देशभर में बाढ़-बारिश का कहर जारी है। पानी से लोगों की जिंदगी अस्त-व्यस्त हो गई है। लोग घर छोड़कर पलायन शुरू कर दिए हैं। बारिश से सबसे ज्यादा पंजाब-हरियाणा और दिल्ली में हालात बिगड़ गए हैं। पंजाब के सभी 23 जिलों में बाढ़ आ गई है। 1,655 गांवों में 3.55 लाख लोग प्रभावित हैं। राज्य में सभी स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी की छुट्टियां 7 सितंबर तक बढ़ा दी गई हैं।
By: Arvind Mishra
Sep 04, 2025just now
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
देशभर में बाढ़-बारिश का कहर जारी है। पानी से लोगों की जिंदगी अस्त-व्यस्त हो गई है। लोग घर छोड़कर पलायन शुरू कर दिए हैं। बारिश से सबसे ज्यादा पंजाब-हरियाणा और दिल्ली में हालात बिगड़ गए हैं। पंजाब के सभी 23 जिलों में बाढ़ आ गई है। 1,655 गांवों में 3.55 लाख लोग प्रभावित हैं। राज्य में सभी स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी की छुट्टियां 7 सितंबर तक बढ़ा दी गई हैं। बाढ़ में अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं पड़ोसी राज्य हरियाणा के कई इलाके भी बाढ़ की चपेट में हैं। राज्य में 11 लोगों की मौत हुई है। हिसार, पंचकूला, अंबाला और रोहतक में अगले आदेश तक सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। इधर, देश की राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है जिससे खादर क्षेत्र में बाढ़ आ गई है। सिविल लाइंस और दिल्ली सचिवालय के पास पानी पहुंच गया है। राजघाट से कश्मीरी गेट के साथ ही कई रास्तों पर आवाजाही रोक दी गई है। फरीदाबाद सोनीपत पलवल गाजियाबाद और नोएडा में भी अलर्ट जारी किया गया है। मयूर विहार फेज-1 के पास बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए बने राहत शिविरों में यमुना का पानी भर गया। अलीपुर इलाके में नेशनल हाईवे-44 पर फ्लाईओवर का एक हिस्सा धंस गया।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में गुरुवार सुबह भूस्खलन में दो घर ढह गए। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। छह लोग अंदर फंस गए। कुल्लू में बुधवार को भी भूस्खलन हुई थी। मलबे में दबे एक एनडीआरएफ जवान को 24 घंटे बाद आज सुबह निकाला गया।
पंजाब में बाढ़ से बड़े पैमाने पर खेती को नुकसान पहुंचा है। 1.75 लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में फैली फसल बर्बाद हो गई है। कुल मिलाकर 3.55 लाख से अधिक लोग बाढ़ से सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं। वहीं, 19474 लोगों को बचाया गया है। फरीदकोट के कई गांव और निचले इलाकों में बारिश का पानी जमा हो रहा है।
बारिश का असर दिल्ली की सड़कों और बुनियादी ढांचे पर भी दिख रहा है। एनएच-44 पर अलीपुर के पास बना फ्लाईओवर धंस गया। हादसे में एक थ्री-व्हीलर फंस गया और उसका ड्राइवर घायल हो गया। हादसे के बावजूद वहां से गुजर रही गाड़ियों की आवाजाही नहीं रुकी। स्थानीय लोगों का कहना है कि फ्लाईओवर के नीचे की मिट्टी लगातार कट रही है और यदि समय रहते ट्रैफिक रोका नहीं गया तो बड़ा हादसा हो सकता है।
दिल्ली की स्थिति और खराब तब हो गई, जब राहत के लिए बनाए गए कैंप भी पानी में डूबने लगे। मयूर विहार फेज-1 के पास लगाए गए कई राहत शिविरों में पानी घुस गया है। यहां रह रहे लोग अब दोहरी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। एक तरफ घरों से विस्थापित होना और दूसरी ओर राहत कैंपों में भी सुरक्षित जगह का न मिलना।
जम्मू-कश्मीर में झेलम नदी के उफान पर आने से बडगाम जिले के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। श्रीनगर में लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों ने निचले इलाकों में लोगों को घरों से निकलकर सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए एडवाइजरी जारी की है। एहतियात के तौर पर, लासजन, सोइतेंग, नौगाम, व्येथपोरा, गोलपोरा, पदशाहीबाग और महजूरनगर के लोगों को इन इलाकों को खाली करके सुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह दी गई है।
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर, बलरामपुर जिले में तेज बारिश का यलो अलर्ट है। बिलासपुर, मुंगेली, रायगढ़ समेत 10 जिलों में बिजली और आधी की आशंका है। लगातार बारिश से बलरामपुर के लुत्ती में पुराना बांध बह गया। पानी के तेज बहाव में निचले इलाके के चार घरों से 7 लोग बह गए। इनमें से 4 शव मिल गए हैं। जीन लापता हैं।
इंदौर में बारिश से कान्ह उफनी, दो लोगों का रेस्क्यू
इधर, मध्यप्रदेश में भी बारिश आफत बन गई है। इंदौर में बुधवार रात से हो रही बारिश गुरुवार को भी जारी है। यशवंत सागर डैम के 2 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। कृष्णपुरा पुल के पास कान्ह नदी का जलस्तर बढ़ने से दो लोग फंस गए थे। जिन्हें नगर निगम और पुलिस की टीम ने सुरक्षित निकाला। उज्जैन में क्षिप्रा का जलस्तर बढ़ने से घाट किनारे के मंदिर डूब गए हैं। उनके गुंबद तक पानी आ गया है। रतलाम और आसपास के इलाकों में गुरुवार सुबह तेज बारिश हुई। इससे जनता कॉलोनी, पीएंडटी कॉलोनी, जवाहर नगर समेत कई रिहायशी इलाकों में पानी भर गया। इधर राजधानी भोपाल में देर रात तक तेज बारिश का दौर जारी है। गुरुवार को भी सुबह-सुबह कुछ क्षेत्रों में तेज और कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई। हालांकि साढ़े दस बजे के करीब मौसम साफ हो गया और धूप भी निकल आई। इससे लोगों ने राहत की सांस ली। इधर, मौसम विभाग ने 26 जिलों में अति भारी या भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। अगले 24 घंटे के दौरान झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, देवास और सीहोर में अति भारी बारिश होने का अलर्ट है।