महू के चोरल क्षेत्र में एनएचएआई की निर्माणाधीन टनल का अगला हिस्सा बुधवार गिर गया। इस घटना में वहां मौजूद दो लोगों की मौत हो गई। हादसे में एक मजदूर घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।
By: Arvind Mishra
Jun 25, 20251 hour ago
महू। स्टार समाचार वेब
महू के चोरल क्षेत्र में एनएचएआई की निर्माणाधीन टनल का अगला हिस्सा बुधवार गिर गया। इस घटना में वहां मौजूद दो लोगों की मौत हो गई। हादसे में एक मजदूर घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। आशंका है कि बारिश की वजह से मिट्टी में नमी आ गई और वो धंस गई, जिसमें वहां मौजूद मजदूर दब गए। इलाके में रुक-रुककर बारिश का सिलसिला जारी है। हादसे के बाद से अन्य मजदूर डरे हुए हैं। दरअसल, महू के पास इंदौर-इच्छापुर नेशनल हाईवे पर चोरल में निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा भरभराकर गिर गया। मलबे में दबकर दो मजदूरों की मौत हो गई। पुलिस और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्राथमिक तौर पर हादसे की वजह बारिश को बताया गया है। झारखंड निवासी विकास राय (29) की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, सिंगरौली निवासी लालजी कौल (26) ने इंदौर के अस्पताल में दम तोड़ दिया।
सिमरोल थाना प्रभारी अमित कुमार के मुताबिक, हादसा इंदौर से करीब 35 किलोमीटर दूर चोरल इलाके में टनल नंबर 3 में हुआ। इसका काम हैदराबाद की मेघा इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है। बुधवार तड़के टनल का करीब 18 मीटर ऊंचा और 16 मीटर चौड़ा हिस्सा नीचे गिर पड़ा।
सुरंग ढहने से जान गंवाने वाला विकास राय झारखंड में गिरिडीह जिले के झोंका वर्मासिया का रहने वाला था। शव पोस्टमॉर्टम के लिए इंदौर के जिला अस्पताल भेजा गया है। वहीं, लालजी कोल को गंभीर रूप से घायल होने के बाद इंदौर में तेजाजी नगर के जीवन ज्योति हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। यहां से एमवाय अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
महू एसडीएम राकेश परमार समेत नेशनल हाईवे अथॉरिटी आफ इंडिया (एनएचएआई) के अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि टनल के एक छोर पर देर रात से मजदूर काम कर रहे थे। घटना के बाद टनल का मलबा हटाने के लिए दो पोकलेन मशीन को काम पर लगाया गया है। मलबे को डंपर में भरकर ले जाया जा रहा है।
इंदौर-इच्छापुर नेशनल हाईवे पर चोरल नदी के पास दो सुरंगें बनाई जा रही हैं। सुरंगें बनने और हाईवे के निर्माण पूरा होने के बाद खंडवा से इंदौर जाने में ढाई घंटे समय की बचत होगी। अभी इंदौर से खंडवा जाने में साढ़े चार से पांच घंटे तक लग जाते हैं। पहली सुरंग 500 और दूसरी 300 मीटर लंबी होगी। इनसे हाईवे पर मोड़ की संख्या घटेगी, जिससे हादसों पर लगाम लगाई जा सकेगी।