मध्यप्रदेश कांग्रेस में जिलाध्यक्षों की सूची जारी होने के बाद कांग्रेस नेताओं में कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। पार्टी में एकता कम, बिखराव ज्यादा दिखने लगा है। इससे पार्टी आलाकमान की चिंता बढ़ गई है। कांग्रेस में सियासी घमासान के बीच अब पचमढ़ी की वादियों में नवयुक्त जिलाध्यक्षों को एकता, संगठन और राजनीति का पाठ पढ़ाया जाएगा।
By: Arvind Mishra
Sep 26, 202511:39 AM
भोपाल। स्टार समाचार वेब
मध्यप्रदेश कांग्रेस में जिलाध्यक्षों की सूची जारी होने के बाद कांग्रेस नेताओं में कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। पार्टी में एकता कम, बिखराव ज्यादा दिखने लगा है। इससे पार्टी आलाकमान की चिंता बढ़ गई है। कांग्रेस में सियासी घमासान के बीच अब पचमढ़ी की वादियों में नवयुक्त जिलाध्यक्षों को एकता, संगठन और राजनीति का पाठ पढ़ाया जाएगा। यह पाठ कोई और नहीं बल्कि, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पार्टी के राष्टÑीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पढ़ाएंगे। दरअसल, मध्यप्रदेश में कांग्रेस के सभी 71 जिला अध्यक्षों को 10 दिनों तक प्रशिक्षित किया जाएगा। दो से 12 अक्टूबर तक सभी जिला अध्यक्षों को पचमढ़ी में आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। दस दिन के प्रशिक्षण कार्यक्रम में दो दिन राहुल गांधी स्वयं मौजूद रहेंगे। यही नहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे भी शामिल होंगे। गौरतलब है कि इससे पहले भाजपा ने भी मंत्री-विधायकों का एक प्रशिक्षण शिविर पचमढ़ी में ही लगाया था। जिसमें दिल्ली दरबार तक के दिग्गज शामिल हुए थे।
कार्यक्रम के मुताबिक, खड़गे इस प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन समारोह में भी शामिल होंगे। इस प्रशिक्षण शिविर में जयराम रमेश, पवन खेड़ा, सुप्रिया श्रीनेत, कांग्रेस प्रशिक्षण विभाग के प्रमुख सचिन राव, मप्र के प्रभारी हरीश चौधरी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी शामिल होंगे।
बताया जाता है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी प्रशिक्षण के दौरान जिला अध्यक्षों को न केवल संबोधित करेंगे, बल्कि, जिला अध्यक्षों से वन टू वन संवाद भी करेंगे। जिला अध्यक्षों से उनके जिले की सामाजिक, राजनीतिक परिस्थितियों, चुनौतियों और भविष्य की रणनीति पर चर्चा करेंगे। साथ ही निपटने का मंत्र देंगे।
पचमढ़ी में होने वाली ट्रेनिंग में कांग्रेस के जिला अध्यक्षों को अपने जिले में ब्लॉक, मंडलम, सेक्टर, वार्ड, ग्राम पंचायत और बूथ लेवल तक संगठन बनाने के बारे में बताया जाएगा। आगामी समय में होने वाले नगरीय निकाय, पंचायत चुनाव और 2028 के विधानसभा और 2029 के लोकसभा चुनाव को लेकर कैसे रणनीति बनाना है, इसका पूरा रोडमैप बताया जाएगा।