मध्य प्रदेश की वरिष्ठ भाजपा नेता उमा भारती ने भोपाल के अयोध्या नगर दशहरा मैदान में गौ संरक्षण अभियान के तहत एक विशाल रैली को संबोधित किया। उन्होंने 2029 का लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान करते हुए झांसी से लड़ने की इच्छा जताई। साथ ही गौ संवर्धन और गंगा की निर्मलता पर जोर दिया। रैली में लोधी समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।
By: Ajay Tiwari
Oct 29, 20257:19 PM
भोपाल. स्टार समाचार वेब
भोपाल के अयोध्या नगर दशहरा मैदान में मध्य प्रदेश की वरिष्ठ भाजपा नेता उमा भारती ने गौ संरक्षण अभियान के तहत एक बड़ा शक्ति प्रदर्शन किया। उन्होंने 'गौ संवर्धन संकल्प सभा' के मंच से बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि वह 2029 का लोकसभा चुनाव ज़रूर लड़ेंगी।
बीते दिनों लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा ज़ाहिर करने वाली उमा भारती ने पुनः घोषणा की कि चुनाव लड़ना केवल टाला गया है, बंद नहीं किया गया है। उन्होंने एक बार फिर झांसी से चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की। इस अवसर पर आयोजित सभा में हजारों की तादाद में लोग जुटे, जिनमें लोधी समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल थे। सभा में संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र लोधी और पूर्व मंत्री दीपक जोशी जैसे प्रमुख नेता भी मौजूद रहे।
उमा भारती ने कहा कि जब तक देश में गौ संवर्धन नहीं होगा और गंगा निर्मल नहीं होगी, तब तक राम का काम अधूरा है।
गंगा अभियान: उन्होंने घोषणा की कि 4 नवंबर से प्रयागराज में गंगा का अभियान चलाया जाएगा।
प्रधानमंत्री से अपील: उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गौ-गंगा संवर्धन का काम अपने हाथों से पूरा करने की अपील की।
राम का काम: उन्होंने कहा कि अब राम का काम गौ संवर्धन अभियान पर केंद्रित है।
सेकुलरिज़्म पर सवाल: उन्होंने यह भी कहा कि गाय 'सेकुलरिज़्म' (धर्मनिरपेक्षता) के चक्कर में नहीं बच पा रही है, क्योंकि गाय की बात रखने पर मुसलमानों के नाराज होने का डर रहता है।
रैली में उमा भारती ने गंगा और गौ संवर्धन के लिए आम जनता के योगदान की बात करते हुए कई अहम सुझाव दिए:
'लाड़ली बहनों' को गाय: उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य की 'लाड़ली बहनों' को एक-एक गाय दी जाए।
शहरों में गाय: उन्होंने शहरों में कुत्ता-बिल्ली रखने की इजाज़त होने, लेकिन गाय रखने की नहीं होने पर सवाल उठाया।
हाईवे पर फेंसिंग और चारागाह: सुझाव दिया कि हाईवे रोड पर फेंसिंग होनी चाहिए और पीछे चारागाह बनाए जाने चाहिए ताकि गायें सड़क पर न आएं। साथ ही बंजर ज़मीन पर नए गोचर (चारागाह) बनाने की मांग की।
शराबबंदी की लड़ाई: उमा भारती ने प्रदेश में शराबबंदी की लड़ाई का ज़िक्र किया, जिसके बाद नई शराब नीति बनी, प्रदेश से अहाते खत्म हुए और नई दुकानें नहीं खुलीं।
महिलाओं से आह्वान: उन्होंने अब प्रदेश से शराब की दुकानें पूरी तरह खत्म करने की मांग की और महिलाओं से 'काली' बनकर इन दुकानों को खत्म करने का आह्वान किया।
उमा भारती ने कहा कि सरकार में रहकर काम करना अधिक प्रभावी होता है। उन्होंने कहा कि वह सांसद होने का अनादर नहीं करतीं और भाजपा में शामिल होते ही गंगा के काम में लग गई थीं। उन्होंने भाजपा के कुछ छोटे नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि आजकल 'सेल्फी वाली राजनीति' का दौर है।