तेलंगाना की सत्तारूढ़ बीआरएस पार्टी ने एमएलसी के. कविता को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित कर दिया है। कविता ने आरोप लगाया था कि उन्हें साजिश के टीबीजीकेएस से हटाया गया और पार्टी के अंदर ही कुछ नेता उन्हें हाशिये पर धकेलने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने एक लीक हुए पत्र को लेकर पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए थे।
By: Arvind Mishra
Sep 02, 20253 hours ago
तेलंगाना की सत्तारूढ़ बीआरएस पार्टी ने एमएलसी के. कविता को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित कर दिया है। कविता ने आरोप लगाया था कि उन्हें साजिश के टीबीजीकेएस से हटाया गया और पार्टी के अंदर ही कुछ नेता उन्हें हाशिये पर धकेलने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने एक लीक हुए पत्र को लेकर पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। दरअसल, भारत राष्ट्र समिति की एमएलसी के कविता को मंगलवार को तत्काल प्रभाव से पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया है। यह फैसला कविता के पिता, तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री और बीआरएस के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव ने लिया। बीआरएस का कहना है कि कविता के हालिया बयान और उनकी गतिविधियां पार्टी की नीतियों और सिद्धांतों के खिलाफ है। पार्टी अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव ने कविता के खिला यह अनुशासनात्मक कार्रवाई की और उनके निलंबन की घोषणा की। यह कदम हफ्तों के बढ़ते तनाव के बाद उठाया गया है। सस्पेंशन से एक दिन पहले ही के. कविता ने बीआरएस के भीतर तूफान खड़ा कर दिया था, जब उन्होंने खुले तौर पर पार्टी सहयोगियों पर केसीआर की छवि को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया था।
भ्रष्टाचार का ठप्पा
के. कविता ने पार्टी के वरिष्ठ नेता टी हरीश राव और पूर्व सांसद मेघा कृष्ण रेड्डी पर उनके पिता पर भ्रष्टाचार का ठप्पा लगाने का आरोप लगाया था। कविता ने हरीश राव और संतोष कुमार पर उन्हें हाशिए पर डालने की साजिश रचने का दावा किया था।
पत्र लीक के बजाय मेरे खिलाफ कार्रवाई
के कविता ने सार्वजनिक रूप से पूछा कि जो पत्र मैंने अपने पिता एवं पार्टी अध्यक्ष को लिखा था वो किसने लीक किया। कविता ने पार्टी के भीतर ही कुछ लोगों पर संगठन को कमजोर करने का आरोप लगाया। कविता ने कहा, मैंने सैकड़ों पत्र लिखे हैं, इसमें गलत क्या है। पत्र लीक की जांच करने के बजाय पार्टी नेतृत्व ने उनके खिलाफ कार्रवाई की। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके पास झूठी जानकारियां पहुंचाई गईं जो केसीआर के नाम से थीं। उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि बीआरएस को भाजपा में मिलाने की कोशिशें हो रही हैं, जिसका उन्होंने जेल में रहते हुए भी विरोध किया था।