सतना रेलवे स्टेशन के बाहर ऑटो चालकों की मनमानी और नो-पार्किंग जोन में खड़े वाहनों ने जाम की समस्या को स्थायी बना दिया है। ट्रेन आने के साथ ही यात्रियों को अंदर-बाहर निकलने में भारी परेशानी होती है। पार्किंग ठेका खत्म होने से व्यवस्थाएं ध्वस्त हैं और दोपहिया वाहन चोरी जैसी घटनाएं भी बढ़ रही हैं। यात्री और स्थानीय लोग रेलवे प्रशासन से सख्त कार्रवाई और नई पार्किंग व्यवस्था की मांग कर रहे हैं।
By: Yogesh Patel
Sep 08, 20255:59 PM
हाइलाइट्स
सतना, स्टार समाचार वेब
इन दिनों सतना जंक्शन के बाहर हर दिन जाम लग रहा है जिसका मुख्य कारण स्टेशन के बाहर ऑटो-रिक्शा का बेतरतीब ढंग से खड़ा होना है। सवारी की लालच में ऑटो रिक्शा चालक स्टेशन के प्रवेश द्वार पर ही नो पार्किंग जोन में ऑटो खड़ा किए रहते हैं, जिसकी वजह से जाम लग जाता है। ऑटो-रिक्शा के खिलाफ कभी-कभार कार्रवाई की जाती है लेकिन उसके बाद फिर स्थिति अराजक हो जाती है।
आने-जाने वाले यात्रियों को परेशानी
जाम लगने के कारण यात्रियों को निकलने में परेशानी होती है। इस दौरान यात्री काफी मुश्किल से स्टेशन के बाहर और अंदर जा पाते हैं। किसी भी ट्रेन के आने पर यहां पर दस मिनट तक जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है। यह स्थिति हर दिन निर्मित होती है। स्टेशन के बाहर धमाचौकड़ी मचाने वाले ऑटो रिक्शा चालकों के खिलाफ कार्रवाई तभी की जाती है जब कोई रेलवे अधिकारी स्टेशन के निरीक्षण के लिए आते हैं।
स्टेशन के बाहर हर समय जाम की स्थिति बन रही है। जाम के कारण यात्रियों को फाउंटन के पास आवागमन परेशानी भरा रहता है। वहीं सेकेंड इंड्री गेट के बाद भी ऑटो चालकों की मनमानी से मुसाफिर परेशान रहते हैं।
टेंडर खत्म, सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त
उल्लेखनीय है कि 22 जून की रात 11.55 बजे से सतना स्टेशन के पूर्वी दिशा की तरफ पार्किंग ठेका खत्म है। रेलवे प्रशासन के बार-बार निविदा बुलाए जाने के बाद भी कोई ठेकेदार नहीं मिल पा रहा है। पर्किंग टेंडर खत्म होने से पार्किंग की सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हैं। यात्रियों के आए दिन दो पहिया वाहन चोरी हो रहे हैं वहीं नो पार्किंग जोन में पूरा दिन वाहन खड़े रहते हैं। रेलवे प्रशासन द्वारा जल्द ही एक बार फिर से टेंडर प्रक्रिया की जाएंगी। बताया गया जीआरपी चौकी प्रभारी राजेश राज द्वारा हालही में मंडल रेल प्रशासन को पत्र लिखकर जल्द से जल्द पार्किंग टेंडर करने की मांग की है।
यूं है स्टेशन में अव्यवस्थाओं का आलम
नो-पार्किंग जोन में खड़े रहते है वाहन
स्टेशन के बाहर नो-पार्किंग जोन में घंटों तक दो पहिया से लेकर ऑटो व चार पहिया तक वाहन खड़े रहते हैं। ये हाल तब हैं जब जगह-जगह नो-पार्किंग जोन के बोर्ड लगे हुए हैं। बताया गया कि ऑटो रिक्शा चालक सबसे ज्यादा व्यवस्था बिगाड़ रहे हैं। स्टेशन के प्लेटफार्म पर जैसे ही यात्री ट्रेन आती है उसी दौरान स्टेशन के बाहर जाम की स्थिति निर्मित होती है। ऑटो रिक्शा चालक सवारियों की लालच में स्टेशन के प्रवेश द्वार पर ही ऑटो रिक्शा खड़ा कर देते हैं जिसकी वजह से वहां पर जाम लगने लगता है। कोतवाली व स्टेशन रोड़ का मार्ग भी अवरुद्ध होता है। वहीं इन दिनों हैरिटेज इजंन के पास ऑटो चालक एक कतार में वाहन खड़ा करते हैं।