श्योपुर से जयपुर, दिल्ली, टोंक, दोसा की ओर से जाने वाला ट्रैफिक भी प्रभावित हो गया है। श्योपुर में सीप नदी उफान पर है। यहां मानपुर में सरकारी अस्पताल में पानी भर जाने के कारण 12 मरीज फंस गए। एसडीईआरएफ की टीम ने सभी को निकालकर सुरक्षित जगह पर पहुंचाया।
By: Arvind Mishra
Jul 30, 202512 hours ago
भोपाल। स्टार समाचार वेब
मध्यप्रदेश में भारी बारिश से कई जिलों में बाढ़ आ गई है। वहीं सुबह-सुबह सीएम डॉ. मोहन यादव ने होमगार्ड मुख्यालय में अधिकारियों से चर्चा की। अति भारी बारिश वाले जिलों के कलेक्टरों से जानकारी ली और प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि बचाव और राहत कार्य में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी जिलों को हर संभव मदद पहुंचाई जाए। बैठक में मुख्य सचिव अनुराग जैन सहित पुलिस और प्रशासन के सभी आला अधिकारी है मौजूद। इधर, श्योपुर को माधोपुर से जोड़ने वाला नेशनल हाईवे-552 पर रणथंभोर नेशनल पार्क क्षेत्र में पुलिया टूट गई, जिससे रास्ता पूरी तरह बंद हो गया। श्योपुर से जयपुर, दिल्ली, टोंक, दोसा की ओर से जाने वाला ट्रैफिक भी प्रभावित हो गया है। श्योपुर में सीप नदी उफान पर है। यहां मानपुर में सरकारी अस्पताल में पानी भर जाने के कारण 12 मरीज फंस गए। एसडीईआरएफ की टीम ने सभी को निकालकर सुरक्षित जगह पर पहुंचाया। गुना में 24 घंटे में 12.92 इंच बारिश हो गई। यहां कलोरा बांध की वेस्ट बीयर 15 फीट तक टूट गई है। पूरा डैम टूटने की आशंका है। इससे आसपास के गांवों के जलमग्न होने का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर एनडीआरएफ और सेना को बुला लिया है। नर्मदापुरम में सोहागपुर के ग्राम सांकला में नर्मदा किनारे बसे गांव के 7 मकानों में पानी भर गया। परिवारों ने सामान ट्रॉलियों में रखवा दिया है। विदिशा में बेतवा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। भोपाल रोड रंगई स्थित बाढ़ वाले गणेश मंदिर तक पानी पहुंच गया है। नदी किनारे मंदिर आधे डूब गए हैं। भोपाल, नर्मदापुरम और अशोकनगर सहित कई अन्य जिलों में लगातार बारिश के चलते एक दिन पहले ही स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई थी।
इधर, मौसम विभाग ने बारिश से आहत मध्यप्रदेश राहत भरी खबर दी है। दरअसल, दो दिन से जारी बारिश से अब राहत मिलेगी। राजधानी में लगातार हो रही बारिश से गुरुवार से राहत मिलने लगेगी। यही नहीं, प्रदेश के अधिकांश जिलों में कही तेज तो कही रुक-रुक कर हो रही बारिश से राहत मिलेगी। गौरतलब है कि दो दिन से लगातार बारिश हो रही है। इससे लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
शिवपुरी में कोलारस के पचावली गांव में बस में सवार होकर स्कूल से घर लौट रहे 30 बच्चे बाढ़ में फंस गए, जिसके बाद सभी को पचावली सरपंच के घर रुकवाया गया। बच्चे मंगलवार से यहीं हैं और अपने घर लौटने का इंतजार कर रहे हैं। कोलारस के संगेश्वर गांव में लोग छत पर टेंट लगाकर रह रहे हैं। शिवपुरी में कोलारस के अनंतपुर गांव में आर्मी रेस्क्यू की तैयारी कर रही है। यहां बोट से ग्रामीणों का किया जाएगा।
सागर जिले में बेतवा का पानी तटीय गांवों से होते हुए सड़क मार्गों तक पहुंच गया है। पुल डूब गए हैं, जिससे मुंगावली-भोपाल मुख्य मार्ग बंद हो गया है।नदी का पानी हान्सलखेड़ी, ढ़िमरौली, सरगौली, खमऊखेड़ी, सिरचौंपी, लखाहर, महादेवखेड़ी समेत 10 गांवों में पहुंच चुका है। बीना में पिछले 24 घंटे में एक इंच से अधिक बारिश हुई है।
अशोकनगर जिले की भटौली गांव में बाढ़ में फंसे चार लोगों को रात में सुरक्षित निकाल लिया गया। एसडीआरएफ की टीम के साथ कलेक्टर आदित्य सिंह, एसपी विनीत कुमार जैन मौके पर पहुंचे और चारों युवकों की सुरक्षित निकालकर स्वास्थ्य परीक्षण करवाया। इसके बाद घर भेज दिया।
झांसी के बबीना से सेना की टीम गुना पहुंची। उन्हें गुना से बमोरी इलाके के फतेहगढ़ के लिए रवाना किया जा रहा है। इस टीम में 75 जवान हैं। लगभग 10 ट्रकों से टीम पहुंची है। उनके साथ राहत के जरूरी उपकरण हैं। शहर में उन्हें एक जगह ब्रीफिंग दी गई और यहां से फिर बमोरी ले लिए रवाना किया गया।
रायसेन में कई इलाकों में पानी भर गया है। रहवासियों को राहत कैंप में शिफ्ट किया जा रहा है। बेगमगंज, सिलवानी, उदयपुरा, सहित जिले भर में राहत कैंप बनाए गए हैं। बरेली-छिंदवाड़ा मार्ग पर तेंदुनि नदी के पुल पर पानी आ गया है, जिससे रास्ता बंद हो गया है। बोरास में नर्मदा नदी के पुल पर पानी आने से उदयपुरा गाडरवारा मार्ग भी बंद हो गया है।