मध्यप्रदेश में सरकारी नौकरी का इंतजार कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। प्रदेश में आगामी सिंहस्थ महाकुंभ की तैयारियों को देखते हुए 5,000 नए होमगार्ड की भर्ती की जाएगी। यह घोषणा आज यानी शनिवार को सीएम डॉ. मोहन यादव ने भोपाल में आयोजित होमगार्ड स्थापना दिवस के अवसर पर की।
By: Arvind Mishra
Dec 06, 20251:40 PM

भोपाल। स्टार समाचार वेब
मध्यप्रदेश में सरकारी नौकरी का इंतजार कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। प्रदेश में आगामी सिंहस्थ महाकुंभ की तैयारियों को देखते हुए 5,000 नए होमगार्ड की भर्ती की जाएगी। यह घोषणा आज यानी शनिवार को सीएम डॉ. मोहन यादव ने भोपाल में आयोजित होमगार्ड स्थापना दिवस के अवसर पर की। होमगार्ड ग्राउंड में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने होम गार्ड परेड निरीक्षण वाहन से परेड का निरीक्षण किया, इसके बाद परेड की सलामी ली। मुख्यमंत्री ने जवानों के साहस और अनुशासन की सराहना की। उन्होंने बताया कि प्रदेश में बैगा, सहरिया और भारिया समुदायों की विशेष बटालियन का गठन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने होम गार्डस के लिए स्थायी आवास देने की घोषणा की। इसके अलावा, अदम्य साहसिक कार्य सम्मान पुरस्कार देने की बात भी कही।
अनुकंपा अनुदान राशि बढ़ाएगी सरकार
सीएम ने मुख्यमंत्री अदम्य साहस पुरस्कार की घोषणा भी की, जिसके तहत 10 टीमों को 51-51 हजार रुपए से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार हर वर्ष प्रदान किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने अनुकंपा अनुदान राशि बढ़ाने, हर देवालय में होमगार्ड द्वारा प्रार्थना आयोजन, और जवानों के लिए स्थायी आवास उपलब्ध कराने की योजना की भी जानकारी दी।
होमगार्ड पुलिस से कम नहीं
सीएम डॉ. मोहन यादव ने दो महीने के सेवा बाध्यकाल को समाप्त करने का फैसला भी घोषित किया। सीएम ने कहा कि होमगार्ड कभी पीछे नहीं रहते । न ये पुलिस से कम हैं और न पुलिस से अलग हैं। जहां भी आपात स्थिति होती है, होमगार्ड सबसे पहले पहुंचते हैं। सीएम ने कहा-पिछले वर्ष जलभराव और आपदा की स्थितियों में होमगार्ड जवानों ने 5 हजार से अधिक लोगों की जान बचाई, और खुद को जनसेवा के जलदूत के रूप में साबित किया।
स्थायी आवास निर्माण का आदेश
आवास सुविधाओं की आवश्यकता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने होम गार्ड जवानों के लिए स्थायी आवास निर्माण के आदेश भी दिए। सीएम ने कहा कि सरकार सुनिश्चित करेगी कि हर होम गार्ड को सुरक्षित और स्थायी आवास उपलब्ध कराया जाए।
एनडीआरएफ-एसडीआरएफ को विशेष प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि 2014 में एनडीआरएफ का गठन हुआ था और तब से इस बल ने उत्कृष्ट तरीके से अपना कर्तव्य निभाया है। उन्होंने जानकारी दी कि इंदौर में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसका उपयोग आगामी उज्जैन सिंहस्थ में किया जाएगा।