×

सीजेआई की दो टूक... न्यायिक सक्रियता कभी भी न्यायिक आतंकवाद या रोमांच नहीं बनना चाहिए...

राष्ट्रपति और राज्यपालों के लिए विधेयक को मंजूरी देने की समय सीमा तय करने के मामले की सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने कहा कि न्यायिक सक्रियता, न्यायिक आतंकवाद नहीं बनना चाहिए। पीठ में सीजेआई जस्टिस गवई के अलावा जस्टिस सूर्य कांत, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिएस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस एएस चंदूरकर भी शामिल हैं।

By: Arvind Mishra

Aug 21, 2025just now

view1

view0

सीजेआई की दो टूक... न्यायिक सक्रियता कभी भी न्यायिक आतंकवाद या रोमांच नहीं बनना चाहिए...

सुप्रीम कोर्ट।

  • विधेयक को मंजूरी देने की समय सीमा तय करने का मामला

  • अब जनप्रतिनिधि सीधे जनता के सवालों का जवाब देते हैं...

    नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब

राष्ट्रपति और राज्यपालों के लिए विधेयक को मंजूरी देने की समय सीमा तय करने के मामले की सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने कहा कि न्यायिक सक्रियता, न्यायिक आतंकवाद नहीं बनना चाहिए। गुरुवार को सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि निर्वाचित लोगों को काफी अनुभव होता है और उसे कमतर नहीं आंका जाना चाहिए। इस पर सीजेआई जस्टिस बीआर गवई ने कहा कि हमने कभी भी निर्वाचित लोगों के बारे में कुछ नहीं कहा है। मैंने हमेशा कहा है कि न्यायिक सक्रियता, कभी भी न्यायिक आतंकवाद या न्यायिक रोमांच नहीं बनना चाहिए।  पीठ में सीजेआई जस्टिस गवई के अलावा जस्टिस सूर्य कांत, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिएस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस एएस चंदूरकर भी शामिल हैं। तुषार मेहता ने अपने सबमिशन में सुप्रीम कोर्ट के कई फैसलों का हवाला दिया, जिसमें राज्यपालों की शक्तियों पर बात की गई।

मतदाता को हल्के में मत लें...

इस मामले पर सुनवाई लगातार तीसरे दिन भी जारी रही। मेहता ने कहा कि निर्वाचित लोग सीधे तौर पर जनता का सामना करते हैं। अब लोग जनप्रतिनिधियों से सवाल करते हैं। 20-25 साल पहले हालात अलग थे। अब मतदाता जागरूक हैं और उन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता। मेहता ने कहा कि राज्यपाल के पास मंजूरी रोकने का पूरा अधिकार है, जो उन्हें संविधान के अनुच्छेद 200 से मिला हुआ है। सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने कहा कि अगर कोई विधेयक दूसरी बार राज्यपाल की मंजूरी के लिए उनके पास भेजा जाए तो राज्यपाल उसे राष्ट्रपति के पास विचार करने के लिए नहीं भेज सकते।

एक नजर में पूरा मामला

सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु सरकार बनाम राज्यपाल मामले में एक आदेश दिया था, जिसमें राज्यपालों और राष्ट्रपति को एक तय समय में उनके समक्ष पेश विधेयकों पर फैसला लेने को कहा गया। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर काफी हंगामा हुआ। राष्ट्रपति ने भी इस पर आपत्ति जताई और कहा कि देश के संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, तो सुप्रीम कोर्ट किस आधार पर यह फैसला दे सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु सरकार बनाम राज्यपाल मामले में दिए अपने फैसले में कहा था कि राज्यपाल के पास कोई वीटो पावर नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राज्यपाल की ओर से भेजे गए विधेयक पर राष्ट्रपति को तीन महीने के भीतर फैसला लेना होगा। अगर तय समय सीमा में फैसला नहीं लिया जाता तो राष्ट्रपति को राज्य को इसकी वाजिब वजह बतानी होगी। 

COMMENTS (0)

RELATED POST

पैसों का खेल खत्म...अब जाना पड़ेगा जेल...   और  भारी जुर्माना

1

0

पैसों का खेल खत्म...अब जाना पड़ेगा जेल... और भारी जुर्माना

संसद से गुरुवार को आनलाइन गेमिंग संवर्धन एवं विनियमन विधेयक, 2025 पारित हो गया। इस बिल को बिना किसी बहस के हंगामे के बीच मंजूरी दी गई। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव की ओर से पेश किए गए इस विधेयक का उद्देश्य ई-स्पोर्ट्स और आनलाइन सोशल गेमिंग को बढ़ावा देते हुए सभी प्रकार के आॅनलाइन मनी गेम्स पर प्रतिबंध लगाना है।

Loading...

Aug 21, 2025just now

सीजेआई की दो टूक... न्यायिक सक्रियता कभी भी न्यायिक आतंकवाद या रोमांच नहीं बनना चाहिए...

1

0

सीजेआई की दो टूक... न्यायिक सक्रियता कभी भी न्यायिक आतंकवाद या रोमांच नहीं बनना चाहिए...

राष्ट्रपति और राज्यपालों के लिए विधेयक को मंजूरी देने की समय सीमा तय करने के मामले की सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने कहा कि न्यायिक सक्रियता, न्यायिक आतंकवाद नहीं बनना चाहिए। पीठ में सीजेआई जस्टिस गवई के अलावा जस्टिस सूर्य कांत, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिएस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस एएस चंदूरकर भी शामिल हैं।

Loading...

