कर्नाटक की राजनीति में कैबिनेट विस्तार और नेतृत्व बदलाव को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की है और सभी अटकलों को खारिज कर दिया है।
By: Arvind Mishra
Nov 23, 202511:13 AM
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
कर्नाटक की राजनीति में कैबिनेट विस्तार और नेतृत्व बदलाव को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की है और सभी अटकलों को खारिज कर दिया है। उन्होंने साफ कहा है कि अंतिम फैसला सिर्फ कांग्रेस हाईकमान करेगा और हर नेता को उसे स्वीकार करना होगा। यही नहीं, सिद्धारमैया ने स्पष्ट किया कि खड़गे ने उन्हें मुख्यमंत्री पद पर बने रहने और आगामी बजट तैयार करने का निर्देश दिया है। उन्होंने आंतरिक कलह और नेतृत्व बदलने की सभी अफवाहों को खारिज करते हुए कहा कि ये मीडिया द्वारा गढ़ी गई हैं। दरअसल, कर्नाटक कांग्रेस में खींचतान की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की है। सिद्धारमैया, खड़गे से मिलने उनके आवास पर पहुंचे, जिसके साथ ही राज्य में नेतृत्व पर छिड़ी बहस भी बंद हो गई है।
नेतृत्व परिवर्तन सिर्फ अफवाह
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे से मुलाकात के बाद सीएम सिद्धारमैया ने कहा, शिष्टाचार भेंट के अलावा हमने बेंगलुरु समेत कर्नाटक के आगामी नगर निगम चुनावों पर चर्चा की। नेतृत्व परिवर्तन और विधायकों के दिल्ली जाने पर बात करते हुए सिद्धारमैया ने कहा-यह सिर्फ अफवाह थी। मीडिया ने इस कहानी को गढ़ा है।
आलाकमान का मानना पड़ेगा फैसला
सीएम ने कहा-मैंने विधायकों से नहीं पूछा कि वो दिल्ली क्यों गए थे। अगर मुझे यह जानना होगा, तो मैं खुफिया विभाग से जानकारी ले लूंगा। विधायकों को दिल्ली जाने दीजिए। आखिरकार हर नेता, मंत्री, मुझे और डीके शिवकुमार को भी पार्टी आलाकमान के फैसले का ही पालन करना होगा।
बजट की तैयारी का मिला निर्देश
कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात के बारे में बात करते हुए सुद्धारमैया ने बताया कि खड़गे के बुलावे पर ही वो दिल्ली गए थे। वो कर्नाटक वापस लौट आए हैं। उनका कहना है कि खड़गे ने सीएम पद पर बने रहने और राज्य के आगामी बजट की तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।
कांग्रेस में अंदरुनी कलह की अटकलें
कर्नाटक में पिछले काफी समय से नेतृत्व बदलने की अटकलें लगाई जा रहीं थीं। डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के समर्थक उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहे थे। वहीं, कई विधायकों ने कैबिनेट मंत्री बनने की भी इच्छा जताई थी, जिससे कांग्रेस के खेमें में हलचल तेज हो गई थी। हालांकि, अब सिद्धारमैया ने इन सभी अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया है।