कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और देश के पूर्व गृहमंत्री शिवराज पाटिल का शुक्रवार को सुबह निधन हो गया। वह 91 साल के थे। वह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे और परिवार की देखरेख में थे। शिवराज पाटिल का राजनीति की दुनिया में दिया गया योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
By: Arvind Mishra
Dec 12, 202510:26 AM
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और देश के पूर्व गृहमंत्री शिवराज पाटिल का शुक्रवार को सुबह निधन हो गया। वह 91 साल के थे। वह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे और परिवार की देखरेख में थे। शिवराज पाटिल का राजनीति की दुनिया में दिया गया योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता है। शिवराज पाटिल का जन्म महाराष्ट्र के लातूर जिले में 12 अक्टूबर 1935 को हुआ था। पाटिल शुरू से ही सरल स्वभाव के थे और वह एक मेहनती परिवार से ताल्लुक रखते थे। उन्होंने कानून की पढ़ाई की थी। कॉलेज के दिनों के बाद ही उन्होंने धीरे-धीरे राजनीति में कदम रखा। उनका पूरा नाम शिवराज पाटिल चाकुरकर था। उन्होंने लोकसभा के सभापति और विभिन्न केंद्रीय मंत्री के पद की जिम्मेदारी संभाली है। उनका अंतिम संस्कार शनिवार को होने की उम्मीद है। उनके परिवार में उनके बेटे शैलेश पाटिल, बहू अर्चना, जिन्होंने पिछले साल लातूर शहर से कांग्रेस के अमित देशमुख के खिलाफ इखढ के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था, और दो पोतियां हैं।
पाटिल लातूर से सात बार रहे सांसद
शिवराज पाटिल ने अपने राजनीतिक जीवन में कई प्रतिष्ठित पदों की कार्यभार संभाला। महाराष्ट्र से नाता रखने वाले शिवराज पाटिल मराठवाड़ा के लातूर से सांसद रह चुके हैं। वहीं लातूर की ग्रामीण सीट से उन्होंने साल 1973 से 1980 तक विधायक की भी जिम्मेदारी संभाली। 1980 के बाद उन्होंने लातूर लोकसभा सीट से चुनाव जीता और संसद पहुंचे। उन्होंने लातूर लोकसभा क्षेत्र से सात बार जीत दर्ज की थी।
आतंकी हमले के बाद दे दिया था इस्तीफा
2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के वक्त शिवराज पाटिल ही देश के गृह मंत्री थे। मुंबई आतंकी हमले के दौरान सुरक्षा में चूक को लेकर काफी आलोचना होने पर शिवराज पाटिल ने अपने गृह मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने आतंकी हमला रोकने में अपनी नाकामी स्वीकार की थी और इसके बाद नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए गृह मंत्री का पद छोड़ा था। उनके निधन पर कांग्रेस पार्टी और कार्यकर्ताओं ने दुख जताते हुए परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
शिवराज पाटिल का राजनीतिक जीवन
महाराष्ट्र के लातूर जिले में जन्म, 1973-1980 तक महाराष्ट्र विधानसभा में विधायक रहे। 1980-1999 के बीच लगातार सात बार चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में रक्षा मंत्री रहे। राजीव गांधी नीत सरकार में नागर विमानन मंत्रालय भी संभाला। लोकसभा अध्यक्ष बनने के बाद संसद में आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल की शुरुआत शिवराज पाटिल ने ही की थी। 2008 में मुंबई आतंकी हमले के बाद 2010-2015 तक पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक रहे।