रीवा के सुपर स्पेशलिटी और संजय गांधी अस्पताल में करोड़ों रुपये की अत्याधुनिक मशीनें समय से पहले खराब हो गईं। सीटी स्कैन की प्रेशर इंजेक्टर मशीन चार महीने से बंद है, वहीं 13 करोड़ की एमआरआई मशीन का एसी सिस्टम बार-बार फेल हो रहा है, जिससे मरीजों की जांच प्रभावित हो रही है।
By: Star News
Dec 19, 20253:43 PM
हाइलाइट्स:
रीवा, स्टार समाचार वेब
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और संजय गांधी अस्पताल में लगी करोड़ों की मशीनें कबाड़ निकली। सीटी स्केन की प्रेशर इंजेक्टर मशीन वारंटी खत्म होने के बाद ही खराब हो गई। वहीं एमआरआई मशीन का हाईटेक एसी सिस्टम ही डिफेक्टिव निकल गया। बार-बार खराब हो रहा है। अब कंपनी स्थानीय स्तर पर वेंडर उपलब्ध कराने की कोशिश में लगी है। वहीं प्रबंधन सिस्टम को बदलने पर जोर दे रहा।
आपको बता दें कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में करोड़ों रुपए की लागत से सीटी स्केन मशीन लगाई गई। यह मशीन कुछ साल पहले लगाई गई थी। इसमें नसों में डाई इंजेक्ट करने के लिए प्रेशर इंजेक्टर मशीन भी सप्लाई में शामिल था। इसके मेंटीनेंस का ठेका बायर कंपनी के पास वर्ष 2024 तक रहा। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने मेंटीनेंस की जिम्मेदारी हाइट्स को दे दी। हाइट्स ने जीई को मेंटीनेंस दे दिया था। इसी दौरान प्रेशर इंजेक्टर मशीन ही खराब हो गई। अब इसे सुधारने के लिए एक दूसरे पर दोषारोपण शुरू हुआ। जीई ने टेक्नीकल खामियां बताई लेकिन इसे सही ठहरा नहीं पाया। अब कंपनी इसके खराब पार्ट को बदलने की तैयारी में है। पहले नई मशीन लगाने वाला था। बाद में कंपनी ने प्रेशर इंजेक्टर मशीन में उपयोग होने वाला पिस्टन बदलेगा। कंपनी से कलपुर्जा चल दिया है। चंद दिनों में इसे सुधारने का दावा किया जा रहा है।
करीब 15 से 20 लाख की आती है मशीन
सीटी स्केन के साथ लगने वाली प्रेशर इंजेक्टर मशीन काफी महंगी आती है। इसकी कीमत करीब 15 से 20 लाख रुपए है। यह मशीन बहुत ही जरूरी है। इस मशीन से मरीज की नसों में डाई धीरे-धीरे प्रेशर से इंजेक्ट किया जाता है। इसके बाद ही जांच की जाती है। इसका उपयोग सीटी एंजियोग्राफी में होता है।
4 महीने से खराब है मशीन, जांच बंद है
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में लगी सीटी स्केन मशीन का प्रेशर इंजेक्टर मशीन पिछले चार महीने से खराब है। इस मशीन के खराब होने से सीटी एंजियोग्राफी कराने वालों को वापस लौटना पड़ता है। इसके खराब होने से मरीजों की सीटी एंजियोग्राफी नहीं हो पा रही है। यही हाल संजय गांधी अस्पताल के सीटी स्केन की भी है। यहां भी प्रेशर इंजेक्टर मशीन नहीं है। यहां भी सीटी एंजियोग्राफी की जांच नहीं शुरू हो पाई है।
एमआरआई का एसी डिफेक्टिव निकला
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 13 करोड़ की लागत से एमआरआई मशीन लगाई गई है। यह सही तरीके से चल ही नहीं पा रही है। दो मर्तबा एसी सिस्टम में खामी आ चुकी है। यह एसी सिस्टम हायर कंपनी ने लगाया है। कंपनी का एसी सिस्टम ही डिफेक्टिव निकला। तकनीकी खामी के कारण बार-बार इश्यू क्र्रिएट हो रहा है। हायर कंपनी के इंजीनियर इसकी खामियों को दुरुस्त तो कर देते हैं लेकिन हालात फिर वैसे ही हो जा रहे हैं। अब हायर कंपनी स्थानीय स्तर पर एजेंसी से तालमेल बिठाने में लगा है लेकिन प्रबंधन एसी सिस्टम को ही बदलने में लगी हुई है।
हल्ला मचा तो भोपाल से मंगाना पड़ा एबीजी का कार्टेज
संजय गांधी अस्पताल के मेडिसिन विभाग में लगी एबीजी मशीन से जांच बंद है। इसके लिए जो कार्टेज मंगाया गया था। वह सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को दे दिया गया। इसके कारण संजय गांधी अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीजों की जांच ही ठप हो गई। मरीजों की जान पर ही खतरा मंडराने लगा। हल्ला मचते ही डीन ने कंपनी को नया आर्डर जारी किया है। पहले जो काम करना था वह मरीजों की जान को खतरे में डालने के बाद किया गया। संभवत: एक या दो दिन के अंदर कार्टेज रीवा पहुंच जाएगा।