सिंगरौली के गोंदवाली रेलवे साइडिंग पर खनिज और राजस्व विभाग की टीम ने 11,400 मीट्रिक टन कोयले के अवैध भंडारण का खुलासा किया। फर्म की जानकारी और दस्तावेज नहीं मिले। कोयले में भस्सी मिलावट की आशंका, पुलिस पर मामले को दबाने के आरोप।
By: Yogesh Patel
Aug 05, 2025just now
हाइलाइट्स
सिंगरौली, स्टार समाचार वेब
बरगवां थाना क्षेत्र के गोंदवाली रेलवे साइडिंग में सोमवार को कार्रवाई के लिए पहुंची खनिज व राजस्व विभाग की टीम खाली हाथ लौटी है। जबकि कोयले में मिलावट का खेल धड़ल्ले से चल रहा है। सहायक खनिज अधिकारी अशोक मिश्रा ने बताया कि गोंदवाली स्थित रेलवे साइडिंग पर 11400 मिट्रिक टन कोयले का भंडार डंप किया गया है। मगर यह कौन से फर्म का है। इसकी जानकारी खनिज व राजस्व टीम को नहीं मिली है। गोंदवाली में साइडिंग पर यार्ड में डंप कोयला कौन-कौन से फर्म का है इसकी जानकारी जांच टीम को नहीं दी गई। बल्कि रेलवे व एनसीएल से यह जानकारी मांगी है। वहीं साइडिंग में डंप कोयले का कोई दस्तावेज जांच टीम को नहीं दिया गया है। यह बात और है कि कोयले में भस्सी(डस्ट) की मिलावट के संबंध में रासायनिक जांच कराई जाएगी। जानकारी के मुताबिक बीते दिन शनिवार की रात झारखंड के रामगढ़ से भस्सी लेकर गोंदवाली स्थित मां काली फर्म में जा रहे दो हाइवा वाहनों को ग्रामीणों ने पकड़कर बरगवां पुलिस के हवाले कर दिया था। इस पूरे मामले में बरगवां पुलिस ने लीपापोती कर रफादफा कर दिया। जबकि हाइवा क्रमांक यूपी 64 बीटी 4625 व यूपी 64 बीटी 4627 को ग्रामीणों ने पकड़ा था। जिसे बरगवां थाने में खड़ा कराया गया था। वाहनों का कागज सतना जाने के लिए बना था। मगर वह भस्सी लेकर गोंदवाली स्थित मां काली फर्म में जा रहे थे। जिसे ग्रामीणों ने रोका था और पूछताछ करने पर पकड़ा था। मगर पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं किए जाने के बाद ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा था कि इस पूरे खेल में न केवल आला अधिकारी बल्कि पुलिस का भी संरक्षण प्राप्त है।