राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का दो दिवसीय प्रवास पर मध्यप्रदेश आ रही है। मुर्मू का मंगलवार को इंदौर और बुधवार को बड़वानी में कार्यक्रम प्रस्तावित है।
By: Prafull tiwari
Jun 16, 20255 hours ago
भोपाल। स्टार समाचार बेव
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दो दिवसीय प्रवास पर मध्यप्रदेश आ रही है। मुर्मू का मंगलवार को इंदौर और बुधवार को बड़वानी में कार्यक्रम प्रस्तावित है। राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए प्रशासनिक अमला तैयारियों में जुट गया है। दरअसल, इंदौर दौरे को लेकर कलेक्टर आशीष सिंह ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थलों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जाजया लिया। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सर्वप्रथम रेसीडेंसी पहुंचकर राष्ट्रपति के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं आवास, सत्कार, भोजन आदि की समीक्षा की। इसके बाद एयरपोर्ट पहुंचे, जहां उन्होंने आगमन एवं प्रस्थान की व्यवस्थाओं के साथ ही सुरक्षा, स्वागत एवं परिवहन व्यवस्थाओं की जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी व्यवस्थाएं समयसीमा में पूर्ण की जाएं और राष्ट्रपति की गरिमा के अनुरूप किसी भी प्रकार की कमी न रहे। उन्होंने कहा कि यह इंदौर के लिए गौरव का क्षण है और सभी संबंधित विभाग अपने कार्यों को समन्वय से उच्चतम स्तर पर पूर्ण करें।
इधर, 19 जून को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू बड़वानी भी आएंगी। राष्ट्रीय सिकल सेल उन्मूलन मिशन-2047 के अंतर्गत विश्व सिकल सेल दिवस के मौके पर बड़वानी जिले की ग्राम पंचायत तलून के खेल स्टेडियम में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। राष्ट्रपति कार्यक्रम की मुख्य अतिथि होंगी। कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल सहित अन्य मंत्री शामिल होंगे।
बड़वानी के कार्यक्रम में कई नवाचारों का शुभारंभ किया जाएगा। इनमें जेनेटिक काउंसलिंग जागरूकता वीडियो और प्रभावित गर्भवती महिलाओं के लिए व्यापक दिशा निर्देश, मॉड्यूल को लॉन्च किया जाएगा। लक्षित आयु वर्ग की शत-प्रतिशत स्क्रीनिंग पूरी करने वाली पंचायतों को सम्मानित किया जाएगा।
19 जून को जहां बड़वानी में राज्य स्तरीय कार्यक्रम होगा वहीं प्रदेश के सिकल सेल प्रभावित 33 जिलों में विशेष परामर्श शिविर आयोजित किए जाएंगे। जहां आम लोगों को आनुवंशिक परामर्श, रोग प्रबंधन, भावी पीढ़ी के लिए संभावनाओं और आवश्यक चिकित्सकीय सेवाओं की जानकारी दी जाएगी। उप-केन्द्रों से लेकर जिला अस्पतालों तक सभी प्राथमिक अस्पताल, सिविल हॉस्पिटल में विशेष शिविर लगाकर मरीजों की पहचान, स्क्रीनिंग तथा परिवार के अन्य सदस्यों की भी जांच की जाएगी।