दिल्ली में पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज के घर समेत 13 ठिकानों पर ईडी ने छापा मारा है। यह कार्रवाई अस्पताल निर्माण में हुए 5,590 करोड़ के घोटाले को लेकर की गई है। ईडी की टीम ने दिल्ली और आस पास के 13 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। अचानक इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है।
By: Arvind Mishra
Aug 26, 20254 hours ago
दिल्ली में पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज के घर समेत 13 ठिकानों पर ईडी ने छापा मारा है। यह कार्रवाई अस्पताल निर्माण में हुए 5,590 करोड़ के घोटाले को लेकर की गई है। ईडी की टीम ने दिल्ली और आस पास के 13 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। अचानक इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। दरअसल, दिल्ली के आप नेता और पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज पर दिल्ली की एंटी-करप्शन ब्रांच ने आप सरकार के दौरान स्वास्थ्य ढांचे से जुड़ी परियोजनाओं में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मामले में पूर्व स्वास्थ्य मंत्रियों सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन के खिलाफ जून में केस दर्ज किया था. मामले में ईडी ने जुलाई में केस दर्ज किया था। आप के कार्यकाल के दो स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन की भूमिका 5,590 करोड़ के घोटाले में जांच के दायरे में है। ईडी के मुताबिक, 2018-19 में आम आदमी पार्टी सरकार ने 24 अस्पताल परियोजनाओं को मंजूरी दी थी। योजना थी कि छह महीने के भीतर आईसीयू अस्पताल तैयार कर दिए जाएंगे, लेकिन दावा है कि अब तक काम पूरा नहीं हुआ, जबकि 800 करोड़ से ज्यादा खर्च हो चुके हैं। अब तक सिर्फ 50 प्रतिशत काम ही पूरा हुआ है।
ईडी ने यह भी पाया कि दिल्ली सरकार के लोक नायक अस्पताल में निर्माण लागत 488 करोड़ रुपए से बढ़कर 1,135 करोड़ रुपए तक पहुंच गई। एजेंसी का आरोप है कि कई अस्पतालों में बिना सही मंजूरी के ही निर्माण कार्य शुरू कर दिए गए। आप ने अपने बयान में कहा था कि साल 2018-19 में अस्पताल परियोजनाओं को मंजूरी दी गई थी, जिनमें 11 ग्रीनफील्ड और 13 ब्राउनफील्ड प्रोजेक्ट शामिल थे।
एसीबी द्वारा दर्ज केस में कहा गया था कि शहरभर में अस्पतालों, पॉलीक्लिनिक और आईसीयू इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में भारी अनियमितताएं, बिना वजह देरी और बड़े पैमाने पर फंड की हेराफेरी सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, कई सौ करोड़ तक की लागत बढ़ोतरी दर्ज की गई और तय समय सीमा के भीतर एक भी प्रोजेक्ट पूरा नहीं हुआ।
22 अगस्त 2024 को उस समय के दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने मामले की शिकायत की थी। इस शिकायत में जीएनसीटीडी के तहत चल रही कई स्वास्थ्य से संबंधित परियोजनाओं में गंभीर अनियमितताओं और संदिग्ध भ्रष्टाचार की ओर इशारा किया गया था। शिकायत में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन का नाम लिया गया था, उन पर परियोजनाओं के बजट में सुनियोजित हेरफेर, सार्वजनिक धन के दुरुपयोग और निजी ठेकेदारों के साथ मिलीभगत के आरोप लगाए गए थे।