देहरादून के सहस्त्रधारा में भारी बारिश के कारण बादल फटने से कई दुकानें बह गईं। जिला प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया और बचाव कार्य जारी है। इस हादसे में कई लोग लापता हैं। भारी बारिश को देखते हुए देहरादून में कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
By: Arvind Mishra
Sep 16, 20259:57 AM
देहरादून। स्टार समाचार वेब
देहरादून के सहस्त्रधारा में भारी बारिश के कारण बादल फटने से कई दुकानें बह गईं। जिला प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया और बचाव कार्य जारी है। इस हादसे में कई लोग लापता हैं। भारी बारिश को देखते हुए देहरादून में कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं। दरअसल, उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के मशहूर सहस्त्रधारा में भारी बारिश के कारण रात में बादल फटने की घटना हुई। इस घटना में कुछ दुकानें बह गईं। घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी सविन बंसल ने कमान संभाली। उन्होंने रात में ही विभिन्न विभागों के साथ समन्वय कर मौके पर बचाव दल भेजे। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और लोक निर्माण विभाग द्वारा जेसीबी और अन्य उपकरणों के साथ बचाव अभियान जारी है। जिला प्रशासन आपदा के मद्देनजर अलर्ट मोड में है। बादल फटने के बाद ऋषिकेश में सुबह से चंद्रभागा नदी उफान पर है। नदी का पानी हाईवे तक पहुंच गया है।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा-देहरादून के सहस्त्रधारा में देर रात हुई अतिवृष्टि से कुछ दुकानों को नुकसान पहुंचने की दु:खद सूचना प्राप्त हुई है। जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, पुलिस मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं। इस संबंध में निरंतर स्थानीय प्रशासन से संपर्क में हूं और स्वयं स्थिति की निगरानी कर रहा हूं। ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं।
जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीएम कुमकुम जोशी रात में ही घटनास्थल पर पहुंचीं। जिलाधिकारी ने भारी बारिश को देखते हुए देहरादून में कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। आईटी पार्क देहरादून में देर रात से हो रही भारी बारिश से आए पानी से खिलौनों की तरह सड़क पर ही कई गाड़ियां बहती नजर आईं।
घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं। बचाव दल ने स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। राहत-बचाव कार्य के लिए जेसीबी सहित भारी उपकरण लगाए गए हैं। लापता दोनों व्यक्तियों की तलाश युद्धस्तर पर जारी है।
देहरादून-हरिद्वार नेशनल हाईवे पर फन वैली और उत्तराखंड डेंटल कॉलेज के पास एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। देहरादून में भारी बारिश के कारण तमसा नदी उफान पर है। टपकेश्वर महादेव शिवलिंग परिसर में 1-2 फीट मलबा जमा हो गया है और मंदिर परिसर में काफी नुकसान हुआ है। तेज बहाव से नदी किनारे की कई दुकानें पूरी तरह बह गईं, जिससे लाखों का नुकसान हुआ है। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और समय पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने से बड़ी अनहोनी टल गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात करके उत्तराखंड में भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने हर संभव सहायता का आश्वासन दिया और इस बात पर जोर दिया कि केंद्र सरकार संकट की इस घड़ी में उत्तराखंड के साथ पूरी तरह खड़ी है।
इधर, हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश ने फिर कहर बरपाया है। रात मंडी के धरमपुर में बादल फटने से बस स्टैंड पानी में डूब गया। राज्य की राजधानी शिमला और आसपास के इलाकों से भी भारी बारिश के कारण कई जगह भूस्खलन और सामान्य जनजीवन के बुरी तरह प्रभावित होने की खबरें आ रही हैं। बीती रात धरमपुर में बारिश ने ऐसा तांडव मचाया कि पूरा बस स्टैंड डूबा गया और बसें समेत कई वाहन बह गए। इस घटना में एक व्यक्ति के भी अभी तक लापता होने की खबर है।