की बुलंदी को बनाए रखना और उसे आगे बढ़ाना है। खुद को एक आम कार्यकर्ता बताते हुए, उन्होंने कहा, "हम सबको मिलकर नया इतिहास गढ़ना है।"
कांग्रेस को चुनौती देते हुए, खंडेलवाल ने कहा, "जैसा चुनाव बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष का कराया, वैसा चुनाव कांग्रेस पार्षद चयन का भी करके दिखाए।"
"खंडेलवाल ने कहा"जो काम करेगा उसका सम्मान होगा और जो दाएं-बाएं करेगा उसको दिक्कत होगी।"
वीडी ने सौंपा पार्टी का ध्वज
निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने हेमंत खंडेलवाल को पार्टी का ध्वज सौंपते हुए बधाई दी। शर्मा ने अपने पांच साल और चार महीने के कार्यकाल में मध्य प्रदेश के कार्यकर्ताओं द्वारा टीम भावना से किए गए कार्यों और 41 लाख से अधिक कार्यकर्ताओं की मेहनत की सराहना की। उन्होंने अपने कार्यकाल में अनजाने में किसी को भी ठेस पहुंचाने के लिए क्षमा याचना भी की।
खंडेलवाल के चयन के पीछे के कारण
हेमंत खंडेलवाल का चुनाव अचानक नहीं हुआ है, बल्कि यह उनके लंबे संगठनात्मक अनुभव और परिपक्वता का परिणाम है। वह संगठन के भीतर लंबे समय से सक्रिय रहे हैं, उन्होंने प्रदेश कोषाध्यक्ष, कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट के प्रमुख और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभिन्न प्रकल्पों से सीधे जुड़कर काम किया है।
लो प्रोफाइल छवि है खंडेलवाल की
उनकी लो-प्रोफाइल छवि, संयमित भाषण शैली और सामाजिक मुद्दों पर सक्रियता ने उन्हें इस शीर्ष पद के लिए सर्वमान्य बना दिया। बीजेपी ने उनके चयन से एक अनुभवी और संगठन-प्रिय नेता को चुनने के साथ-साथ क्षेत्रीय और सामाजिक संतुलन को भी साधने का प्रयास किया है, क्योंकि मुख्यमंत्री ओबीसी वर्ग से हैं और खंडेलवाल सामान्य वर्ग से आते हैं।
हेमंत खंडेलवाल का राजनीतिक सफर
हेमंत खंडेलवाल का जन्म 3 सितंबर 1964 को मथुरा में हुआ था। उन्होंने बैतूल के जेएच गवर्नमेंट कॉलेज से बीकॉम और एलएलबी की पढ़ाई की है। उन्हें राजनीति विरासत में मिली, क्योंकि उनके पिता विजय कुमार खंडेलवाल बीजेपी के एक कद्दावर नेता और सांसद रहे थे। उनकी पत्नी रितु खंडेलवाल पश्चिम बंगाल से हैं।
संगनात्मक अनुभव है पहचान
राजनीतिक विरासत मिलने के बावजूद, हेमंत खंडेलवाल ने इसे केवल पारिवारिक पहचान तक सीमित नहीं रखा। उन्होंने अपने संगठनात्मक अनुभव और सादगीपूर्ण नेतृत्व के दम पर अपनी पहचान बनाई। साल 2008 में पिता के निधन के बाद, बीजेपी ने उन्हें बैतूल से लोकसभा उपचुनाव में टिकट दिया था, जिसमें उन्होंने जीत हासिल की थी।
हेमंत ऋतु की बात ही कुछ अलग है
"ऋतुओं में सब ऋतुओं का मजा आता है, लेकिन हेमंत ऋतु की बात ही कुछ अलग है , यह ऋतु दशहरा और दीवाली जैसे त्योहारों की शुरुआत करती है, और अब नए अध्यक्ष के साथ नई शुरुआत होगी। राजनीति उनके लिए जनता से जुड़ाव है और उन्हें अपनी भूमिका और मजबूती से निभानी है।
डॉ मोहन यादव सीएम मप्र
सीएम राइज स्कूल का सुझाव हेमंतजी का
खंडेलवालजी ने पहले भी सौंपे गए कार्यों को सहजता से पूरा किया है और वे एक आदर्श विधायक हैं। स्कूलों में सुधार का सुझाव हेमंत जी ने ही दिया था, जिसके आधार पर सीएम राइज स्कूल योजना बनाई गई।
शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री