संविदा नीति 2023 के पूर्ण लाभ, संविलयन, निष्कासित कर्मियों की वापसी, एनपीएस व बीमा लाभ, वेतन विसंगति सुधार सहित दस सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशभर के 32 हजार एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने एकदिवसीय सामूहिक अवकाश लेकर भोपाल में एनएचएम कार्यालय का घेराव किया। सतना-मैहर से 500 से अधिक कर्मियों ने आंदोलन में हिस्सा लिया।
By: Star News
Sep 17, 20253:36 PM
हाइलाइट्स:
सतना, स्टार समाचार वेब
संविदा नीति 2023 का पूर्ण लाभ न मिलने, विभाग में सभी संविदा कर्मचारियों को संविलयन कर नियमित करने, निष्कासित एवं सपोर्ट स्टॉफ की एनएचएम में वापसी, एनपीएस एवं स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने, ई.एल. एवं मेडिकल का लाभ देने, वेतन विसंगति का निर्धारण में संशोधन करने समेत विभिन्न मांगों के निराकरण की मांग को लेकर 3 राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अन्तर्गत कार्यरत संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने मंगलवार को सामूहिक अवकाश पर रहकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके अलावा सतना-मैहर के 500 से अधिक कर्मियों ने भोपाल पहुंचकर आंदोलन में भी हिस्सा लिया। आंदोलन के लिए राजधानी पहुंचे कर्मियों ने भोपाल स्थित एनएचएम कार्यालय का घेराव भी किया। जिले में भी सामूहिक अवकाश का असर दिखा। सतना-मैहर जिले के एनएचएम के 850 संविदा स्वास्थ्य कर्मी कई स्वास्थ्य संस्थाओं से अनुपस्थित रहे। वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर आउटसोर्स कर्मियों द्वारा चिकित्सकीय एवं प्रबंधकीय सुविधाएं उपलब्ध कराई गई। सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ कर्मियों ने मंगलवार को काम तो किया लेकिन अटेंडेंस नहीं लगाई। बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार 17 सितम्बर को स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान का उद्घाटन कार्यक्रम किया जाना है जिसकी तैयारियों के लिए सीएमएचओ डॉ. एलके तिवारी द्वारा काम पर आने कि अपील की गई थी।
नहीं पूरी हुई मांग तो अब होगी हड़ताल
बताया गया कि भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्व में एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने दस सूत्रीय मांगों को लेकर एकदिवसीय सामूहिक अवकाश में रहकर विरोध प्रदर्शन किया एवं एनएचएम कार्यालय के बाहर आंदोलन किया। संविदा नीति 2023 अनुसार की सभी कंडिकाओं को पूर्ण रूप से कर्मचारियों पर लागू नहीं किए जाने के विरोध में यह प्रदर्शन किया गया।
इसमें प्रदेश एनएचएच के अंतर्गत कार्यरत लगभग 32000 संविदा कर्मियों ने एक दिवस का सामूहिक अवकाश लेकर एनएचएम कार्यालय के सामने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रर्दशन किया। आंदोलन में संघ द्वारा स्पष्ट चेतावानी दी गई है कि अगर कर्मचारियों की न्याय उचित मांग एक माह में पूर्ण नहीं होती तो प्रदेश के समस्त संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन हडताल पर चले जाएंगे। हड़ताल से होने वाली किसी प्रकार की अप्रिय घटना की समस्त जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।