रीवा पुलिस ने गोंड गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर गोविंदगढ़ और गुढ़ थाना क्षेत्र में हुई 12 चोरियों का खुलासा किया है। 16 लाख के जेवरात और नकदी जब्त की गई है। दो बदमाश पुलिस अभिरक्षा से फरार हैं। गैंग मऊगंज व सीधी जिले में भी कई वारदातों को अंजाम दे चुकी है।
By: Star News
Jul 05, 2025just now
गोविंदगढ़ और गुढ़ थाना क्षेत्र की 12 चोरियों का खुलासा
रीवा, स्टार समाचार वेब
सेंध लगाकर चोरी करने वाली गोंड गैंग पुलिस के हाथ लग गई है। रीवा पुलिस ने गैंग के कुल 6 सदस्यों को पकड़ा है। जिनसे पूछताछ में 12 चोरियों का खुलासा हुआ है। लेकिन इस बीच दो बदमाश पुलिस अभिरक्षा से भाग निकले थे। जबकि अन्य 4 बदमाशों के पास से 16 लाख के जेवरात बरामद हुये हैं। वहीं अन्य चोरियों के संबंध में इन बदमाशों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। यह गैंग रीवा ही नहीं बल्कि मऊगंज व सीधी जिले में भी चोरियों की दो दर्जन से अधिक वारदातों को अंजाम दे चुकी है।
खुलासा के संबंध में पुलिस ने बताया कि पिछले वर्ष से रीवा जिले में लगातार सेंध लगाकर चोरी की घटनाएं हो रही थी। इसे लेकर पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने थाना प्रभारियों को मुखबिर तंत्र को एक्टिव कर बदमाशों को पकड़ने का निर्देश दिया था। इसी बीच गुढ़ एवं गोविंदगढ़ पुलिस को सूचना मिली कि महाडाडी का गोंड गैंग चोरी कर रहा है। जिसके बाद डीएसपी हेड क्वार्टर हिमाली पाठक के नेतृत्व में दोनों थाना की संयुक्त टीम बनाई गई। टीम ने महडाडी में दबिस देकर सुगेन्द्र गोंड एवं कमलेश केवट को पकड़ा। पूछताछ में बदमाशों ने अपने गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी दी। जिन्हें भी एक-एक कर पकड़ लिया गया। इसमें नागेन्द्र गोंड पुत्र दिलीप गोंड 21 वर्ष निवासी महदादी, अमर गोड पुत्र रंगनाथ गोड 30 वर्ष निवासी बैलौही थाना शाहपुर, पवन देव पुत्र प्रेमलाल गोंड 22 वर्ष निवासी पनगढ़ी थाना गढ़ एवं धीरज गोड पुत्र तमन्नेलाल गोंड 35 वर्ष निवासी धनवाही थाना बदेरा मैहर शामिल थे। इन बदमाशों ने गुढ़ की 10 व गोविंदगढ़ की 2 चोरियों का खुलासा किया। इनके कब्जे से 16 लाख रुपये के जेवरात बरामद किये गये।
इस तरह देते थे वारदात को अंजाम
उक्त गैंग शाम के समय रेकी कर गांव से बाहरी तरफ बसे घरों में सेधमारी कर चोरी करती थी। उपरोक्त गैंग का परिवार अपने गांव से बाहर निर्माणधीन मकानों में मजदूरी के बहाने डेरा बनाकर रहता है। ताकि पुलिस को इनकी उपस्थिति का पता चल न सके।
सुगेन्द्र और कमलेश हो गये थे फरार
इधर पुलिस के द्वारा सबसे पहले पकड़े गये मुख्य आरोपी सुगेन्द्र गोंड और कमलेश गोविंदगढ़ थाना से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गये थे। जिनका अब तक पता नहीं चल पाया है। इसके अलावा तीन अन्य सदस्य भी फरार हैं, जिसमें जालिम गोंड निवासी महाडाडी, पिन्टू गोंड निवासी महाडाडी एवं शैलेन्द्र गोड निवासी महाडाडी शामिल है। हालांकि पुलिस इनकी तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही इन बदमाशें को भी गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
अन्य थानों की पुलिस लेगी रिमांड
पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि उक्त गैंग रीवा, सीधी एवं मऊगंज के कई थाना क्षेत्र में चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुकी है। लिहाजा पकड़े गये बदमाशों को न्यायालय में पेश कर अलग-अलग थानों की पुलिस रिमांड लेकर पूछताछ करेगी। फिलहाल इन बदमाशों ने 16 लाख की ज्वेलरी समेत 63 हजार रुपये नकद और घटना में प्रयुक्त की जाने वाली मोटर साइकिलें जब्त की गई हैं।
इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिका
उक्त गैंग को पकड़ने में मुख्य भूमिका थाना प्रभारी गोविंदगढ़ अरविन्द्र सिंह राठौर, थाना प्रभारी गुढ शैल यादव, उनि. निशा खूता, एएसआई रामजियावन वर्मा, गुलाब प्रसाद, इन्द्रभान सिंह, सुरेश साकेत, प्रधान आरक्षक राकेश वर्मा, द्वारिका पटेल, कमलेश रावत, शंकर सिंह, भूपेंन्द्र कारोसिया, बृजेन्द्र सिंह, शिवकुमार दुवे, सुन्दरम मिश्रा, आरक्षक कृष्णपाल सिंह, अर्पित सिंह, नीरज पाण्डेय, अमित पाण्डेय, संजीव मिश्रा, मनोज निमामा, विपिन यादव, सैनिक विनीत शुक्ला, काशीनाथ, सुधाकर आदि शामिल हैं।