सतना जिले में बिजली विभाग की लापरवाही से 1500 से ज्यादा बिजली बिल की शिकायतें लंबित हैं। इनमें से 265 शिकायतें 30 दिन से अधिक और 47 शिकायतें 100 दिन से ज्यादा समय से अटकी हुई हैं। सर्वाधिक शिकायतें शहर संभाग सतना की हैं। अधीक्षण अभियंता ने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए सात दिन में निराकरण के निर्देश दिए।
By: Yogesh Patel
Sep 13, 20255:59 PM
हाइलाइट्स:
सतना, स्टार समाचार वेब
बिजली विभाग की 1500 से ज्यादा शिकायतें लंबित हैं, जिनमें सर्वाधिक शिकायतें शहर संभाग सतना की हैं। इन शिकायतों के निराकरण के लिए एसई पीके मिश्रा द्वारा समीक्षा बैठक आयोजित की गई। अधिकारियों से शिकायतों का स्टेटस पूछने पर अधिकारी द्वारा कोई जवाब न पाने पर अधीक्षण अभियंता द्वारा नाराजगी जाहिर की गई और त्वरित कार्रवाई के लिए कहा गया। अधीक्षण अभियंता द्वारा जिले के सभी 6 संभाग के अभियंताओं की बैठक ली गई थी जिसमें बिजली बिल की शिकायतों का मुद्दा छाया रहा। बताया गया कि 1912 में दर्ज बिजली बिल की 969 शिकायतें दर्ज हुई हैं, जिसमें 265 शिकायतें 30 दिनों से ज्यादा लंबित हैं। इसके अलावा सीएम हेल्पलाइन पोर्टल में सतना वृत्त अन्तर्गत 739 बिजली बिल की शिकायतें लंबित पड़ी हुई हैं। सीएम हेल्पलाइन में सर्वाधिक संख्या में कोलगवां वितरण केन्द्र की 93 शिकायतें दर्ज हैं। इसके अलावा टिकुरिया टोला की 60, अमरपाटन की 51, नादन की 44, रामनगर की 40, सतना आरईएस की 37 एवं मैहर की 35 शिकायतें अभी भी लंबित हैं जिन पर कोई भी कार्रवाई नही हुई है। बताया गया कि इनमें से 47 शिकायतें ऐसी हैं जो 100 दिन से ज्यादा समय से लंबित पड़ी हैं। बताया गया कि संभाग अन्तर्गत 100 दिन से अधिक समय से लंबित शिकायतों के निराकरण के लिए सभी अभियंताओं को सात दिन का समय दिया गया है। वीसी समीक्षा बैठक में सभी कार्यपालन अभियंता, सहायक अभियंता एवं कनिष्ठ अभियंता जुडेÞे थे।
निराकरण में अधिकारियों की रुचि नहीं
समीक्षा बैठक के दौरान संभाग अन्तर्गत 200 दिन से अधिक एवं ज्यादा समय से लंबित शिकायतों के संबंध में कार्यपालन अभियंताओं से पूछने पर यह पता चला कि कार्यपालन अभियंताओं के पास कोई जानकारी नहीं थी, इसका मतलब शिकायतों के निराकरण में अभियंताओं द्वारा कोई रुचि नहीं ली गई। बताया गया कि कार्यपालन अभियंताओं द्वारा केवल एल वन स्तर से जवाब को कापी पेस्ट करने की कार्रवाई की गई थी और ये शिकायतें अब एल -2 स्तर पर पहुंच गई हैं। अधीक्षण अभियंता ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अगर इन शिकायतों का निराकरण एक सप्ताह में नहीं हुआ तो कार्यपालन अभियंताओं पर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा बिजली बिल की सर्वाधिक शिकायतों में मीटर रीडिंग की लापरवाही सामने आ रही है जिसके कारण सर्वाधिक शिकायतें बिजली बिल की दर्ज की जा रही हैं। मीटर रीडिंग में गलती मिलने पर मीटर रीडर को ब्लैक लिस्टेड करने की कार्रवाई की जाएगी।