गड़बड़ी छिपाने में लीपापोती: सतना में सीवर लाइन और नारायण तालाब सौंदर्यीकरण में घटिया काम उजागर
By: Star News
सतना, स्टार समाचार वेब
शहर में चल रहे निर्माण और विकास कार्यों में शासकीय राशि का कैसे दुरुपयोग किया जा रहा है, अगर यह देखना है तो नारायण तालाब में चल रहे सौन्दर्यीकरण एवं विकास के कार्य तथा शहर में चल रहे सीवर लाइन के कार्य को देखा जा सकता है। सीवर लाइन के लिये खोदी गई सड़क हादसों को आमंत्रण दे रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक नारायण तालाब में पांच करोड़ रुपये की लागत से सौन्दर्यीकरण एवं विकास के कार्य चल रहे हैं। इस कार्य में बनायी गयी बाउन्ड्रीवाल में जहां दरार आ गयी है वहीं पानी निकासी के लिये बनायी गयी पुलिया में भी दरार आ गयी है। यह मामला सामने आने के बाद निर्माण कार्य में की गयी गड़बड़ी को छिपाने के लिये निर्माण कार्य से जुड़े संविदाकार व इंजीनियरों ने लीपापोती का काम शुरु किया। आई दरार में की जा रही लीपापोती दिनभर चर्चाओं में रही।
अब सवाल यह उठता है कि कहीं सड़क में दरार आ रही है तो कहीं पर तालाब के बाउण्ड्रीवाल व पुलिया में लेकिन जिम्मेदार इसे निर्माण कार्य में गड़बड़ी मानने को तैयार नहीं है। घटिया निर्माण के बचाव में तरह-तरह के तर्क दिये जा रहे हैं। वैसे भी नारायण तालाब में निर्माण कार्य घटिया स्तर का हो रहा है इस बात के कई बार सबूत सामने आ चुके हैं यहां तक की बाउण्ड्रीवाल के निर्माण में की गयी गड़बड़ी पर महापौर ने निर्माण कार्य तुड़वा दिया था।
अगर बात करें सीवर लाइन और उससे हो रही परेशानी की तो वैसे तो कृष्णनगर रोड़, बजरहाटोला, वार्ड क्र. 39और 40 में इन दिनों सबसे ज्यादा परेशानी लोगों को उठानी पड़ रही है। सीवर लाइन डालने के लिये की गयी खुदायी के बाद रेस्टोरेशन के नाम पर जिस तरह का भ्रष्टाचार बरहाटोला वार्ड क्र. 39-40 में किया गया है वह अब सबके सामने आने लगा है। यहां रेस्टोरेशन के बाद सड़क धस गयी है, बड़े-बड़े गड्ढे हो गये हैं और ये गड्ढे हादसों को आमंत्रण रहे हैं। कई बार इस ओर जिम्मेदारों का ध्यान आकृष्ट कराने के बावजूद कोई कार्रवायी न होने से जनता में बेहद आक्रोश है और वे कभी भी सड़क पर उतर सकते हैं।