पश्चिम मध्य रेलवे जोन जबलपुर द्वारा हर साल सांसदों की बैठक आयोजित की जाती है, लेकिन पिछले वर्षों में दिए गए सुझावों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। रीवा-मुंबई ट्रेन से लेकर मालगोदाम शिफ्टिंग तक यात्रियों की प्रमुख मांगें अधूरी हैं। इस बार होने वाली बैठक से यात्रियों को फिर उम्मीद है कि रेलवे ठोस निर्णय लेगा।
By: Star News
Sep 24, 2025just now
हाइलाइट्स
सतना, स्टार समाचार वेब
साल में एक बार पश्चिम मध्य रेलवे जोन जबलपुर द्वारा यात्री सुविधाओं पर विचार-विमर्श करने तथा रेल सुविधाओं के विकास एवं विस्तार पर चर्चा करने मंडल परिक्षेत्र के सांसदों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाती है, लेकिन माननीयों व रेलवे की ये बैठक बतोले बाजी तक ही सीमित हो कर रह गई है। पिछले बैठकों के सुझावों पर रेलवे ने अमल नहीं किया। कोरोना काल के समय से बंद यात्री गाड़ियों के ठहराव को पुन: चालू करने की मांग आज भी अधूरी है। 3 साल पहले की गई मांग भोपाल-दमोह राज्य रानी एक्सप्रेस रीवा नहीं पहुंची, वहीं मुंबई के लिए विंध्य क्षेत्र यात्रियों को नई ट्रेन का इंतजार 1 दशक से खल रहा है। शहर की यातायात व्यवस्था के लिए सिरदर्द बने रेलवे माल गोदाम की शिफ्टिंग को लेकर भी कोई इोस कदम नहीं उठाया जा सका। हर बार रेलवे स्पेशल ट्रेन का झुनझुना थमा देता है। बताया गया कि आज जबलपुर मंडल के अर्न्तगत आने वाले सतना-रीवा समेत 14 सांसदों की बैठक पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबन्धक शोभना बंदोपाध्याय के साथ जबलपुर मंडल में आयोजित होगी। अब इस बार देखना यह होगा कि अखिर इस बैठक में यात्रियों की सुविधा को लेकर माननीय क्या सुझाव रेलवे प्रशासन को देते है और उन पर बोर्ड कितना अमल करेगा।
ये थे पिछले सुझाव
इन कार्यों की प्रगति की होगी समीक्षा
ये भी चर्चा में होंगे शामिल