शशि थरूर ने 'देशहित' में काम करने को लेकर कांग्रेस नेताओं की आलोचना पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के रूप में वे भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, किसी पार्टी का नहीं।
By: Star News
Jun 05, 202523 hours ago
वॉशिंगटन. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि 'लोकतंत्र में ये सामान्य प्रक्रिया है, जहां पार्टियां एक दूसरे का विरोध करती हैं, आलोचना करती हैं और मांग करती हैं, लेकिन हम यहां किसी पार्टी के लिए नहीं हैं बल्कि हम यहां भारत के प्रतिनिधि बनकर आए हैं।'
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे शशि थरूर ने कहा कि जो लोग ऐसा सोचते हैं कि देशहित में काम करना पार्टी विरोधी है तो उन्हें खुद से सवाल करने की जरूरत है। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ थरूर फिलहाल अमेरिका दौरे पर हैं। वहां एक इंटरव्यू में थरूर ने ये बात कही। दरअसल कई कांग्रेस नेताओं ने थरूर पर निशाना साधा है और उन्हें भाजपा का सुपर प्रवक्ता बताया है। थरूर ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने की अटकलों को भी खारिज कर दिया।
कांग्रेस छोड़ने की अटकलों पर दिया ये जवाब
शशि थरूर ने कहा कि जब कोई देश की सेवा कर रहा हो तो मुझे नहीं लगता कि किसी अन्य चीजों के बारे में बहुत चिंता करने की जरूरत है। मुझे लगता है कि जिसे लगता है कि देशहित में काम करना पार्टी विरोधी है तो उन्हें हमसे सवाल करने के बजाय खुद से सवाल करने की जरूरत है। कांग्रेस छोड़ने की अटकलों को खारिज करते हुए थरूर ने कहा कि 'मैं संसद का चुना हुआ प्रतिनिधि हूं और मेरे कार्यकाल में अभी चार साल का वक्त बाकी है। मुझे नहीं पता कि ऐसा सवाल पूछा ही क्यों जा रहा है।'
राहुल के आरोपों पर क्या बोले थरूर
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में अपने एक बयान में आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का फोन आते ही आत्मसमर्पण कर दिया। इसे लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में थरूर ने कहा कि 'लोकतंत्र में ये सामान्य प्रक्रिया है, जहां पार्टियां एक दूसरे का विरोध करती हैं, आलोचना करती हैं और मांग करती हैं, लेकिन हम यहां किसी पार्टी के लिए नहीं हैं बल्कि हम यहां भारत के प्रतिनिधि बनकर आए हैं।'
सात राज्यों के सांसद शामिल
थरूर ने कहा कि उनके प्रतिनिधिमंडल में पांच राजनीतिक पार्टियों के, तीन धर्मों को मानने वाले और सात राज्यों से आने वाले सांसद शामिल हैं। थरूर के अलावा भारतीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल अन्य सांसद सरफराज अहमद, गंति हरीश मधुर बालयोगी, शशांक मणि त्रिपाठी, भुवनेश्वर कालिता, मिलिंद देवड़ा, तेजस्वी सूर्या और अमेरिका में भारत के राजदूत रहे तरनजीत सिंह संधू शामिल हैं।