हर साल 1 जुलाई को भारत में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (Doctors' Day) मनाया जाता है। यह दिन चिकित्सा पेशे से जुड़े सभी डॉक्टरों के अथक प्रयासों, समर्पण और निस्वार्थ सेवा को सलाम करने का अवसर है।
By: Star News
Jun 22, 20251:00 AM
हर साल 1 जुलाई को भारत में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (Doctors' Day) मनाया जाता है। यह दिन चिकित्सा पेशे से जुड़े सभी डॉक्टरों के अथक प्रयासों, समर्पण और निस्वार्थ सेवा को सलाम करने का अवसर है। यह सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि उन जीवन रक्षकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का प्रतीक है जो दिन-रात मानव जीवन को बचाने और बेहतर बनाने के लिए कार्यरत हैं।
यह विशेष दिन महान चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय की जयंती और पुण्यतिथि के अवसर पर मनाया जाता है। डॉ. रॉय एक दूरदर्शी नेता, शिक्षाविद् और एक उत्कृष्ट चिकित्सक थे जिन्होंने चिकित्सा के क्षेत्र में अविस्मरणीय योगदान दिया। उनके जीवन और कार्य हमें प्रेरणा देते हैं कि कैसे एक व्यक्ति अपने ज्ञान और सेवा भाव से समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
डॉक्टरों का पेशा सिर्फ एक नौकरी नहीं, बल्कि एक पवित्र कर्तव्य है। वे न केवल बीमारियों का इलाज करते हैं, बल्कि आशा, विश्वास और जीवन जीने की प्रेरणा भी देते हैं। एक डॉक्टर को अक्सर व्यक्तिगत सुख-सुविधाओं और पारिवारिक जीवन का त्याग करना पड़ता है। विषम परिस्थितियों में, चाहे वह महामारी हो, प्राकृतिक आपदा हो या कोई आपात स्थिति, डॉक्टर हमेशा सबसे आगे खड़े होते हैं। वे अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों की सेवा करते हैं, कई बार खुद की परवाह किए बिना।
कोविड-19 महामारी के दौरान हमने डॉक्टरों के इस निस्वार्थ समर्पण को करीब से देखा। जब दुनिया थम सी गई थी, तब हमारे डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ अपनी जान हथेली पर रखकर मरीजों की सेवा में जुटे थे। उन्होंने अनगिनत जिंदगियां बचाईं और इस भयानक संकट में उम्मीद की किरण बने रहे।
हालांकि डॉक्टर सम्मान के पात्र हैं, लेकिन उन्हें कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है। मरीजों की बढ़ती उम्मीदें, काम का अत्यधिक दबाव, हिंसा के मामले और कानूनी जटिलताएं उनके लिए तनावपूर्ण परिस्थितियां पैदा करती हैं। ऐसे में समाज का यह दायित्व है कि वह डॉक्टरों के प्रति सम्मान और सहयोग का भाव रखे।
यह दिन हमें यह भी याद दिलाता है कि स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत बनाना कितना आवश्यक है। डॉक्टरों को बेहतर सुविधाएं, सुरक्षित कार्यस्थल और उचित सम्मान मिलना चाहिए ताकि वे बिना किसी भय के अपना काम कर सकें।
चिकित्सक दिवस पर, हमें अपने डॉक्टरों के प्रति आभार व्यक्त करना चाहिए। यह केवल एक दिन का सम्मान नहीं, बल्कि उनके प्रति आजीवन कृतज्ञता का भाव होना चाहिए। आइए, हम सब मिलकर डॉक्टरों के योगदान को स्वीकार करें और उन्हें वह सम्मान दें जिसके वे truly हकदार हैं। यह न केवल हमारे स्वास्थ्य सेवा नायकों का मनोबल बढ़ाएगा, बल्कि एक स्वस्थ और मजबूत समाज के निर्माण में भी सहायक होगा।