सतना जिला अस्पताल की संवेदनहीनता एक बार फिर उजागर हुई है। सीएमएचओ के आदेश के बावजूद नए स्ट्रेचर में दवाइयां ढोई जा रही हैं और मरीजों को जर्जर, कबाड़ स्ट्रेचर मिल रहे हैं। यह लापरवाही मरीजों की जान जोखिम में डाल रही है। अस्पताल प्रशासन की अनदेखी और सिस्टम की खामियां एक बार फिर चर्चा में हैं। पूरा सच जानिए इस रिपोर्ट में।
By: Yogesh Patel
Jul 06, 202538 minutes ago
सतना, स्टार समाचार वेब
जिला अस्पताल लगातार सुर्खियों में है,कभी अस्पताल में सांड के घुसने की वजह से तो कभी जांच नहीं होने से। जिला अस्पताल शनिवार को फिर सोशल मीडिया में उस वक्त सुर्खियों में आ गया जब सीएमएचओ के निर्देशों की अवहेलना करते हुए नए स्ट्रेचर में दवाईयां ढोई जा रही हैं तो कबाड स्ट्रेचर मरीज को मिल रहे हैं। गौरतलब है कि हाल ही में सीएमएचओ डा. एलके तिवारी ने आदेश जारी किया था कि दवाईयों को ढोने के लिए स्ट्रेचर का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। दवाईयां ढोने के लिए अलग से ड्रग कार्ट गाड़ियां बनाई गई थीं लेकिन जिला अस्पताल के अधिकारी सीएमएचओ के आदेश को नहीं मानते। अस्पताल प्रबंधन की मानें तो कहने के लिए दर्जनों स्ट्रेचर इमरजेंसी सेवा के लिए रखे रहते हैं लेकिन मरीजों को ढूढे नहीं मिलते। शनिवार को भी ऐसा ही एक मामला सामने आया जिसमें मरीज के परिजन मरीज को भर्ती कराने कबाड़ स्ट्रेचर का उपयोग करते नजर आए।