सतना स्टेशन पर सफाई की बदहाल स्थिति को लेकर रेलवे ने दिल्ली की कंपनी अलर्ट इंटरप्राइजेस को 7 दिन में सुधार लाने का अल्टीमेटम दिया है। मशीनें नहीं लाने पर लगेगी पेनाल्टी।
By: Yogesh Patel
सात दिनों में नहीं आई सफाई मशीनें तो लगेगी पेनाल्टी
सतना, स्टार समाचार वेब
विंध्य के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले सतना जंक्शन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन के तौर पर विकसित करने की कवायदें रेलवे ने शुरू कर दी है। इसी के साथ सतना जंक्शन की सफाई व्यवस्था का नया ठेका भी दिल्ली की एक कंपनी को दिया गया है लेकिन कंपनी का शुरूआती काम देखकर ऐसा महसूस हो रहा है कि सतना जंक्शन की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने का माद्दा नहीं है। सफाई कंपनी द्वारा काम शुरू करने के बाद भी स्टेशन की चमक फीकी ही है। वाटर बूथों से लेकर ट्रैक तक में गंदगी पसरी है। कोविड काल के लौटने की चेतावनी के बाद ाी बदबू व गंदगी की वजह से यात्रियों के बीच संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। हालंकि रेलवे के उच्च स्तरीय प्रबंधन ने कंपनी के काम काज पर पर अपनी नजरें गड़ा रखी हैऔर जंबलपुर मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक (सीनियर डीसीएम) डॉ. मधुर वर्मा ने सतना स्टेशन की सफाई व्यवस्था दुरुस्त न रखने ने के मामले में सफाई ठेकेदार को जहां सात दिनों के अंदर क्लीनिंग मशीन लाने का अल्टीमेंटम दिया है। वहीं तय अवधि के बाद भी व्यवस्था में सुधार न होने पर टेंडर शर्तो के अनुसार और पेनाल्टी लगाने व टेंडर निरस्त करने की भी चेतावनी दी है।
4 स्टेशन में दिल्ली की फर्म का ठेका
बताया गया कि सतना स्टेशन में 1 जून से अलर्ट इंटरप्राइजेस नई दिल्ली फर्म को सफाई का ठेका दिया गया है। सतना के अलावा कटनी, मदनमहल एवं सागर स्टेशन में भी अलर्ट इंटरप्राइजेस फर्म का ही ठेका चल रहा है। बताया गया कि सीनियर डीसीएम ने अपने पत्र में इन चारों स्टेशनों की सफाई व्यवस्था पर असंतोष जताया है। उल्लेखनीय है कि सतना स्टेशन की सफाई व्यवस्था के लिए नया ठेका 4 लाख 80 हजार रुपए प्रतिमाह में दिया है। पिछला ठेका 3 लाख 99 हजार रुपए का था। इस बार के ठेके में 81 हजार रुपए अधिक खर्च के लिए बढ़ाए गए है।
2 लाख की लगी पेनाल्टी
स्टेशन में सफाई दुरुस्त न कर पाने के चलते पिछले 17 दिनों में लगभग 2 लाख की पेनाल्टी रेलवे प्रशासन ने सफाई ठेका कंपनी अलर्ट इंटरप्राइजेस पर लगाई है। बताया गया कि टेंडर शर्तों के अनुसार अभी तक ठेकेदार क्लीनिंग की सभी मशीनें सफाई के लिए नहीं ला पाया है, जिससे स्टेशन की चमक फीकी है और यात्रियों को गंदगी का सामना करना पड़ता है।
ये व्यवस्थाएं नहीं बदली