स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली से नाराज़ होकर नर्सिंग छात्रों, ANM कार्यकर्ताओं और आउटसोर्स कर्मचारियों ने राजधानी में अलग-अलग स्थानों पर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। ये सभी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं।
By: Ajay Tiwari
भोपाल: स्टार समाचार वेब.
स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली से नाराज़ होकर नर्सिंग छात्रों, ANM कार्यकर्ताओं और आउटसोर्स कर्मचारियों ने राजधानी में अलग-अलग स्थानों पर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। ये सभी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं।
मध्य प्रदेश संविदा-आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने शाहजहांनी पार्क में धरना दिया। इन कर्मचारियों का आरोप है कि प्रदेश के 30 हज़ार से अधिक आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मचारी वर्षों से सरकारी अस्पतालों में काम कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने उनके लिए कोई ठोस नीति नहीं बनाई। निजी आउटसोर्स एजेंसियां मनमर्जी से वेतन तय करती हैं और कई ज़िलों में 4-5 महीने से वेतन नहीं मिला है। वे न्यूनतम वेतन ₹21,000 तय करने और शोषण प्रथा समाप्त करने सहित 10 प्रमुख मांगें कर रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि आउटसोर्स कंपनियाँ और जिला अधिकारी वेतन में करोड़ों का घोटाला कर रहे हैं, और उन्हें निर्धारित दर का केवल 60-70% ही मिल रहा है।
लगभग 500 महिला बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता (ANM) अभ्यर्थी भोपाल के 1250 जेपी अस्पताल परिसर में आमरण अनशन पर बैठ गई हैं। ममता हिरवे के नेतृत्व में इन अभ्यर्थियों का आरोप है कि छह महीने पहले नौकरी मिलने के बाद उन्हें बिना सूचना हटा दिया गया और नए नियुक्ति आदेश जारी नहीं किए जा रहे। उपमुख्यमंत्री के मौखिक आश्वासन के बावजूद एक महीने से कोई कार्रवाई नहीं हुई।
उनकी मुख्य मांगों में सभी योग्य अभ्यर्थियों को तुरंत नियमित नियुक्ति आदेश जारी करना, वेटिंग और मेरिट लिस्ट को पारदर्शी बनाना, पिछले आदेशों को निरस्त करने की कार्रवाई रोकना, संविदा कर्मचारियों को नियमों के मुताबिक आरक्षण और अनुभव अंक देना, तथा जिला आवंटन में कथित भ्रष्टाचार की जांच शामिल है। अभ्यर्थियों ने कहा कि लंबे समय से वेतन न मिलने के कारण वे आर्थिक संकट में हैं और "हमें नौकरी दी जाए या फिर इच्छा मृत्यु" की मांग कर रहे हैं।
नर्सिंग छात्र संगठन का अंबेडकर पार्क में भी प्रदर्शन जारी है। स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ इन तीन अलग-अलग मोर्चों पर चल रहे प्रदर्शनों से ज़ाहिर है कि कर्मचारियों में गहरा असंतोष है।