पीएमश्री मॉडल साइंस कॉलेज रीवा अब छात्रों की पहली पसंद बन चुका है। पहले जहां सीमित कोर्स और सुविधाएं थीं, वहीं अब हर विषय उपलब्ध है। एडमिशन संख्या चार गुना बढ़ गई है, एआई और फिनटेक जैसे डिप्लोमा कोर्स आईआईटी दिल्ली से जुड़े हैं, सभी विषयों में रिसर्च शुरू हो चुकी है और टॉप क्लास सुविधाओं के साथ यह कॉलेज पूरे प्रदेश में अलग पहचान बना रहा है।
By: Yogesh Patel
Aug 20, 2025just now
हाइलाइट्स
रीवा, स्टार समाचार वेब
पहले सिर्फ मॉडल था तो हर मामले में कॉलेज पीछे चल रहा था। जब से पीएमश्री हुआ तो कॉलेज को चार चांद लग गए। यहां कोर्स बढ़ गए। दिल्ली आईआईटी से एआई के डिप्लोमा कोर्स चलाए जा रहे है। साइंस के हर विषय में रिसर्च जोड़ दिया गया है। बसों की सुविधा मिल गई है। छात्रों की जो सीटें कभी भरती नहीं थी, अब यहां मारामारी है। छात्र संख्या चार गुना बढ़ गई है।
मॉडल साइंस कॉलेज का नाम किसी से छुपा नहीं है। इसकी स्थापना वर्ष 1963 में हुई थी। तब से यहां सिर्फ तीन कोर्स संचालित हो रहे थे। छात्र संख्या कुल मिलाकर 3 हजार के अंदर ही सिमट जा रही थी। सुविधाओं के नाम पर यहां कुछ नहीं था। शिक्षक भी पर्याप्त नहीं थे। अतिथि विद्वानों के भरोसे कॉलेज चल रहा था। जब से पीएम श्री का नाम जुड़ा है, तब से यहां के हालात बदल गए हैं। इंन्फ्रास्ट्रचर से लेकर सुविधाओं में चार चांद लग गए है। अब यह पहले वाला मॉडल साइंस नहीं रह गया है। यहां ऐसा कोई भी विषय नहीं शेष है जो संचालित न हो रहा हो। राष्टÑीय शिक्षा नीति के तहत एक ही छत के नीचे वह सारे विषयों की पढ़ाई कराई जा रही है जिसके लिए छात्र इधर उधर भटक रहते थे। विषय बढ़ने से सीटें भी बढ़ गई। अब यहां प्रथम वर्ष में ही एडमिशन संख्या 4 हजार पहुंच गई है। इससे ही कॉलेज की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। अब यह कॉलेज सभी को मात दे रहा है।
यह कोर्स किए जा रहे हैं संचालित
पीएम श्री मॉडल साइंस कॉलेज में पहले बीएससी, एमएससी और बीसीए ही संचालित हो रहा था। अब यहां बीए, बीबीए, बीकॉम, बीकाम बीएफएसआई, बीसीए, बीएससी प्लेन विषय संचालित किए जा रहे हैं। इसके अलावा डिप्लोमा कोर्स में एआई और एआई फिन्टेक कोर्स संचालित किया जा रहा है। इसमें एडमिशन सिर्फ उन्हें ही मिलता है जो आईआईटी दिल्ली से आयोजित आनलाइन परीक्षा में पास होते हैं। अन्य कोर्स के साथ छात्रों को यह डिप्लोमा फ्री में कराया जाता है। इसकी फीस मप्र सरकार वहन करती है। इसके अलावा कम्प्यूटर साइंस और बायोटेक विषय पहले सेल्फ फायनेंस थे। फीस 18 हजार रुपए साल लगती थी। अब यह रेग्युलर विषय में शामिल हो गए हैं। फीस कम हो गई है।
खाली पद भर गए, सहायक प्राध्यापकों की कमी हुई दूर
भले ही दूसरे कॉलेजों में सहायक प्राध्यपक न हो लेकिन पीएम श्री एक्सीलेंस कॉलेज इस मामले में धनी है। यहां सीटों को भरने के लिए दूसरे जिलों और कॉलेजों से सहायक प्राध्यापकों की पदस्थापना की गई। यहां पहले 17 और बाद में 5 सहायक प्राध्यापक पदस्थ किए गए। नए कोर्स आर्ट और कामर्स शुरू किए गए। इनके भी शिक्षक कॉलेज को मिले। पहले जो छात्र छात्राएं आर्ट और कामर्स के लिए जीडीसी और टीआरएस जाते थे। वह अब यहां आ रहे हैं।
टॉप क्लास फैसिलिटी मिल रही
मॉडल साइंस कॉलेज के पीएमश्री होने पर यहां सुविधाआें में इजाफा हुआ है। 40 नए कम्प्यूटर का लैब खोला गया है। दो बसें संचालित की जा रही हैं। इसके अलावा नवीन सभागार भी बन कर तैयार हो गया है। इस वर्ष एआईसीटी से बीबीए और बीसीए की संबद्धता भी मिल गई है। इसके अलावा कॉलेज में होटल मैनेजमेंट और एविएशन के कोर्स भी संचालित होने हैं। एयरपोर्ट और होटलों का विस्तार होने का इंतजार चल रहा है।
साइंस के सभी विषयों को रिसर्च से जोड़ा गया
साइंस कॉलेज में 7 विषय है। इसमें बॉटनी, जुलॉजी, कैमेस्ट्री, जियोलॉजी, मैथ, स्टैट, फिजिक्स शामिल हैं। इन सभी विषयों को रिसर्च से जोड़ दिया गया है। रिसर्च विथ आॅनर्स कर दिया गया है। इसमें बीएससी 4 साल की कर दी गई है। छात्र इन कोर्स में रिसर्च भी कर सकते हैं। सभी विषयों के लिए रिसर्च सेंटर बनाया गया है।
कॉलेज में अभी बहुत कुछ होना है। पीएमश्री होने के बाद यहां एक ही छत के नीचे सभी विषयों के अध्ययन की सुविधाएं दी जा रही है। सभी कोर्स शुरू किए गए हैं। छात्रों की संख्या 4 गुना बढ़ गई है। साइंस के सभी विषयों में रिसर्च कराया जा रहा है। रिसर्च सेंटर बनाया गया है। एआई का डिप्लोमा कोर्स संचालित किए जा रहे हैं। यहां ऐसी शिक्षा दी जा रही है कि यहां से निकलने के बाद छात्रों का भविष्य सुरक्षित रहे। उन्हें आसानी से बड़े संस्थानों में नौकरी मिल जाए।
प्रो. रविन्द्र तिवारी, प्राचार्य, पीएमश्री मॉडल साइंस कॉलेज रीवा