रीवा के टीआरएस कॉलेज में आयोजित युवा अभिप्रेरण कार्यक्रम में नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने छात्रों को राष्ट्र सेवा, अनुशासन और आत्मसंयम के मूल मंत्र दिए। उन्होंने युवाओं को नशामुक्त भारत की शपथ दिलाई और भारत को 21वीं सदी का अग्रणी राष्ट्र बनाने में उनकी भूमिका पर बल दिया।
By: Yogesh Patel
Jul 20, 2025just now
राष्ट्र की रक्षा के लिए उद्देश्य में दृढ़ता और अनुशासन आवश्यक : त्रिपाठी
रीवा, स्टार समाचार वेब
ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय के युवा अभिप्रेरण कार्यक्रम में नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुये। शनिवार को आयोजित इस कार्यक्रम में सेनाअध्यक्ष दोपहर करीब 1 बजे पहुंचे। इस दौरान एनसीसी कैडेट्स ने उन्हें गार्ड आफ आॅनर दिया। एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि राष्ट्र की रक्षा केवल शस्त्रों और सीमाओं की निगरानी से ही नहीं होती है। इसके लिए विचारों में स्पष्टता, उद्देश्य में दृढ़ता और अनुशासन आवश्यक है। आज का युवा ही कल का राष्ट्र निर्माता है। युवाओं का दृष्टिकोण और संकल्पशक्ति ही देश की दिशा और दशा तय करते हैं। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने विद्यार्थियों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर हुआ। जहाँ प्राचार्य डॉ. अर्पिता अवस्थी ने मुख्य अतिथि का स्वागत पुष्पगुच्छ भेंट कर किया। रेडक्रॉस और एनएसएस के छात्रों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया। महाविद्यालय की शौर्यगाथा से जुड़े अमर शहीद ठाकुर रणमत सिंह, शहीद पद्मधर सिंह और माँ सरस्वती की प्रतिमाओं पर मुख्य अतिथि ने मार्ल्यापण और पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। सभागार में प्रवेश पर छात्रों ने स्वागत गीत से समां बांध दिया। तत्पश्चात मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज का युवा ही कल का राष्ट्र निमार्ता है। उसकी सोच और संकल्प ही देश की दिशा और दशा तय करते हैं। अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होंने विद्यार्थियों को समझाया कि आत्मसंयम, समय का सम्मान, राष्ट्रभक्ति और नेतृत्व के गुण किसी भी क्षेत्र में सफलता के मूल मंत्र हैं। उन्होंने छात्रों को समाज के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित किया और कहा कि यह शताब्दी भारत की है। ऐसे में युवा विकसित भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे ऐसे कार्य करें, जिससे वे समाज के लिए उदाहरण बन सकें। उन्होंने उन्हें कठोर परिश्रम करने और अपने प्रयासों का सर्वाेत्तम समाज को देने की सीख दी। आत्ममूल्यांकन के महत्व पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि असफलताओं से हताश होने के बजाय उनसे सीख लेकर नए उत्साह और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ना चाहिए। नौसेना जैसे शक्तिशाली सैन्य संगठन का उदाहरण देते हुए उन्होंने संयुक्त शक्ति की अवधारणा को रेखांकित किया। जहाँ थल, वायु और जल सेनाएँ मिलकर राष्ट्र की रक्षा करती हैं।
कॉलेज परिवार ने भेंट किया स्मृति चिन्ह
जनभागीदारी अध्यक्ष राजेन्द्र ताम्रकार द्वारा मुख्य अतिथि का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया। विभिन्न संकायों की ओर से डॉ. संजय सिंह (विज्ञान संकाय), डॉ. अजय शंकर पाण्डेय (कला संकाय), डॉ. संजय शंकर मिश्रा (वाणिज्य संकाय) और महाविद्यालय परिवार की ओर से प्रशासनिक अधिकारी डॉ. महानंद द्विवेदी ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। इसके उपरांत प्राचार्य डॉ. अर्पिता अवस्थी ने मुख्य अतिथि को शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया और अभिनंदन पत्र का वाचन कर उन्हें महाविद्यालय की ओर से आभार व्यक्त किया। छात्राओं द्वारा मुख्य अतिथि को स्केच भेंट किया गया। कार्यक्रम की संकल्पना तथा समन्वय का दायित्व डॉ. अमित तिवारी ने निभाया। कार्यक्रम का संचालन समाज कार्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अखिलेश शुक्ल ने किया। डॉ. मनीष शुक्ला ने धन्यवाद ज्ञापन किया। म.प्र. पुलिस द्वारा नशे से दूरी, है जरूरी जागरूकता कार्यक्रम के अन्तर्गत पुलिस अधीक्षक रीवा श्री विवेक सिंह के नेतृत्व में नशा मुक्ति की शपथ ली गई। राष्ट्रगीत के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की हुई प्रस्तुति
उक्त कार्यक्रम के बाद शाम 4 बजे महाविद्यालय के दरबार सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति हुई। इस दौरान राजस्थान की ममता राठौर के दल ने कालबेलिया एवं घूमर नृत्य, लखनऊ की नेहा सिंह सेंगर दल ने कथक नृत्य नाटिका, सागर की विनीता दोहरे दल ने बधाई नृत्य, वृंदावन के विनय कुमार गोस्वामी दल ने मयूर नृत्य, रीवा की अजिता द्विवेदी ने बघेली एवं बुंदेलखंडी लोक गायन, भिवानी हश्रियाणा की शिखा पाल के दल ने फाग, धमाल एवं घूमर, वाराणसी की करिश्मा केसरी ने भरनाट्यम नाटिका एवं रीवा की राखी द्विवेदी ने बघेली एवं बुंदेलखंडी गायन की प्रस्तुति दिया। उक्त कार्यक्रमों ने उपस्थित अतिथियों एवं दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया।