रीवा में लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। रिटायरमेंट की कगार पर खड़े पटवारी को भूमि नामांतरण के बदले 5 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
By: Star News
Dec 19, 20253:40 PM
हाइलाइट्स:
रीवा, स्टार समाचार वेब
लोकायुक्त ने दो दिन में दो कार्रवाई की। पहले दिन आरआई को रिश्वत लेते पकड़ा। दूसरे दिन यानि गुरुवार को एक पटवारी को 5 हजार रुपए लेते ट्रैप किया है। पटवारी रिटायर होने की कगार पर है। इसके पहले ही रिश्वत लेते धरा गया। पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता विपिन सोंधिया पिता पप्पू सोंधिया उम्र 29 वर्ष निवासी मनिकवार तहसील रायपुर कर्चुलियान ने लोकायुक्त एसपी से 17 दिसंबर को एक शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया था कि भूमि का नामांतरण करवाने के लिए पटवारी अच्छेलाल पिता प्यारेलाल साकेत उम्र 60 वर्ष हल्का देवरा फरेंदा तहसील रायपुर कर्चुलियान से मिला था। पटवारी ने नामांतरण के बदले 10 हजार रुपए की मांग की है। शिकायत का प्रभारी एसपी प्रवीण सिंह परिहार ने सत्यापन कराया। सत्यापन में शिकायत सही पाई गई। शिकायत सत्यापन के दौरान ही पटवारी ने 5 हजार रुपए शिकायतकर्ता से ले लिए थे। 5 हजार रुपए की और मांग की थी। सत्यापन के बाद लोकायुक्त ने पटवारी को पकड़ने की रणनीति बनाई। 18 दिसंबर को प्रभारी पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर शिकायतकर्ता को 5 हजार रुपए लेकर पटवारी अच्छेलाल साकेत के पास भेजा गया। अच्छेलाल साकेत ने शिकायतकर्ता को रुपए लेकर सीएफटी भवन के सामने मनिकवार बुलाया। जैसे ही पटवारी ने 5 हजार रुपए लिए वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने धर दबोचा। पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है। इस र्कावाई में ट्रेपकर्ता अधिकारी उपेन्द्र दुबे निरीक्षक विपुस्था रहे और ट्रैप दल के सदस्यों में प्रवीण सिंह परिहार उप पुलिस अधीक्षक और 12 सदस्यीय टीम शामिल रही।