मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विधायक विश्राम गृह परिसर में नवीन विधायक विश्रामगृह निर्माण कार्य का भूमि पूजन किया। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री राकेश सिंह, विधानसभा के पीएस एपी सिंह, सचिव अरविंद दुबे मौजूद रहे।
By: Arvind Mishra
Jul 21, 20256 hours ago
भोपाल। स्टार समाचार वेब
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विधायक विश्राम गृह परिसर में नवीन विधायक विश्रामगृह निर्माण कार्य का भूमि पूजन किया। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री राकेश सिंह, मंत्री कृष्णा गौर, विधानसभा के पीएस एपी सिंह, सचिव अरविंद दुबे मौजूद रहे। दरअसल, मध्यप्रदेश के विधायकों के लिए अरेरा हिल्स पर 160 करोड़ रुपए की लागत से 102 नए बंगले बनाए जाएंगे। करीब 67 साल पुराने विधायक विश्राम गृह में विधायकों के लिए कई सुविधाओं का अभाव है। जर्जर हो चुके एमएलए रेस्ट हाउस में अब विधायकों को नए फ्लैट बनाए जाएंगे। नए आवास बनाने के लिए विश्राम गृह के खंड एक और पुराने पारिवारिक खंड के साथ शॉपिंग कॉम्प्लेक्स को तोड़ा जाएगा। इसकी जगह नए फ्लैट बनेंगे। पुराने पारिवारिक खंड में 24 आवास हैं, जो 700 वर्ग फीट के हैं, जबकि खंड एक में 102 सिंगल रूम कमरे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में जो सौगातें जुड़ रही हैं, वे सिर्फ निर्माण नहीं हैं, वे एक नई चेतना का सृजन कर रही हैं। यह विश्रामगृह नहीं, सेवा गृह है-जहां विधायक सुविधाओं के साथ जनकल्याण की योजनाओं पर गंभीरता से चिंतन कर सकेंगे। नए विधायक विश्रामगृह में जल संरक्षण, अग्निशमन प्रणाली, योग केंद्र, स्विमिंग पूल जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। सीएम यह भी घोषणा की कि दूसरे चरण के निर्माण की तैयारी जल्द प्रारंभ की जाएगी। बजट में प्रत्येक विधायक कार्यालय के लिए 5 लाख की राशि स्वीकृत की गई है ताकि जनप्रतिनिधि तकनीकी और आधुनिक संसाधनों से लैस होकर जनता की सेवा कर सकें।
मुख्यमंत्री ने बाबा महाकाल की सवारी और एकादशी पर्व का उल्लेख करते हुए कहा कि आज का दिन बाबा महाकाल की दूसरी सवारी का दिन है। हमारी सरकार ने प्रदेश को धार्मिक दृष्टि से नई पहचान दी है। बाबा महाकाल हमारे रोम-रोम में हैं। देव स्थलों में सामाजिक समरसता की भावना को भी साकार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने संविधान निमार्ता डॉ. भीमराव अंबेडकर को भी स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने देश को संसदीय प्रणाली दी और शिक्षा को सबसे बड़ा शस्त्र बताया। तीन तलाक पर कोर्ट ने जो निर्णय दिया, वह महिलाओं की गरिमा के लिए आवश्यक था। मुस्लिम महिलाओं के जीवन की चिंता सरकार ने की है।
विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि बदलते समय में मूलभूत सुविधाएं प्रत्येक जनप्रतिनिधि के लिए जरूरी हैं। 1958 में यह भवन बना था और मेरा जन्म 1957 में हुआ था। समय के साथ यह भवन अब अपनी उपयोगिता खो चुका है, नए भवन की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी। तोमर ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि हमारे राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए सीएम लगातार प्रयासरत हैं। वे चुनौतियों को स्वीकार कर प्रदेश में निवेश और औद्योगिक विकास को गति देने विदेश यात्राओं पर गए। उन्होंने कहा कि अब अगला प्रयास विधानसभा को ई-विधानसभा के रूप में विकसित करने का है।
कार्यक्रम में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अब विधायकों को अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित सुविधाएं मिलेंगी, जिससे वे अपने क्षेत्र में तेजी से विकास कार्य कर सकें। उन्होंने कहा कि 1989 में जब मैं विधायक बना था, तब बस से सफर करता था, आज हम उस दौर से आगे निकलकर तकनीकी रूप से सक्षम हो चुके हैं।
नगरीय विकास मंत्री राकेश सिंह ने बताया कि नया विश्रामगृह भूकंपरोधी होगा और केवल 18 महीनों में बनकर तैयार होगा। यह भवन विधायकों के दायित्वों की गरिमा को बनाए रखने और संकल्पों को साकार करने में सहायक सिद्ध होगा। प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में एमपी अब अग्रणी राज्यों में शामिल हो चुका है। विधायकों को महज 125 वर्गफीट में तीन कमरे या अधिकतम 700 वर्गफीट तक के फ्लैट मिलते हैं, लेकिन अब उन्हें इससे चार गुना बड़े और आधुनिक सुविधाओं से लैस फ्लैट दिए जाएंगे। यह विकास राजधानी भोपाल में विधानसभा परिसर के पास 14.66 एकड़ जमीन पर किया जा रहा है, जिसमें पांच टॉवर बनाए जाएंगे, हर टॉवर 10 मंजिला होगा।
नए प्रोजेक्ट में 5 विंग होंगी। विंग ए में 18, विंग बी और सी में 22-22, विंग डी और ई में 20-20 फ्लैट होंगे। सभी भवनों की ऊंचाई 24 मीटर होगी। एक फ्लैट का निर्मित क्षेत्र 243 वर्ग मीटर (2615 वर्ग फीट) होगा। कुल निर्मित क्षेत्र 36943 वर्ग मीटर (397654.50 वर्ग फीट) रहेगा। प्रोजेक्ट का कुल क्षेत्रफल 14.66 एकड़ है।
100 साल पुराने बरगद और पीपल के पेड़ ब्लॉक ए और बी के सामने सुरक्षित रहेंगे। परिसर में बच्चों का पार्क, पुलिस कंट्रोल रूम, फॉर्मल गार्डन, जनरल पार्किंग और इलेक्ट्रिकल सब स्टेशन भी होंगे।
हर आवास स्वतंत्र रहेगा। इनमें प्राकृतिक वायु एवं प्रकाश और निजता का भी विशेष ध्यान रखा गया है। आवास में विधायकों के लिए कार्यालय, निजी स्टाफ, पीएसओ कक्ष एवं तीन बेडरूम का फर्नीचर सहित प्रावधान रहेगा। जिम एवं योग केंद्र एवं 80 व्यक्तियों के लिए आगंतुक कक्ष का प्रावधान किए गए हैं। 102 वाहनों की कवर्ड पार्किंग एवं 148 वाहनों की खुले में पार्किंग की व्यवस्था होगी। परियोजना में सोलर ऊर्जा प्रणाली, सीवेज ट्रीटमेंट एवं रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली, फायर अलार्म, सीसीटीवी कैमरा, सिक्योरिटी, एसी, कार्गो लिफ्ट एवं पावर बैकअप का प्रावधान है। तीन स्टार रेटिंग के बराबर की सुविधाएं रहेंगी।