फिल्म ‘कटहल’ को मिलेगा राष्ट्रीय पुरस्कार। सतना के लेखक अशोक मिश्र ने कहानी लिखी, बेटे यशोवर्धन ने निर्देशन किया। राष्ट्रपति मुर्मू करेंगी सम्मानित।
By: Yogesh Patel
Sep 23, 2025just now
हाइलाइट्स:
सतना, स्टार समाचार वेब
मंगलवार को जब देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू नई दिल्ली में आयोजित 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में हिंदी फिल्म 'कटहल' को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार प्रदान करेंगी तब सतना भी गौरवान्वित हो रहा होगा। दरअसल इस फिल्म को राष्ट्रीय पुरस्कार के गलियारे तक पहुंचने में सतना की प्रतिभाओं का योगदान अहम रहा है। इस फिल्म की पटकथा लिखी है सतना के वरिष्ठ कहानीकार व पटकथा लेखक अशोक मिश्र ने जबकि निर्देशन उनके पुत्र यशोवर्धन मिश्र ने किया है। पिता ने जनमानस के अंतर्मन तक पैठ बनाने वाली कहानी लिखी और पुत्र ने निर्देशक के तौर पर कहानी को बड़े परदे पर उकेर दिया। पिता-पुत्र की जोड़ी ने ऐसे किरदार गढ़े कि कटहल राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित हो गई। फिल्म में दमदार कलाकार रघुवीर यादव, राजपाल यादव, सान्या मल्होत्रा, विजय राज, नेहा सराफ और सतीश शर्मा ने अभिनय कर कहानी को जीवंत बनाया है। निर्माण कार्य एकता कपूर, शोभा कपूर, गुनीत मोगा और अचिन जैन ने संभाला है। फिल्म की कहानी में यथार्थ के साथ व्यवस्था, पुलिस और राजनीति पर सवाल खड़े करने का साहस भी दिखता है, जो हिंदी सिनेमा में कम ही देखने को मिलता है।
इससे पहले भी सतना को कर चुके गौरवान्वित
सतना निवासी अशोक मिश्र इससे पहले भी अपनी लेखनी से हिंदी सिनेमा में पहचान बना चुके हैं। उन्हें 'नसीम' और 'समर' फिल्मों की पटकथा के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। श्याम बेनेगल निर्देशित 'भारत एक खोज' जैसा ऐतिहासिक धारावाहिक और 'वेलकम टू सज्जनपुर' व 'वेल डन अब्बा'जैसी चर्चित फिल्में उनकी रचनात्मकता का प्रमाण हैं। अशोक मिश्र के पुत्र यशोवर्धन मिश्र की पहली ही फिल्म 'कटहल' को राष्ट्रीय पुरस्कार मिलना न सिर्फ उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे सतना और विन्ध्य क्षेत्र के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि है। 'कटहल' पर पिता-पुत्र को मिली इस सफलता पर केके मिश्र, शिव मिश्र, नरेश जायसवाल, अशोक दीक्षित, दिलीप मिश्र, नीरजा मिश्र, प्रीति मिश्र, अदिति मिश्र, शुभांगी बाजपेई, विश्रुत मिश्र, डॉ. शुभ्रा दीक्षित, राजी, रमेश निगम, रतन नाग समेत शहर के साहित्यकारों व गणमान्य नागरिकों ने शुभकामनाएं दी हैं। यह उपलब्धि सतना को एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित कर रही है।