मध्य प्रदेश में मतदाता सूची के SIR 2026 पुनरीक्षण के नाम पर OTP स्कैम बढ़ गया है। इंदौर क्राइम ब्रांच ने एडवाइजरी जारी कर नागरिकों को सतर्क रहने और किसी को भी ओटीपी न देने की अपील की है।
By: Ajay Tiwari
Nov 27, 20253:59 PM
इंदौर. स्टार समाचार वेब
मध्यप्रदेश में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR 2026) का कार्य 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक चल रहा है, जिसके तहत बीएलओ घर-घर जाकर फॉर्म भरवा रहे हैं। इसी सरकारी प्रक्रिया की आड़ में इन दिनों एक नया ऑनलाइन स्कैम तेज़ी से फैल रहा है। ठग सरकारी वेरिफिकेशन या एसआईआर फॉर्म पूरा करवाने का झांसा देकर लोगों को कॉल करते हैं और उनसे ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) मांग लेते हैं। जैसे ही कोई व्यक्ति ओटीपी साझा करता है, स्कैमर्स तुरंत उसके मोबाइल या बैंकिंग खातों तक पहुँच बनाकर आर्थिक धोखाधड़ी को अंजाम देते हैं।
इस बढ़ते खतरे को देखते हुए, इंदौर क्राइम ब्रांच ने तत्काल एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें नागरिकों को आगाह किया गया है। एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने ज़ोर देकर कहा कि जागरूकता ही इन साइबर अपराधों से बचने का सबसे प्रभावी तरीका है। एडवाइजरी में स्पष्ट किया गया है कि एसआईआर फॉर्म की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार के ओटीपी की आवश्यकता नहीं होती। यदि कोई व्यक्ति एसआईआर पूरा कराने के नाम पर ओटीपी मांगे, तो तुरंत सतर्क हो जाएं और ऐसी जानकारी साझा न करें।
पुलिस ने नागरिकों के लिए कुछ निर्देश जारी किए हैं:
ओटीपी न दें: एसआईआर-2026 में गणना पत्रक के लिए बीएलओ या अन्य अधिकारी द्वारा कभी भी ओटीपी नहीं माँगा जाता।
निःशुल्क प्रक्रिया: एसआईआर पूरी तरह निःशुल्क प्रक्रिया है। यदि कोई आपसे किसी भी प्रकार की फीस, प्रोसेसिंग चार्ज या भुगतान करने को कहे, तो यह धोखाधड़ी हो सकती है।
फर्जी संदेशों से बचें: 'आपका वोटर कार्ड रद्द हो जाएगा', 'तुरंत एसआईआर भरें' जैसे संदेश फर्जी हो सकते हैं। व्हॉट्सऐप या सोशल मीडिया पर आने वाले अज्ञात लिंक को न खोलें।
साइबर कैफे पर सतर्कता: सार्वजनिक स्थानों, जैसे साइबर कैफे का उपयोग करते समय ऑटो-सेव बंद रखें, काम खत्म होने पर लॉगआउट करें और ब्राउज़र इतिहास (कैश) साफ करें।
मदद और शिकायत: मतदाता टोल-फ्री नंबर 1950 पर जानकारी ले सकते हैं, और किसी भी संदिग्ध कॉल या गतिविधि की रिपोर्ट तुरंत राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल www.cybercrime.gov.in अथवा हेल्पलाइन 1930 पर करें। मतदाता सूची (साल 2003 सहित) की जानकारी के लिए voters.eci.gov.in या ceoelection.mp.gov.in पर भी संपर्क किया जा सकता है।