मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यापम घोटाले की तर्ज पर अब एमपी पुलिस भर्ती परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। इससे भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता सवालों के घेरे में आ गई है। पुलिस ने मप्र के आठ जिलों में 16 एफआइआर दर्ज की गई है।
By: Star News
Jun 05, 20253:08 PM
भोपाल। मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यापम घोटाले की तर्ज पर अब एमपी पुलिस भर्ती परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। इससे भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता सवालों के घेरे में आ गई है। पुलिस ने मप्र के आठ जिलों में 16 एफआइआर दर्ज की गई है। साथ ही 24 आरोपियों, जिनमें अभ्यर्थी, साल्वर और कियोस्क संचालक शामिल हैं, अरेस्ट किया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि एक साल्वर ने सात अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा दी, जिसमें पांच सफल रहे। फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद पुलिस दावा कर रही है कि फर्जी तरीके से चयनित अभ्यर्थियों की संख्या 50 के पार जा सकती है। दरअसल, मध्य प्रदेश में कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा-2023 में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। अभ्यर्थियों ने आधार कार्ड में बायोमैट्रिक डेटा बदलकर अपनी जगह साल्वर को परीक्षा में बैठा दिया।
किन जिलों में हुआ फर्जीवाड़ा
पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में शिवपुरी, श्योपुर, इंदौर, ग्वालियर, अलीराजपुर, राजगढ़, मुरैना और शहडोल में फर्जीवाड़ा सामने आया। इन जिलों में अब तक 16 एफआईआर दर्ज की गई हैं। वहीं ग्वालियर में पांच के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। श्योपुर में सात लोग, जिनमें तीन चयनित अभ्यर्थी और उनके साल्वर शामिल हैं, गिरफ्तार किए गए हैं।
दस हजार का इनाम घोषित
इधर, पुलिस ने अब तक 24 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें अभ्यर्थी, साल्वर और आधार अपडेट में शामिल कियोस्क संचालक शामिल हैं। फरार आरोपियों पर 10,000 रुपए का इनाम घोषित किया गया है।
इस तरह हुआ खुलासा
पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा-2023 के लिए 7,411 पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा 12 अगस्त से 12 सितंबर 2023 तक हुई थी। परिणाम 12 मार्च 2025 को घोषित किया गया। 6,446 अभ्यर्थियों का चयनित हुआ। नवंबर 2024 में मुरैना में शारीरिक दक्षता परीक्षा के दौरान पांच संदिग्ध पकड़े जाने पर घोटाले की आशंका जताई गई। इसके बाद पीएचक्यू ने सभी चयनितों के आधार और बायोमैट्रिक हिस्ट्री की जांच के निर्देश दिए।
इनका कहना है
पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में आधार बायोमैट्रिक बदलकर साल्वर के परीक्षा में बैठने का मामले सामने आया है। विवेचना के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
सोनाली मिश्र, एजीडी