राज शेखावत ने लॉरेंस बिश्नोई को 'संगठित अपराधी' बताते हुए उसकी गतिविधियों को आतंकवाद के समान बताया और केंद्र सरकार से उसे आतंकी संगठन घोषित करने की मांग की। उन्होंने लॉरेंस के एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मी के लिए ₹1.11 करोड़ के नकद पुरस्कार का भी ऐलान किया।
By: Ajay Tiwari
Nov 16, 20254:47 PM
क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने संगठित अपराधी लॉरेंस बिश्नोई और उसके गिरोह के खिलाफ बेहद कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बिश्नोई कोई 'धर्म योद्धा' नहीं, बल्कि एक संगठित अपराधी है जो देश की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा रहा है। शेखावत ने गुजरात से एक वीडियो जारी करते हुए इस बात पर जोर दिया कि लॉरेंस बिश्नोई विदेशों में बैठकर अपना गिरोह चला रहा है, जो नशे का अवैध व्यापार करता है, जबरन वसूली करता है और समाज के प्रभावशाली व्यक्तियों पर जानलेवा हमले करवाता है। उनकी यह तमाम गतिविधियां किसी भी मायने में आतंकवाद से कम नहीं हैं।

शेखावत ने केंद्र सरकार की चुप्पी पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा कि जब विदेशों में कई जगहों पर इस गिरोह को आतंकवादी घोषित किया जा चुका है, तो भारत सरकार अभी तक इसे आतंकवादी संगठन क्यों नहीं घोषित कर रही है। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि देश का व्यापारी वर्ग, जो भारत की आर्थिक रीढ़ है, वह आज भी इस गिरोह द्वारा की जा रही फिरौती की मांगों से भयभीत है। उन्होंने चेतावनी दी कि व्यापारियों का यह डर देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करता है, और सरकार का इस पर चुप रहना समझ से परे है।
सुखदेव सिंह गोगामी की हत्या को केवल एक व्यक्तिगत क्षति नहीं, बल्कि पूरे समाज पर सामूहिक चोट बताते हुए शेखावत ने अपराधियों के देश में अस्तित्व पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अगर उनके मुखिया की हत्या की गई है, तो यह केवल उनका ही नहीं, बल्कि संपूर्ण समाज का नुकसान है। इसी संदर्भ में, राज सिंह शेखावत ने यह साहसिक घोषणा की कि लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करने वाले किसी भी पुलिसकर्मी को उनकी संस्था की तरफ से 1 करोड़ 11 लाख 11 हजार 111 रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।
युवाओं के संदर्भ में बात करते हुए, उन्होंने उन युवाओं की मानसिकता पर टिप्पणी की जो सोशल मीडिया पर लॉरेंस बिश्नोई को 'इन्फ्लुएंसर' मानते हैं। शेखावत ने इन्हें सीमित संख्या वाला और आपराधिक मानसिकता रखने वाला समूह बताया। उन्होंने कहा कि देश का वास्तविक युवा आज भी महान देशभक्तों जैसे भगत सिंह, महाराणा प्रताप और शिवाजी को अपना आदर्श मानता है। उनके अनुसार, गली के गुंडों को आदर्श मानने वाले युवा समाज की मुख्यधारा का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं, क्योंकि देश का समझदार युवा जानता है कि अपराध और नशा फैलाने वाला व्यक्ति समाज का हितैषी नहीं हो सकता।
उन्होंने मुस्लिम समाज को लेकर भी अपना दृष्टिकोण रखा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो मुस्लिम इस देश से प्रेम करता है, वह उनका भाई है। हालांकि, देश के गद्दार, बम ब्लास्ट करने वाले और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले तत्वों के लिए कोई माफी, कानून या कैद का विकल्प नहीं होना चाहिए। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि देशद्रोही की पहचान धर्म या जाति के आधार पर नहीं, बल्कि केवल राष्ट्र के आधार पर की जाएगी, और ऐसे लोगों को गोली ही अंतिम जवाब होनी चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि सुरक्षाकर्मी चाहे किसी भी धर्म का हो, वह पहले देश का सिपाही है और उन्हें धार्मिक आयोजनों में ड्यूटी करने से रोकना गलत है।