Aug 21, 2025just now

सीएम योगी का जनता दरबार... मैं रिटायर फौजी हूं और जहर खाकर आया हूं... सुनते ही मची खलबली

1

0

सीएम योगी का जनता दरबार... मैं रिटायर फौजी हूं और जहर खाकर आया हूं... सुनते ही मची खलबली

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गुरुवार सुबह लखनऊ में आयोजित जनता दरबार में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। गाजियाबाद के लोनी के रहने वाले 65 वर्षीय रिटायर्ड फौजी ने जनता दरबार में मौजूद लोगों को बताया कि उन्होंने जहर खा लिया है। इस घटना ने वहां मौजूद लोगों और अधिकारियों में हड़कंप मच गया।

Loading...

Aug 21, 2025just now

उपराष्ट्रपति पद... विपक्ष के उम्मीदवार सुदर्शन ने किया नामांकन

1

0

उपराष्ट्रपति पद... विपक्ष के उम्मीदवार सुदर्शन ने किया नामांकन

इंडी गठबंधन ने उपराष्ट्रपति पद के लिए बी सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है। सुदर्शन रेड्डी ने गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल किया। आज नामांकन का अंतिम दिन था। एनडीए की ओर से सीपी राधाकृष्णन पहले ही नामांकन कर चुके हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव में अब मुकाबला दिलचस्प हो गया है। दरअसल, उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी अपना नामांकन दाखिल किया।

Loading...

Aug 21, 2025just now

सुरक्षा में चूक... जागी सरकार... अब दिल्ली सीएम को जेड श्रेणी की सुरक्षा

1

0

सुरक्षा में चूक... जागी सरकार... अब दिल्ली सीएम को जेड श्रेणी की सुरक्षा

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को केंद्र सरकार की ओर से जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलने के बाद सीआरपीएफ ने उनकी सुरक्षा का जिम्मा संभाल लिया है। इस सुरक्षा का प्रभार सीआरपीएफ ने दिल्ली पुलिस से ले लिया है।

Loading...

Aug 21, 20257 minutes ago

RELATED POST

पैसों का खेल खत्म...अब जाना पड़ेगा जेल...   और  भारी जुर्माना

1

0

पैसों का खेल खत्म...अब जाना पड़ेगा जेल... और भारी जुर्माना

संसद से गुरुवार को आनलाइन गेमिंग संवर्धन एवं विनियमन विधेयक, 2025 पारित हो गया। इस बिल को बिना किसी बहस के हंगामे के बीच मंजूरी दी गई। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव की ओर से पेश किए गए इस विधेयक का उद्देश्य ई-स्पोर्ट्स और आनलाइन सोशल गेमिंग को बढ़ावा देते हुए सभी प्रकार के आॅनलाइन मनी गेम्स पर प्रतिबंध लगाना है।

Loading...

Aug 21, 2025just now

सीजेआई की दो टूक... न्यायिक सक्रियता कभी भी न्यायिक आतंकवाद या रोमांच नहीं बनना चाहिए...

1

0

सीजेआई की दो टूक... न्यायिक सक्रियता कभी भी न्यायिक आतंकवाद या रोमांच नहीं बनना चाहिए...

राष्ट्रपति और राज्यपालों के लिए विधेयक को मंजूरी देने की समय सीमा तय करने के मामले की सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने कहा कि न्यायिक सक्रियता, न्यायिक आतंकवाद नहीं बनना चाहिए। पीठ में सीजेआई जस्टिस गवई के अलावा जस्टिस सूर्य कांत, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिएस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस एएस चंदूरकर भी शामिल हैं।

Loading...

Aug 21, 2025just now

सीएम योगी का जनता दरबार... मैं रिटायर फौजी हूं और जहर खाकर आया हूं... सुनते ही मची खलबली

1

0

सीएम योगी का जनता दरबार... मैं रिटायर फौजी हूं और जहर खाकर आया हूं... सुनते ही मची खलबली

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गुरुवार सुबह लखनऊ में आयोजित जनता दरबार में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। गाजियाबाद के लोनी के रहने वाले 65 वर्षीय रिटायर्ड फौजी ने जनता दरबार में मौजूद लोगों को बताया कि उन्होंने जहर खा लिया है। इस घटना ने वहां मौजूद लोगों और अधिकारियों में हड़कंप मच गया।

Loading...

Aug 21, 2025just now

उपराष्ट्रपति पद... विपक्ष के उम्मीदवार सुदर्शन ने किया नामांकन

1

0

उपराष्ट्रपति पद... विपक्ष के उम्मीदवार सुदर्शन ने किया नामांकन

इंडी गठबंधन ने उपराष्ट्रपति पद के लिए बी सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है। सुदर्शन रेड्डी ने गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल किया। आज नामांकन का अंतिम दिन था। एनडीए की ओर से सीपी राधाकृष्णन पहले ही नामांकन कर चुके हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव में अब मुकाबला दिलचस्प हो गया है। दरअसल, उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी अपना नामांकन दाखिल किया।

Loading...

Aug 21, 2025just now

सुरक्षा में चूक... जागी सरकार... अब दिल्ली सीएम को जेड श्रेणी की सुरक्षा

1

0

सुरक्षा में चूक... जागी सरकार... अब दिल्ली सीएम को जेड श्रेणी की सुरक्षा

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को केंद्र सरकार की ओर से जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलने के बाद सीआरपीएफ ने उनकी सुरक्षा का जिम्मा संभाल लिया है। इस सुरक्षा का प्रभार सीआरपीएफ ने दिल्ली पुलिस से ले लिया है।

Loading...

Aug 21, 20257 minutes ago