रीवा नगर निगम ने अटल पार्क और उससे जुड़ी 22 दुकानों का संचालन 5.21 करोड़ रुपये की सबसे ऊंची बोली पर आराध्य श्रीराम प्राइवेट लिमिटेड को सौंप दिया है। निगम को बड़ी आय होगी, लेकिन अब पार्क में प्रवेश के लिए जनता को शुल्क देना होगा। शादी-पार्टी जैसे निजी आयोजनों पर रोक रहेगी और केवल सांस्कृतिक कार्यक्रम ही अनुमति से आयोजित होंगे।
By: Yogesh Patel
Sep 09, 20258:47 PM
हाइलाइट्स
रीवा, स्टार समाचार वेब
शहर के सबसे बड़े अटल पार्क और उससे लगी 22 दुकानों की टेंडर प्रक्रिया सोमवार की शाम तक पूरी हो गई। आराध्य श्रीराम प्राइवेट लिमिटेड को 5 करोड़ 21 लाख रुपये में पांच साल का ठेका लिया है। यह राशि निगम प्रशासन की उम्मीद से कहीं ज्यादा है। इससे नगर निगम तो मालामाल हो जायेगा, लेकिन इसकी भरपाई रीवा की जनता को करनी होगी। पार्क में प्रवेश करने के लिये शुल्क अदा करना होगा।
उल्लेखनीय है कि शहर के सिविल लाइन एरिया में निर्मित अटल पार्क को चलाने के लिये नगर निगम ने गत माह टेंडर निकाला था। इसका बेस प्राइज 1 करोड़ 16 लाख रुपये पांच साल के लिये निर्धारित किया गया था। इसके बाद अलग-अलग कंपनी व ठेकेदारों ने पार्क व उससे लगी 22 दुकानों को चलाने करने के लिये टेंडर डाला था। 13 टेंडर फार्म खरीदे गये थे। टेंडर में सबसे अधिक 1 करोड़ 83 लाख रुपये राशि पहुंची। इसके बाद उक्त राशि को फ्रीज कर आॅक्शन कराया गया। आक्शन सोमवार को सुबह से शुरू हुआ। जिसमें 8 कंपनियों ने जार आजमाइश की। एक के बाद एक कंपनियों ने बोली लगाते हुये राशि को बढ़ाते रहे। अंत में आराध्य श्रीराम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने 5 करोड़ 21 लाख रुपये बोली लगा कर टेंडर को अपने नाम कर लिया। जबकि दूसरे नंबर पर स्काईशार्क पॉली इंडस्ट्रीज लिमिटेड रही, जिसने 5 करोड़ 18 लाख रुपये बोली लगाया है।
पहले जमा करना होगा 25 प्रतिशत
नगर निगम ने जो शर्त लागू किया है, उसके तहस टेंडर पाने वाली कंपनी को 15 दिन के भीतर 25 प्रतिशत राशि जमा करनी होगी। इसके बाद कंपनी को पार्क व दुकान संचालित करने का आदेश दिया जायेगा। यदि 15 दिन में उक्त राशि नहीं जमा होती तो टेंडर निरस्त कर दिया जायेगा। इसके बाद पुन: टेंडर कराया जायेगा।
नहीं होगी शादी व निजी आयोजन
बताया गया है कि अटल पार्क में किसी भी तरह के वैवाहिक आयोजन एवं अन्य तरह की पार्टी करने पर पूरी तरह से रोक है। केवल सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे, इसके लिये भी निगम से अनुमति लेनी होगी। वहीं पार्क में प्रवेश शुल्क 20 रुपये निर्धारित किया गया है। किसी भी तरह के इवेंट पर भी रोक रहेगी। यदि ठेका कंपनी उक्त निर्देशों की अवहेलना करेगी तो उसका टेंडर निरस्त करते हुये धरोहर राशि राजसात कर ली जायेगी।
10 एकड़ में फैला है पार्क
उल्लेखनीय है कि पुर्नघनत्वीकरण योजना के तहत अटल पार्क का निर्माण कराया गया था। यह पार्क 10 एकड़ में फैला है। जिसमें पार्क समेत, पार्किंग और 22 दुकाने शामिल हैं। इसके लिये सरकारी आवालों की बलि चढ़ाई गई थी। जनता को शहर में बड़े पार्क का सपना दिखाया गया था। कहा गया था कि यह पार्क जनता का रहेगा। लेकिन अब इसे निजी हाथों में सौंप दिया गया है। यहां आने पर जनता को कीमत चुकानी पड़ेगी।
अटल पार्क की टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है। आराध्य श्रीराम प्राइवेट लिमिटेड ने 5.21 करोड़ बोली लगायी है। अभी लेटर ऑफ एग्रीमेंट जारी करेंगे। अनुबंध के बाद 25 प्रतिशत राशि कंपनी को जमा करनी होगी। प्रक्रिया पूरी करने के बाद पार्क हैंड ओव्हर कर दिया जायेगा।
-डॉ. सौरभ सोनवणे, आयुक्त नगर निगम रीवा